*क्या केंद्र सरकार के कर्मचारी अपने नाम पर परमिट रूम और बार लाइसेंस रखने और संचालित करने के योग्य है?*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई
*क्या केंद्र सरकार का कर्मचारी अपने नाम पर परमिट रूम और बार लाइसेंस रखने और संचालित करने के योग्य है?*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई
【मुंंबई/ रिपोर्ट स्पर्श देसाई】महाराष्ट्र के मंत्री और कट्टर नवाब मलिक द्वारा शिकायत किए जाने के बाद कि समीर वानखेड़े के पास मुंबई में बार लाइसेंस है । आईआरएस अधिकारी समीर वानखेड़े को लेकर और एक नया विवाद खड़ा हो गया है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता मलिक ने सुचित्रा शर्मा,महानिदेशक,सतर्कता,केंद्रीय अप्रत्यक्ष करऔर सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) को पूर्व नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के मुंबई प्रमुख समीर वानखेड़े के खिलाफ शिकायत भेजी है।
मंत्रीजी मलिक ने कहा कि वानखेड़े के पास 1997 से अब तक परमिट रूम और बार लाइसेंस है। जनाब मलिक ने कहा कि वानखेड़े नवी मुंबई के वाशी में सद्गुरु होटल नाम से एक होटल और बार चला रहे हैं। मलिक साहब ने अपनी शिकायत में पूछने पर कहा कि क्या केंद्र सरकार का कर्मचारी अपने नाम पर परमिट रूम और बार लाइसेंस रखने और संचालित करने के योग्य है ?
जनाब मलिक ने सीबीआईसी से वानखेड़े के प्रशासनिक कदाचार को संज्ञान में लेने और जांच करने को कहा है । शिकायत की प्रतियां सीबीआईसी के अध्यक्ष और डीजी, एनसीबी को भेजी गई हैं। मलिक साहब ने यह भी कहा कि वानखेड़े ने अपनी पत्नी क्रांति रेडकर के नाम पर संपत्ति और कारोबार की घोषणा नहीं की है। मलिक ने दावा किया कि केवल एक संयुक्त संपत्ति की घोषणा की गई है । जबकि अन्य रेडकर और अन्य रिश्तेदारों के नाम पर वानखेड़े ने अपने वार्षिक संपत्ति विवरण में खुलासा नहीं किया है। मंत्री नवाब मलिक ने यह भी कहा कि समीर वानखेड़े ने गलत खुलासा किया है और यह कहकर तथ्यों को छिपाने के लिए गलत तरीके से प्रस्तुत किया है कि बार और होटल को उनकी मां जाहिदा दयानदेव वानखेड़े के निधन पर विरासत में मिला था। नवाब मलिक ने कहा कि लाइसेंस 1997 से समीर वानखेड़े के नाम पर है । जबकि उनकी मां की मृत्यु साल 2015 में हुई थी।【 Photo Courtesy Google】
★ब्यूरो रिपोर्ट स्पर्श देसाई√•Metro City Post•News Channel•#नवाब मलिक
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