*भाजपा को झटका,विधानसभा चुनाव से पहले जनता दल सेक्युलर में हुई फूट:राजस्थान इकाई ने NDA गठबंधन में जाने का किया विरोध*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई
*भाजपा को झटका,विधानसभा चुनाव से पहले जनता दल सेक्युलर में हुई फूट:राजस्थान इकाई ने NDA गठबंधन में जाने का किया विरोध*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई
【मुंबई/ रिपोर्ट स्पर्श देसाई】राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले सियासी उठापटक का सिलसिला शुरू हो गया है। जनता दल सेक्युलर राष्ट्रीय नेतृत्व द्वारा कर्नाटक में भाजपा के साथ मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ने और लोकसभा की सीटों के बंटवारे को लेकर किए जा रहे फैसले के खिलाफ जनता दल (सेक्युलर) की राजस्थान इकाई ने विरोध शुरू कर दिया है। जनता दल सेक्युलर के प्रदेश अध्यक्ष अर्जुन देथा ने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार संविधान को समाप्त करने पर आमादा है। संवैधानिक संस्थाओं को पंगु बना रही है। सारी व्यवस्था स्वेच्छाचारी तरीके से चला रही है। भाजपा ऐतिहासिक किसान आंदोलन के खिलाफ शत्रुतापूर्ण व्यवहार कर रही है। मजदूरों के अधिकार छीन रही है।
हाल के दिनों में 121 देशों के दरिद्रता इंडेक्स में भारत का स्थान 107वां हैं। उन्होंने कहा- केंद्र सरकार आरक्षण को समाप्त कर रही है। जनता की गाढ़ी कमाई और श्रम से तैयार किए गए सरकारी प्रतिष्ठानों को बेच रही है। इनमें रोजगार समाप्त कर रही है। महंगाई आसमान पर है। 121 देशों के दरिद्रता इंडेक्स में भारत का स्थान 107वां है उससे मालूम होता है कि आमजन का जीना मुश्किल हो रहा है। उन्होंने आगे कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने देश में भाईचारा नष्ट कर दिया है। सरकार पोषित और संरक्षित निजी अर्ध सैनिक गिरोह जब चाहे जहां चाहे किसी की भी जान ले रहे हैं। मणिपुर के ताजा हालात जहां बेशर्मी के साथ वहशी भीड़ ने बहन बेटियों की इज्जत लूटने का काम किया हैं। बच्चों और निरपराध लोगों को कत्ल करने का काम भी कर रही है।
देथा ने कहा कि केंद्र सरकार इन वहशी दरिंदों को और उनका संरक्षण देने वाले मणिपुर के मुख्यमंत्री को लगातार बचाती रही है। एक दूसरे राज्यों के बीच में तनाव का माहौल बना रही है ।
देश में खूनी और विस्फोटक हालत बना रही है। इसी खूनी खेल के आधार पर एक बार फिर येन केन प्रकारेण सत्ता में आने पर आमादा है। ऐसी स्थिति में आज के हालत में भाजपा की फांसीवादी सरकार के खिलाफ एकजुट संघर्ष की जरूरत है। इसके विपरीत हमारा केंद्रीय नेतृत्व भारतीय जनता पार्टी के साथ सहयोग करने और मिलकर चुनाव लड़ने और एनडीए गठबंधन के साथ जाने का काम कर रहा है। हम यह सब देखकर हतप्रभ हैं । इसका कड़े शब्दों में विरोध करते हुए हमारी राज्य की इकाई इसके खिलाफ समाजवादी धर्मनिरपेक्ष राजनीतिक ताकतों के साथ साझा करके संघर्ष करने की हामी है। उन्होंने कहा- ऐसी स्थिति में हम अपने आपको अपने मूल सिद्धांतों धर्मनिरपेक्षता और समाजवाद के रास्ते पर कटिबद्ध होकर इस दिशा में सक्रिय रहने का निर्णय घोषित करते हैं। हम अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष वयोवृद्ध नेता पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा जी को याद दिलाना चाहते हैं। जब शरद यादव और रामविलास पासवान ने भाजपा एनडीए के साथ मिलकर गठबंधन बनाने का फैसला किया था। तब हमने आपका साथ दिया और अपने दल के साथ सेक्युलर शब्द जोड़कर नई पहचान देते हुए अलग रास्ते पर चलने का निर्णय किया था। उस समय हमने जिस सेकुलरिज्म को बचाने के संघर्ष में आपका साथ दिया था। आज आप इस सेकुलरिज्म को जो हमारे दिल की पहचान थी । उसे समाप्त करने जा रहे हैं।
राजनीति में बेशक सत्ता प्राप्ति और उसके जरिए परिवर्तन हर दल का लक्ष्य होता है लेकिन सत्ता प्राप्ति एक उद्देश्य नहीं हो सकता न ही यह आदर्श राजनीति का एक ही रास्ता है इसलिए राजस्थान इकाई भारी मन के साथ केंद्रीय पार्टी से अलग होकर अपने आप को समाजवाद और धर्मनिरपेक्षता के रास्ते के साथ प्रतिबद्ध करने का निर्णय ले रही है।【Photo Courtesy Google】
★ब्यूरो रिपोर्ट स्पर्श देसाई√•Metro City Post•News Channel•#भाजपा#एनडीए#जनता दल सेकुलर
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