*स्पार्टा के सैनिकों को "स्पार्टन्स" कहा जाता था और वे अपनी युद्धकला के लिए प्रसिद्ध थे*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई
*स्पार्टा के सैनिकों को "स्पार्टन्स" कहा जाता था और वे अपनी युद्धकला के लिए प्रसिद्ध थे*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई
【मुंबई/ रिपोर्ट स्पर्श देसाई】स्पार्टा प्राचीन ग्रीस का एक प्रसिद्ध शहर-राष्ट्र था । जिसे विशेष रूप से उसके सैन्य बल और कठोर जीवनशैली के लिए जाना जाता है हालांकि यह ध्यान देना महत्वपूर्ण है कि स्पार्टा रोमन साम्राज्य का हिस्सा नहीं था । यह एक ग्रीक पोलिस थी । जो मुख्य रूप से एशिया माइनर के प्रशांत क्षेत्र में स्थित थी। स्पार्टा की प्रमुख विशेषता उसके वीर योद्धा और सेना थी। यहाँ के लोग अत्यधिक अनुशासित और संगठित थे और उनका पूरा जीवन सैन्य सेवा के चारों ओर घुमता था। स्पार्टा में लड़कों को बहुत छोटी उम्र से ही सैन्य प्रशिक्षण दिया जाता था। जिसे "अगोगे" कहा जाता था। यह प्रणाली उन्हें शारीरिक रूप से मजबूत बनाने के साथ-साथ मानसिक और नैतिक रूप से मजबूत बनाने के लिए विकसित की गई थी। स्पार्टा के योद्धाओं का प्रशिक्षण कठिन और कठोर था। वे सामूहिक रूप से रहते थे और उन्हें कठिनाइयों का सामना करने के लिए प्रशिक्षित किया जाता था। स्पार्टा के सैनिकों को "स्पार्टन्स" कहा जाता था और वे अपनी युद्धकला के लिए प्रसिद्ध थे । विशेष रूप से "फलांग" प्रणाली में लड़ाई करने के लिए जहाँ सैनिक एक सघन रैंक में साथ मिलकर लड़ते थे। स्पार्टा की सामरिक शक्ति ने इसे अन्य ग्रीक शहर-राज्यों जैसे एथेंस के साथ विभिन्न संघर्षों में एक प्रमुख भूमिका निभाने में सक्षम बनाया। स्पार्टा ने पेलोपोनीशियन युद्ध में एथेंस के खिलाफ निर्णायक जीत हासिल की थी। जो अपने समय का एक महत्वपूर्ण संघर्ष था। स्पार्टा की संस्कृति और उनका जीवनशैली सैन्य अनुशासन पर आधारित था और उन्होंने एक अद्वितीय समाज का निर्माण किया था। जो कि उनकी सैन्य शक्ति और संगठना पर निर्भर करता था। स्पार्टा एक प्राचीन ग्रीक शहर-राज्य था । जो अपने वीर योद्धाओं और सेना के लिए प्रसिद्ध था। स्पार्टा की सेना को पूरे ग्रीस में सबसे शक्तिशाली और अनुशासित सेना माना जाता था।
•स्पार्टा की सेना की प्रमुख विशेषताएं इस प्रकार थीं:
-वीरता और साहस: स्पार्टा के योद्धा अपनी वीरता और साहस के लिए प्रसिद्ध थे। वे युद्ध में अपनी जान की परवाह नहीं करते थे और हमेशा अपने देश और समाज की रक्षा के लिए तैयार रहते थे।
-अनुशासन और संगठन: स्पार्टा की सेना बहुत अनुशासित और संगठित थी। योद्धाओं को कड़ी ट्रेनिंग दी जाती थी और वे हमेशा अपने अधिकारियों के आदेशों का पालन करते थे।
-फालैनक्स संरचना: स्पार्टा की सेना फालैनक्स संरचना में लड़ती थी। जिसमें योद्धा एक दूसरे के पास खड़े होकर लड़ते थे। यह संरचना बहुत प्रभावी थी और स्पार्टा की सेना को कई युद्धों में विजय दिलाई थी।
-भारी कवच और हथियार: स्पार्टा के योद्धा भारी कवच और हथियारों से लैस होते थे। जो उन्हें युद्ध में बहुत प्रभावी बनाते थे।
-स्पार्टा की सेना की इन विशेषताओं ने उन्हें प्राचीन ग्रीस में एक शक्तिशाली और सम्मानित सेना बनाया था।
स्पार्टा प्राचीन यूनान का एक प्रमुख शहर-राज्य दक्षिण-पूर्वी पेलोपोन्नेस के लैकोनिया क्षेत्र में यूरोटस नदी के किनारे बसा हुआ था । स्पार्टा के बारे में कुछ खास बातेंः
-स्पार्टा को एथेंस का प्रतिद्वंद्वी माना जाता था ।
-स्पार्टा एक सैन्यवादी राज्य था। यहां के बच्चों को बचपन से ही सैन्य शक्ति से परिचित कराया जाता था।
-स्पार्टा की जलवायु समशीतोष्ण थी लेकिन यह बहुत शुष्क थी।
-स्पार्टा के संविधान में द्विसदनीय विधानमंडल था। इसमें विधानसभा और बुजुर्गों की परिषद (गेरूसिया) थी।
-स्पार्टा की महिलाएं अक्सर एक से ज़्यादा घरों का प्रबंधन करती थीं।
-स्पार्टा के सबसे प्रसिद्ध राजाओं में से एक लियोनिदास थे। वे 480 से 490 ईसा पूर्व तक राजा रहे।
-थर्मोपाइले की लड़ाई में फ़ारसी सेना के ख़िलाफ़ लियोनिदास की पौराणिक लड़ाई के लिए वे जाने जाते हैं।
-स्पार्टा को लेकर विकीपीडिया क्या कहता है?
