*अमेरिकी सैनिकों पर गोली चलाने से नहीं हिचकेगा चीन ताइवान को लेकर दोनों देश आमने-सामने*/ रिपोर्ट स्पर्श देसाई
*अमेरिकी सैनिकों पर गोली चलाने से नहीं हिचकेगा चीन ताइवान को लेकर दोनों देश आमने-सामने*/ रिपोर्ट स्पर्श देसाई
【मुंबई/ रिपोर्ट स्पर्श देसाई】चीन ने कहा है कि अगर ताइवान को बचाने के लिए अमेरिकी सैनिकों को भेजा गया तो वह उनपर भी गोली चलाने से नहीं हिचकेगा। इसके एक दिन पहले ही चीन ने ताइवान के वायुक्षेत्र में अपने 13 लड़ाकू विमानों की घुसपैठ करवाई थी। चीन की राज्य समर्थित मीडिया *ग्लोबल टाइम्स* ने चेतावनी दी है कि अमेरिका को दूसरे देशों के आंतरिक मामलों में उलझने के बजाए अपनी परेशानियों को हल करना चाहिए। *ग्लोबल टाइम्स*. ने अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन के बयान की भी आलोचना की है।
*अमेरिकी सेना पर हमला करने से नहीं हिचकेंगे*
चीन के कम्युनिस्ट शासकों के मुखपत्र *ग्लोबल टाइम्स* ने लिखा कि अगर द्वीप पर युद्ध छिड़ जाता है तो चीनी सैनिक ताइवान की रक्षा के लिए भेजे गए किसी भी अमेरिकी सेना पर हमला करेंगे। *ग्लोबल टाइम्स* ने अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन के बयान की भी निंदा की जिसमें उन्होंने कहा था कि अमेरिका कभी भी चीन को ताइवान पर हमला करने की अनुमति नहीं देगा।
*अमेरिकी एनएसए को सुनाई खरीखोटी*
*ग्लोबल टाइम्स* ने आगे लिखा कि जेक सुलिवन की धमकी बिलकुल भी भरोसे के लायक नहीं है क्योंकि अमेरिका ताइवान के रक्षा की लागत को वहन नहीं कर सकता है। इतना ही नहीं, अखबार ने व्यंग करते कहा कि सुलिवन को अपना 'बड़ा मुंह' बंद करने और 'अपने देश के लिए और अधिक शर्मिंदगी पैदा करने' से बचना चाहिए।
*चीन का जहरीला हथियार है ग्लोबल टाइम्स*
*ग्लोबल टाइम्स* के लेख को चीन की कम्युनिस्ट पार्टी का विचार माना जाता है। ऐसे में उसकी लिखी हुई हर एक बाद चीनी सरकार का अनाधिकारिक वक्तव्य हो सकती है, जिसे वह आमतौर पर नहीं बोल सकता है। *ग्लोबल टाइम्स* ने न केवल चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के समर्थन में लेख लिखे बल्कि चीनी सेना के युद्धाभ्यास के वीडियो भी जारी किए। साथ ही ग्लोबल टाइम्स ने कई मौकों पर भारत को धमकाने की कोशिश की।
*चीन ने ताइवान को धमकाने भेजे 13 लड़ाकू विमान*
चीन ने ताइवान को धमकाने के लिए 10 दिसंबर शुक्रवार को 13 विमानों को भेजा था। इनमें आठ लड़ाकू विमान और दो परमाणु-सक्षम बमवर्षक शामिल थे। ताइवानी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि इसमें छह जे-16 लड़ाकू विमान,दो जे-10 लड़ाकू विमान,दो एच-6 बमवर्षक,एक वाई-8 जासूसी विमान, एक वाई-8 पनडुब्बी रोधी विमान,एक केजे-500 जासूसी विमान शामिल थे।
*ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि इससे युद्ध में फंस जाएगा अमेरिका*
*ग्लोबल टाइम्स* ने लिखा कि कोई भी यह नहीं मानता है कि अमेरिका में ताइवान की हर कीमत पर रक्षा करने की सच्ची इच्छा है। अमेरिका एक घातक युद्ध की कीमत पर ताइवान की रक्षा से बहुत दूर है। वाशिंगटन का मानना है कि द्वीप पर अमेरिकी सैनिकों को भेजना एक रक्षात्मक कदम है, लेकिन वास्तव में वे खुद को हमले में पाएंगे।【Photo Courtesy Google】
ब्यूरो रिपोर्ट स्पर्श देसाई√•Metro City Post•News Channel•#चीन
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