*News...बिलोएला बोल्डर से प्राचीन डायनासोर के पैरों के निशान मिले*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई
*News...बिलोएला बोल्डर से प्राचीन डायनासोर के पैरों के निशान मिले*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई
बिलोएला स्टेट हाई स्कूल में एक चट्टान, जिस पर पहले किसी का ध्यान नहीं गया था, में 47 व्यक्तियों के 66 जीवाश्म डायनासोर के पैरों के निशान हैं। जो लगभग 200 मिलियन वर्ष पुराने हैं। मीडिया रिपोर्ट के बाद जांच शुरू होने के बाद जीवाश्म विज्ञानी एंथनी रोमिलियो ने जीवाश्मों की खोज की। खनन गतिविधियों से बचाई गई यह चट्टान अब समुदाय की विरासत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। सूत्रों ने बताया कि लगभग 20 वर्षों तक क्वींसलैंड,ऑस्ट्रेलिया के एक स्कूल में छात्र एक पत्थर के पास अध्ययन करते रहे । बिना यह जाने कि यह लगभग 200 मिलियन वर्ष पहले जुरासिक काल के दौरान छोड़े गए लगभग 66 डायनासोर के पैरों के निशानों का जीवाश्म है। यह पत्थर जो मुर्गे के पैरों की तरह दिखने वाले तीन-पंजे वाले पैरों के निशानों से ढका हुआ था। स्कूल के फ़ोयर में स्थित था। यह खोज ऑस्ट्रेलियाई जीवाश्म विज्ञानी एंथनी रोमिलियो द्वारा की गई थी । जो क्वींसलैंड विश्वविद्यालय के डायनासोर लैब में एक शोध सहयोगी हैं। रोमिलियो ने खुलासा किया कि स्कूल के उप-प्रधानाचार्य डेविड हॉल ने इस खोज को एक चौंकाने वाला लेकिन "थोड़ा रोमांचक" बताया। अन्य उदाहरणों में हाई स्कूल के छात्रों ने भी डायनासोर के जीवाश्म खोजे हैं। साल 2009 में कैलिफ़ोर्निया के एक हाई स्कूल के छात्र केविन टेरिस ने साथी छात्रों और पेशेवर जीवाश्म विज्ञानियों के साथ वार्षिक ग्रीष्मकालीन खुदाई के दौरान एक शिशु डायनासोर का दुर्लभ जीवाश्म खोजा। शुरुआत में दो पेशेवर जीवाश्म विज्ञानियों ने जीवाश्म को अनदेखा कर दिया था। जीवाश्म पैरासॉरोलोफस नामक डायनासोर प्रजाति का था। जिसमें ट्यूब जैसी संरचना वाली एक अनोखी शिखा थी। इसके अलावा हैड्रोसॉरस फाउलकी नामक एक लगभग पूर्ण डायनासोर कंकाल सन 1858 में हैडनफील्ड,न्यू जर्सी में एक मार्ल पिट में खोजा गया था। यह खोज फिलाडेल्फिया के प्रतिष्ठित एकेडमी ऑफ नेचुरल साइंसेज के सदस्य विलियम पार्कर फाउलके द्वारा की गई थी। हैड्रोसॉरस फाउलकी एक बत्तख-बिल वाला शाकाहारी साउरियन 70 से 100 मिलियन साल पहले रहता था और कूल्हों पर दस फीट तक ऊँचा था। यह डायनासोर प्रजाति साल 1991 में न्यू जर्सी का आधिकारिक राज्य डायनासोर बन गई। शोधकर्ताओं ने डायनासोर की खोपड़ी में जीवाश्म डीएनए के साक्ष्य भी पाए हैं हालांकि डीएनए छोटे टुकड़ों में रासायनिक रूप से परिवर्तित और प्रोटीन के साथ उलझे होने की संभावना है। अन्य वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि डायनासोर की कोशिकाओं के भीतर पाया जाने वाला कोई भी डीएनए जीवाश्म उपोत्पाद हो सकता है। इसके बावजूद जीवाश्म डीएनए की खोज से यह उम्मीद जगी है कि जीवाश्म सूक्ष्म जीवों को संरक्षित कर सकते हैं।◆News by √•Metro City Post•
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