अपनी सैन्य श्रेष्ठता को देखते हुए स्पार्टा को ग्रीको-फ़ारसी युद्धों के दौरान एकीकृत ग्रीक सेना की अग्रणी शक्ति के रूप में मान्यता दी गई थी । जो एथेंस की बढ़ती नौसैनिक शक्ति के साथ प्रतिद्वंद्विता में थी । स्पार्टा पेलोपोनेसियन युद्ध (431-404 ईसा पूर्व) के दौरान एथेंस का प्रमुख दुश्मन था । जिसमें से यह एगोस्पोटामी की लड़ाई के बाद विजयी हुआ। 371 ईसा पूर्व में थेब्स के खिलाफ लेक्ट्रा की निर्णायक लड़ाई ने स्पार्टन आधिपत्य को समाप्त कर दिया हालांकि शहर-राज्य ने 192 ईसा पूर्व में अचेयन लीग में अपने जबरन एकीकरण तक अपनी राजनीतिक स्वतंत्रता बनाए रखी फिर भी शहर ने 146 ईसा पूर्व में ग्रीस पर रोमन विजय के बाद काफी स्वायत्तता हासिल कर ली हालाँकि स्पार्टा को 396 ई. में विसिगोथिक राजा अलारिक ने लूट लिया था और लंबे समय तक गिरावट का दौर रहा खासकर मध्य युग में जब इसके कई नागरिक मिस्त्रास चले गए । आधुनिक स्पार्टा दक्षिणी ग्रीक क्षेत्र लैकोनिया की राजधानी है और साइट्रस और जैतून के प्रसंस्करण का केंद्र है। प्राचीन ग्रीस में स्पार्टा अपनी सामाजिक व्यवस्था और संविधान के लिए अद्वितीय था । जिसे अर्ध पौराणिक विधायक लाइकर्गस द्वारा पेश किया गया था । उनके कानूनों ने स्पार्टन समाज को हर कीमत पर सैन्य दक्षता को अधिकतम करने के लिए तैयार किया। सभी सामाजिक संस्थाओं को सैन्य प्रशिक्षण और शारीरिक विकास पर केंद्रित किया । स्पार्टा के निवासियों को स्पार्टिएट्स (पूर्ण अधिकारों वाले नागरिक), मोथेक्स (स्पार्टन्स के वंशज स्वतंत्र गैर-स्पार्टिएट लोग), पेरियोइकोई (स्वतंत्र गैर-स्पार्टिएट्स) और हेलोट्स (राज्य के स्वामित्व वाले गुलाम गैर-स्पार्टन स्थानीय लोग) के रूप में वर्गीकृत किया गया था। स्पार्टिएट पुरुषों ने कठोर एगोगे प्रशिक्षण व्यवस्था से गुज़रा और स्पार्टन फालानक्स ब्रिगेड को व्यापक रूप से युद्ध में सर्वश्रेष्ठ माना जाता था। स्पार्टन महिलाओं को शास्त्रीय पुरातनता में कहीं और की तुलना में काफीअधिक अधिकार प्राप्त थे । स्पार्टा अपने समय में और साथ ही शास्त्रीय शिक्षा के पुनरुद्धार के बाद पश्चिमी संस्कृति में भी अक्सर आकर्षण का विषय रहा है। स्पार्टा की प्रशंसा को लैकोनोफिलिया के रूप में जाना जाता है ।बर्ट्रेंड रसेल ने लिखा था कि स्पार्टा का ग्रीक विचार पर दोहरा प्रभाव था। वास्तविकता के माध्यम से और मिथक के माध्यम से वास्तविकता ने स्पार्टन्स को युद्ध में एथेंस को हराने में सक्षम बनाया था । मिथक ने प्लेटो के राजनीतिक सिद्धांत को प्रभावित किया था और अनगिनत बाद के लेखकों को प्रभावित किया था । इसके द्वारा समर्थित आदर्शों ने रूसो,नीत्शे और राष्ट्रीय समाजवाद के सिद्धांतों को तैयार करने में एक बड़ी भूमिका निभाई थी ।【Photos: Google】
★ब्यूरो रिपोर्ट स्पर्श देसाई √•Metro City Post•News Channel•#स्पार्टा#प्राचीन ग्रीस#स्पार्टन्स#
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