√● अवसर है तो क्यूँ रहे बेरोजगार ? सरकारी मदद से अब खोले खुद का व्यापार, जन औषधि केन्द्र खोलकर सस्ती दवा पर भी आप कमाए धन अपार / रिपोर्ट स्पर्श देसाई
√● अवसर है तो क्यूँ रहे बेरोजगार ? सरकारी मदद से अब खोले खुद का व्यापार, जन औषधि केन्द्र खोलकर सस्ती दवा पर भी आप कमाए धन अपार / रिपोर्ट स्पर्श देसाई
【मुंबई / रिपोर्ट स्पर्श देसाई 】केंद्र की मोदी सरकार में रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री मनसुख भाई मांडविया ने शुक्रवार को ब्लॉक स्तर पर नए जन औषधि केंद्र खोलने की घोषणा की हैं । बता दें कि अभी भारत में कुल 7,326 जन औषधि केंद्र हैं । अब ब्लॉक स्तर पर नए जन औषधि केंद्र खुलने से जनता को आसानी से जेनेरिक दवाईयां मुहैया हो सकेंगी ।
रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री मनसुख भाई मांडविया ने नए जन औषधि केंद्र खोलने के ऐलान के साथ बताया है कि अभी तक़रीबन 25 लाख लोग इन औषधि केंद्रों से लाभान्वित हो रहे हैं. सरकार नए औषधि केंद्र खोलकर एक बड़ी आबादी को इस योजना से फायदा पहुंचाना चाहती है ।
प्रधानमंत्री जनऔषधि परियोजना के अंतर्गत ₹ 30,000 कमाएं । अगर आप नौकरी की तलाश कर रहे हैं, तो यह योजना आपको अपने शहर, गांव या शहर जैसे किसी भी जगह ₹ 30,000 प्रति माह की कमाई करने में मदद कर सकती है। अब आप जनऔषधि केंद्र प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना के तहत खोल सकते हैं।
प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना : भारत सरकार के फार्मास्क्युटिकल्स विभाग द्वारा संचालित एक अभियान है, इस स्कीम के अंतर्गत आम नागरिकों को बाजार से 60 से 70 फीसदी कम कीमत पर दवाइयां मुहैया कराने के उद्देश्य से केंद्र सरकार देशभर में जन औषधि केंद्र खोल रही है।
आंकड़ों के लिहाज से अब तक देश में 20,000 जन औषधि केंद्र खोले जा चुके हैं। इन औषधि केंद्रों पर होने वाली दवाओं की बिक्री पर 16 फीसदी कमीशन भी दिया जाता है। इस योजना के मुताबिक सरकार की जिम्मेदारी यह होती है कि वह इन केंद्रों को जेनरिक दवाओं की सतत आपूर्ति करती है। नियमों के मुताबिक पहले तो यह योजना सिर्फ सरकार की चुनिंदा संस्थाओं तक ही सीमित थी हालांकि अब कोई भी फार्मासिस्ट या डॉक्टर जन औषधि स्टोर खोल सकता है।
योजना का मुख्य उद्देश्य : प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना का मुख्य उद्देश्य गरीब लोगों को कम लागत वाली दवाइयां प्रदान करना है। अब तक, लगभग 20,000 जनऔषधि केंद्र पूरे देश में खोले गए हैं।
आप जनऔषधि केंद्र को कैसे खोल सकते हैं :
इच्छुक लोग इस योजना के लिए एक सरल आवेदन फॉर्म भरकर आवेदन कर सकते हैं जो कि ऑनलाइन या ऑफ़लाइन उपलब्ध है। आवेदक इस योजना के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। इस योजना के तहत सरकार ने तीन श्रेणियां बनाई हैं, जिसमें कोई व्यक्ति अपनी पात्रता या योग्यता के अनुसार इसके लिए आवेदन कर सकता है। पहली श्रेणी में कोई भी बेरोजगार फार्मासिस्ट, डॉक्टर या पंजीकृत चिकित्सा व्यवसायी स्टोर खोल सकता है।
दूसरी श्रेणी में ट्रस्ट, एनजीओ, निजी अस्पताल, समाज और स्वयं सहायता समूह भी इसके लिए आवेदन कर सकते हैं।
