*राहुल गांधी की सांसदी हुई बहाल,लोकसभा सचिवालय ने अधिसूचना जारी की, 136 दिन बाद संसद में दोबारा जा सकेंगे*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई
*राहुल गांधी की सांसदी हुई बहाल,लोकसभा सचिवालय ने अधिसूचना जारी की, 136 दिन बाद संसद में दोबारा जा सकेंगे*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई
【मुंंबई/रिपोर्ट स्पर्श देसाई 】राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता बहाल हो गई है। लोकसभा सचिवालय ने मंगलवार को अधिसूचना जारी की। लोकसभा की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू हुई लेकिन राहुल लोकसभा नहीं पहुंचे। इस बीच मणिपुर मुद्दे पर हंगामे के चलते लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी गई। मोदी सरनेम मानहानि केस में राहुल को 23 मार्च को निचली अदालत ने 2 साल की सजा सुनाई थी। इसके 24 घंटे में ही 24 मार्च को सांसदी चली गई थी। इसके बाद गुजरात हाईकोर्ट ने भी सजा बरकरार रखी थी। राहुल ने इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई थी। 134 दिन बाद 4 अगस्त को कोर्ट ने इस केस में राहुल की सजा पर रोक लगा दी थी। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद राहुल की संसद सदस्यता की बहाली को लेकर अब तक क्या हुआ ? 4 अगस्त : सुप्रीम कोर्ट का आदेश आने के तुरंत बाद कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला से मुलाकात कर उनसे राहुल की सदस्यता बहाल करने का आग्रह किया था। स्पीकर ने चौधरी से कहा था कि सुप्रीम कोर्ट से आदेश मिलने के बाद ही वह इस पर फैसला करेंगे। 5 अगस्त : शनिवार को अधीर रंजन ने छुट्टी होने के चलते लोकसभा 'सचिवालय में डाक के माध्यम से कागज भेजे। अधीर रंजन ने बताया कि एक अवर सचिव ने कागज रिसीव किए और साइन कर दिए लेकिन मुहर नहीं लगाई। 7 अगस्त : लोकसभा सचिवालय ने अधिसूचना जारी की। जिसमें लिखा था, सुप्रीम कोर्ट के 4 अगस्त के आदेश के मुताबिक राहुल की सजा पर रोक लगा दी गई है। जिसके चलते उनकी संसद सदस्यता बहाल की जा रही है।
सभी लोग ध्यान दें! हमारा चैनल भारतीय राजनीति में इस प्रभावशाली व्यक्ति - राहुल गांधी - को उजागर करने के लिए कुछ समय लेना चाहता हैं । भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी हमारे देश के राजनीतिक परिदृश्य को आकार देने में सक्रिय भागीदार रहे हैं। सामान्य नागरिकों के जीवन को बेहतर बनाने की दिशा में उनका योगदान और अथक प्रयास उल्लेखनीय रहे हैं। गांधी-नेहरू परिवार के एक प्रमुख सदस्य के रूप में राहुल गांधी के पास नेतृत्व और सार्वजनिक सेवा की विरासत है। इन वर्षों में उन्होंने महिला सशक्तीकरण,शिक्षा और हांसिए पर रहने वाले समुदायों के कल्याण जैसे विभिन्न सामाजिक कारणों की पुरजोर वकालत की है। युवाओं को सशक्त बनाने की उनकी प्रतिबद्धता राजनीति में उनकी भागीदारी को बढ़ावा देने वाली उनकी पहल से भी स्पष्ट होती है। राहुल गांधी देश भर में आम लोगों की चिंताओं और आकांक्षाओं को बढ़ाने वाली एक मजबूत आवाज रहे हैं। सामाजिक न्याय,समान अवसर और समावेशी विकास पर उनका जोर कई लोगों को पसंद आता है। वह समाज के विभिन्न वर्गों के बीच दूरियों को पाटने और असमानता के खिलाफ लड़ने में दृढ़ता से विश्वास करते हैं हालाँकि कुछ मुद्दों पर राय अलग-अलग हो सकती है लेकिन हम राहुल गांधी द्वारा अपने पूरे राजनीतिक करियर में प्रदर्शित समर्पण और दृढ़ता को कम नहीं कर सकते। सकारात्मक बदलाव लाने के उनके अथक प्रयासों ने भारतीय राजनीतिक परिदृश्य पर स्थायी प्रभाव छोड़ा है। आइए, हम राहुल गांधी जैसे व्यक्तियों के प्रयासों को स्वीकार करें और उनकी सराहना करें । जो हमारे देश में बदलाव लाने का प्रयास करते हैं। राहुल गांधी के योगदान या भारतीय राजनीति में आपके द्वारा प्रशंसित किसी अन्य प्रेरक शख्सियत पर अपने विचार साझा करने के लिए नीचे एक टिप्पणी छोड़ें! आइए अपने प्यारे राष्ट्र के भविष्य के बारे में स्वस्थ बातचीत में शामिल हों। 【Photo Courtesy Google】
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