*यूक्रेन अपनी धरती पर फोड़ेगा डर्टी बम यूध्द के 'चक्रव्यहू' में फंसेगा रूस*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई

*यूक्रेन अपनी धरती पर फोड़ेगा डर्टी बम यूध्द के 'चक्रव्यहू' में फंसेगा रूस*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई

【मुंंबई/रिपोर्ट स्पर्श देसाई】रूस और यूक्रेन के बीच जंग कम होने का नाम ही नहीं ले रही है। इस बीच रूस ने दावा किया है कि यूक्रेन अपनी जमीन पर एक रेडियोएक्टि बम दागने की तैयारी कर रहा है। ऐसा करके यूक्रेन रूस पर इसकी जिम्मेदारी थोपना चाहता है। वहीं रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु ने गत रविवार को यूक्रेन युद्ध में बिगड़ते हालात पर ब्रिटेन, अमेरिका और फ्रांस के रक्षा मंत्रियों से चर्चा की थी और डर्टी बम के खतरे के बारे में चेतावनी दी।

*बिना किसी सबूत के कह दिया*
वहीं बिना किसी सबूत के रूसी रक्षा मंत्री ने कहा कि, यूक्रेन एक डर्टी बम के जरिए संघर्ष को बढ़ा सकता है। जानकार बताते हैं कि डर्टी बम परमाणु बम जैसा होता है और इसके फटने से रेडियोएक्टिव कचरा निकलता है। इसका विस्फोट परमाणु बम की तरह विनाशकारी होता है। इससे बड़े पैमाने पर रेडिएशन फैलता है। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा के बीच टेलीफोन से बातचीत रूस के डर्टी बम विस्फोट के दावों के बीच आया है। वहीं रूस के आरोपों पर यूक्रेन ने भी जवाब दिया है। राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि अगर कोई यूरोप के इस हिस्से में परमाणु हथियार का इस्तेमाल कर सकता है तो वह एक ही देश है।
 
*रूस पर यूक्रेन को संदेह*
यूक्रेन ने इशारों-इशारों में रूस पर आरोप लगा दिया हैं। विदेश मंत्री दिमित्री कुलेबा ने कहा कि रूस जितना खतरनाक है डर्टी बम को लेकर उसका झूठ बिना किसी सिर-पैर के है। यूक्रेन एनपीटी का समर्थक है वह परमाणु बम नहीं बनाना चाहता है। वहीं रूस हमेश दूसरों पर उन बातों का आरोप लगाता है । जिसकी तैयारी वे खुद कर रहे होते हैं।तीन देशों ने रूस के आरोपों को खारिज कर दिया हैं । वहीं अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने अपने संयुक्त बयान में रूस की तरफ से यूक्रेन पर लगाए गए झूठे आरोपों को खारिज कर दिया था। उन्होंने यह मानने से भी साफ इनकार कर दिया कि यूक्रेन रूस के खिलाफ डर्टी बम का इस्तेमाल करेगा। वहीं रूस ने संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुतारेस से कहा कि वह यूक्रेन को अपनी डर्टी बम को रूस के खिलाफ इस्तेमाल करने से रोके। रूस ने अपने लिखे पत्र में कहा कि वह संयुक्त राष्ट्र महासचिव से इस जघन्य अपराध को होने देने से रोकने के लिए अपनी शक्ति का इस्तेमाल करने को कहा है। वहीं संयुक्त राष्ट्र में स्थायी प्रतिनिधि वसीली नेबेंज्या ने Tass द्वारा दिखाए गए पत्र में कहा कि रूस कीव शासन द्वारा डर्टी बम के उपयोग को परमाणु आतंकवाद के कार्य के रूप में मानेंगे।
 


*डर्टी बम क्या है?*
डर्टी बम को रेडियोएक्टिव तत्वों को फैलाने वाले डिवाइस के तौर पर जाना जाता है। परमाणु हथियारों की तुलना में बेहद सस्ते और कम खतरनाक माने जाते हैं। इसमें डायनामाइट का इस्तेमाल होता है और उसके साथ रेडियोएक्टिव पदार्थ रखे जाते हैं। ये ब्लास्ट होने के बाद चारों तरफ फैल जाते है। रेडियोएक्टिव सामग्री जो डर्टी बम में इस्तेमाल होती है,उसको दवा या उद्योग में इस्तेमाल होने वाले रेडियोएक्टिव स्रोतों या रिसर्च सेंटर से हासिल किया जा सकता है। डर्टी बम से ज्यादा लोगों की मौत होने के बजाय गंभीर बीमारियों हो सकती हैं। इन बमों का मुख्य मकसद एनवायरनमेंट में रेडियोएक्टिव धुएं और धूल को फैलाकर लोगों में घबराहट,भ्रम और चिंता पैदा करना है। बता दें कि, आजतक किसी देश ने डर्टी बम से हमला नहीं किया है।【Photo Courtesy Google】

★ब्यूरो रिपोर्ट स्पर्श देसाई√•Metro City Post•News Channel •#रुस#यूक्रेन#डर्टी बम

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