तीसरी श्रेणी में राज्य सरकार द्वारा नामांकित एजेंसी स्टोर खोल सकती है। प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना आवेदन पत्र । ऑफ़लाइन आवेदन पत्र,ऑनलाइन आवेदन पत्र,जनऔषधि केंद्र खोलने के लिए आवश्यक दस्तावेजों की सूची । व्यक्तिगत :आधार कार्ड,पैन कार्ड,विकलांगता प्रमाण पत्र (केवल विकलांग आवेदकों के लिए),फार्मासिस्ट पंजीकरण प्रमाणपत्र ।
संस्थान / गैर सरकारी संगठन / चैरिटेबल संस्थान / अस्पताल के लिए : आधार कार्ड,पैन कार्ड,निगमन का प्रमाण पत्र,पंजीकरण प्रमाणपत्र,फार्मासिस्ट पंजीकरण प्रमाणपत्र ।
सरकार / सरकारी नामांकित एजेंसी के लिए : विभाग का विवरण जिसने सहायक दस्तावेजों / स्वीकृति आदेश के साथ स्थान आवंटित किया है। पैन कार्ड,आधार कार्ड,फार्मासिस्ट पंजीकरण प्रमाणपत्र ।
जनऔषधि केंद्र के लिए कितनी जगह की आवश्यकता है :
दुकान के लिए आवेदक के पास कम से कम 120 वर्ग फुट का क्षेत्र होना चाहिए। अगर सरकार एक जनऔषधि केंद्र को खोलने के लिए आपके आवेदन को मंजूरी देती है तो आप अधिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं, जिसमें सरकार आपको 650 से अधिक दवाएं और बिक्री के लिए 100 से अधिक उपकरण प्रदान करेगी। इसके अलावा, सरकार 2.5 लाख रुपये की वित्तीय सहायता भी प्रदान करेगी, इसका मतलब है कि आपको इस योजना के तहत किसी भी मेडिकल स्टोर को खोलने के लिए किसी भी तरह का पैसे का निवेश नहीं करना पड़ेगा।
यह योजना किस प्रकार काम करती है :
यदि आप सामान्य जनता के लिए जनऔषधि केंद्र खोलने जा रहे हैं सबसे पहले,आपको 1 लाख रुपये तक की दवा की खरीद करनी होगी। इसके बाद, सरकार मासिक आधार पर काम की प्रक्रिया का निरीक्षण करेगी। सरकार 1 लाख रुपये बुनियादी जरूरतों के लिए जैसे रैक,डेस्क आदि के लिए दे रही है जो एक चिकित्सा दुकान खोलने के लिए जरुरी है यह मदद सरकार को छह महीने के भीतर वापस लौटानी होगी। इसके अलावा, सरकार कंप्यूटर सिस्टम करने के लिए भी 50,000 रूपये की राशी प्रदान कर रही है।
इस योजना से आप आमदनी कैसे कर सकते हैं :
इस योजना में आपको हर महीने अपनी दुकान से बिकने वाली कई दवाइयों पर 10 प्रतिशत की आमदनी होगी। यह प्रोत्साहन राशी अधिकतम ₹ 10,000 तक होगी।
इस योजना के मुताबिक, यदि आप एक महीने में आपकी दुकान से 1 लाख रुपये से अधिक की दवाएं बेचते हैं तो आपको ₹ 10,000 तक की प्रोत्साहन राशी मिलेगी। इस राशी व्यक्ति को तब तक प्रदान किया जाएगा जब तक कि ₹ 2.50 लाख पूरे ना हो जाएँ।
आप प्रति माह ₹ 30,000 तक कैसे कमाएंगे :
मेडिकल सेंटर के आवंटन के बाद, हर महीने की बिक्री राशि पर 20 प्रतिशत कमीशन मिलेगा इस तरह, यदि आप हर महीने अपने केंद्र से 1 लाख रूपये तक की दवाएं बेचते हैं तो आपको 10 प्रतिशत प्रोत्साहन राशी मिलेगी और 20 प्रतिशत कमीशन मिलेगा जो कि प्रति माह लगभग ₹ 30,000 तक हो जाएगा।
कुछ महत्वपूर्ण लिंक का उपयोग करें : ब्रोशर डाउनलोड करने के लिए :- Download आधिकारिक वेबसाइट के लिए :- http://janaushadhi.gov.in/ महत्वपूर्ण दिशानिर्देश के लिए :http://janaushadhi.gov.in/guidelines.html मूल्य सूची के लिए http://janaushadhi.gov.in/price_list_of_JAS_medicines.html
ऑफ़लाइन आवेदन पत्र भेजने के लिए आधिकारिक पता:
ब्योरा ऑफ़ फार्मा पीएसयू भारत, आईडीपीएल कॉरपोरेट ऑफिस कॉम्प्लेक्स, पुरानी दिल्ली-गुड़गांव रोड, दुंडहेरा, गुड़गांव -122016 (हरियाणा)
★ब्यूरो रिपोर्ट स्पर्श देसाई √•Metro City Post•News Channel•
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