*भारत का संविधान बदलने जा रहा है,क्या आप अपने मुलभुत हकों को खोना चाहते हो?: तुषार गांधी*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई

*भारत का संविधान बदलने जा रहा है,क्या आप अपने मुलभुत हकों को खोना चाहते हो?: तुषार गांधी*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई
 



【मुंबई/रिपोर्ट स्पर्श देसाई】7 मई 2024 मुंबई मराठी पत्रकार संघ में दोपहर को हुई पत्रकार परिषद में "भारत के संविधान के लिए नागरिक ग्रुप" नामक एक संस्था के विविध महानुभावों ने अपनी बात रखी। जिसके तहत उन्होंने कहा कि भारत के संविधान का निर्माण भारत के स्वतंत्रता आंदोलन से पैदा हुआ था। हम भारत के लोगों ने इस संविधान के आधार पर एक संप्रभु समाजवादी,धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक गणराज्य भारत का निर्माण करने का संकल्प लिया है। वह संविधान आज खतरे में है। महान व्यक्ति डॉ.बाबा साहेब अंबेडकर द्वारा बनाए गए इस संविधान को नष्ट करने का काम साल 2014 से शुरू हुआ था लेकिन साल 2019 से इस भारतीय संविधान को नष्ट करने के काम में तेजी आ गई है। इसके लिए उन्हें प्रचंड बहुमत की जरूरत है । उनके नेता खुलेआम संविधान बदलने की भाषा बोल रहे हैं चूंकि लोकतंत्र की रक्षा के लिए बनाई गई अधिकांश संस्थाओं को कमजोर किया जा रहा है, साल 2024 का चुनाव संविधान और लोकतंत्र के साथ-साथ लोकतंत्र के भीतर अधिकारों को बचाने का चुनाव है। यह चुनाव तय करेगा कि इस देश में लोकतंत्र होगा या तानाशाही चूंकि लोकतंत्र की रक्षा के लिए बनाई गई अधिकांश संस्थाओं को कमजोर किया जा रहा है,साल 2024 का चुनाव संविधान और लोकतंत्र के साथ-साथ लोकतंत्र के भीतर अधिकारों को बचाने का चुनाव है। यह चुनाव तय करेगा कि इस देश में लोकतंत्र होगा या तानाशाही लोकतंत्र के लिए खड़े होने के बजाय यहां का पूंजीवादी मीडिया सरकार की कठपुतली बन गया है। न्यायपालिका ने आंखों पर पट्टी बांध ली है । केंद्र सरकार सुप्रीम कोर्ट पर दबाव बना रही है । चुनाव आयोग सत्ताधारी दल के लिए अनुकूल भूमिका निभा रहा है । राज्यपाल सत्ताधारी दल के लिए काम कर रहे हैं । ईडी, सीबीआई, इन्कम टैक्स जैसी सरकारी एजेंसियां ​​सत्ताधारियों के कार्यकर्ता की तरह काम कर रही हैं। संगठन का इस्तेमाल विरोधियों को खत्म करने और नागरिकों को परेशान करने के लिए किया जा रहा है।लोगों के बीच नफरत फैलाने का काम किया जा रहा है । 




जनता, महंगाई, रोजगार,शिक्षा,विकास के मुद्दों पर चुनाव लड़ने के बजाय मंगलसूत्र, मुस्लिम,पाकिस्तान के मुद्दों पर लोगों का ध्यान भटकाया जा रहा है। कट्टरता, जातिवाद और क्षेत्रवाद पर जोर दिया जा रहा है। मुंबई में एक विज्ञापन है जिसमें कहा गया है कि एक मराठी व्यक्ति को नौकरी के लिए आवेदन नहीं करना चाहिए या हमारे समाज में एक भाषाई विचारधारा विकसित की जा रही है कि एक मराठी व्यक्ति को घर नहीं खरीदना चाहिए या प्रचार करने नहीं आना चाहिए। महाराष्ट्र में डॉ.नरेंद्र दाभोलकर, कॉमरेड गोविंद पानसरे की हत्या का पता नहीं चल पाया है और मामला अभी भी कोर्ट में है । 



