*केरल में मानसून का प्रकोप: भूस्खलन के कारण 54 मौतें, दुर्भाग्यपूर्ण भूस्खलन*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई
*केरल में मानसून का प्रकोप: भूस्खलन के कारण 54 मौतें, दुर्भाग्यपूर्ण भूस्खलन*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई
【मुंबई/रिपोर्ट स्पर्श देसाई】केरल के वायनाड मे भारी मानसूनी लहर ने पूरे केरल में कहर बरपाया है। मूसलाधार बारिश और भूस्खलन के कारण बड़े पैमाने पर तबाही हुई है। वायनाड के पहाड़ी जिले को इस आपदा का सबसे ज्यादा खामियाजा भुगतना पड़ा क्योंकि 30 जूलाई मंगलवार की सुबह इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर भूस्खलन हुआ। जिसके परिणामस्वरूप कई लोगों की मौत हो गई और कई लोग लापता हो गए। केरल के कई जिलों में पिछले 24 घंटों में भारी से बहुत भारी बारिश हुई। वालपराई में 305 मिमी के साथ सबसे अधिक वर्षा दर्ज की गई। इसके बाद करिपुर (242 मिमी),कन्नूर (176 मिमी), पलक्कड़ (163 मिमी), कोझिकोड (155 मिमी), और कोचीन (70 मिमी) का स्थान रहा। विशेषज्ञ चरम मौसम की स्थिति के लिए ग्लोबल वार्मिंग,जलवायु परिवर्तन और बड़े पैमाने पर वनों की कटाई को जिम्मेदार मानते हैं। हवा के तापमान में लगातार वृद्धि से वातावरण की नमी धारण करने की क्षमता बढ़ गई है, जिससे कम अवधि में तीव्र बारिश हो रही है। इसने, वन आवरण के नुकसान के साथ मिलकर, पहाड़ी क्षेत्रों को भूस्खलन और भूस्खलन के प्रति संवेदनशील बना दिया है। दौरान स्काईमेट ने अगले 24 घंटों में उत्तरी और मध्य केरल में भारी बारिश जारी रहने की चेतावनी जारी की है। जबकि दक्षिणी जिलों में मध्यम बारिश हो सकती है, लेकिन भारी बारिश प्रभावित क्षेत्रों में बचाव कार्यों में बाधा बन सकती है।【 Photos: Google】
★ब्यूरो रिपोर्ट स्पर्श देसाई √•Metro City Post•News Channel•#केरल #वायनाड#भूस्खलन#
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