इसके पीछे के दिमाग का पता नहीं चल पाया है । अनेक निर्दोष नागरिक जेलों में बंद हैं। शहरी और ग्रामीण इलाकों में असंतोष है । कृषि उत्पादों का कोई दाम नहीं है। किसान परेशान है। बेरोजगारों के पास कोई काम नहीं है। महंगाई आसमान छू रही है। गैस, पेट्रोल,डीजल के दाम बढ़ रहे हैं। यह जल, जंगल और जमीन की लड़ाई हैं । शहरी मजदूर, कोली भाई,आदिवासी अस्तित्व के लिए अपनी दैनिक लड़ाई लड़ रहे हैं। यहां की सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था,चाहे वह रेल हो या बस व्यवस्था, चिंताजनक स्थिति में है। लोग कठिन सवारी नहीं, आरामदायक सवारी चाहते हैं।  नियमित लोकल विस्तार की जगह एसी ट्रेनों का विस्तार किया जा रहा है।  कोंकण प्रो.मधु दंडवते और जॉर्ज फर्नांडिस को रेलवे मिल गई लेकिन कोंकण में यात्रियों को आरामदायक ट्रेन यात्रा नहीं मिल सकी। 13 साल बाद भी पूरा नहीं हो सका मुंबई गोवा हाईवे । इन तेरह वर्षों में से दस वर्षों तक एक ही व्यक्ति सड़क परिवहन मंत्री रहा है। चुनाव के तीन चरण पूरे हो चुके हैं और दो चरण बाकी हैं, इस देश के नागरिकों को अब संविधान और लोकतंत्र को बचाने के लिए खुलकर आगे आना होगा। 20 तारीख को मुंबई और महाराष्ट्र में कुछ जगहों पर चुनाव है। 



लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए बड़ी संख्या में लोगों को मतदान में जाना चाहिए । हम आपसे महाविकास अघाड़ी उम्मीदवार को वोट देने का अनुरोध करते हैं। आइए, हम धर्म,जाति,भाषा,क्षेत्र के आधार पर लोगों के बीच भेदभाव की प्रवृत्ति के खिलाफ एक साथ खड़े हों। यह देश बाबा साहेब के बनाये संविधान के आधार पर चलना चाहिए । लोकतांत्रिक मूल्यों को कायम रखने वाली पार्टी को सत्ता में आना चाहिए इसलिए उद्धव बालासाहेब ठाकरे की शिव सेना को उनका लक्ष्य मशाल होना चाहिए,शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस को उनका लक्ष्य ट्रम्पेट मैन होना चाहिए और भारी संख्या में महाविकास अघाड़ी के उम्मीदवारों के लक्ष्य पर कांग्रेस का हाथ ईवीएम के सामने दबाया जाना चाहिए। मुंबई में 20 मई को चुनाव है। हमारा वोट हमारे संविधान, लोकतंत्र और राष्ट्र में हमारे विश्वास की पुष्टि करता है। इसका उपयोग हमारे लोकतंत्र और हमारे संविधान की सुरक्षा और मजबूती के लिए और इसे निरंकुशता में बदलने से रोकने के लिए हम सब करें। 20 तारीख को हम आपसे संविधान को बचाने और हमारे संविधान की प्रस्तावना में निहित संप्रभु,धर्मनिरपेक्ष,समाजवादी लोकतांत्रिक गणराज्य भारत की रक्षा के लिए अपना वोट डालने का आग्रह करते हैं। मुंबई में हम आपसे केवल महा विकास अघाड़ी के उम्मीदवारों को वोट देने का आग्रह करते हैं। कृपया धर्म, जाति, क्षेत्र के आधार पर या नफरत के प्रेरित प्रचार अभियान के परिणामस्वरूप वोट न करें। उन उम्मीदवारों को वोट देकर अपना वोट बर्बाद न होने दें जो पांचवें स्तंभकार, संघ परिवार के गुप्त सहयोगी के रूप में कार्य कर रहे हैं, चाहे वे आपके धर्म या जाति समूह के हों, केवल भारतीय के रूप में वोट करें। हमारा संकल्प पक्का है,आप ईवीएम पर कांग्रेस के हाथ, शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे के मशाल और राष्ट्रवादी कांग्रेस शरदचंद्र पवार के तुतारी बजानेवाले व्यक्ति का बटन दबाएं और संविधान को बचायें। ऐसा इन महानुभावों ने कहा। जिसमें गांधीजी के प्रपोत्र तुषार गांधी,अर्जुन डांगले, श्यामदादा गायकवाड़, राजू पारुलेकर, प्रोराम पुनियानी, तीस्ता सेतलवाड, इरफ़ान इंजीनियर, डॉल्फ़ी देसूज़ा, संजय मंगो, फ़िरोज़ मीठीबोरवाला, गुड्डी एस एल, विशाल हिवाले और शरद कदम प्रमुख थे।【Photos by MCP】

ब्यूरो रिपोर्ट स्पर्श देसाई√•Metro City Post•News Channel•#चुनाव #संविधान

Comments

Popular posts from this blog

*मुंबई में अगले तीन दिन भारी बारिश, कल जल प्रलय हो सकता है मुंबई में भारी बारिश का अनुमान, बाढ़ जैसे हालात बन सकते हैं*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई

*तेलंगाना में 300 करोड़ रुपये का 200 किलो सोना और 105.58 करोड़ की नकदी जब्त*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई

*संचार के द्वारपाल: समाचारों को प्राथमिकता देने में पत्रकार की महत्वपूर्ण भूमिका*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई