*मुंबई में प्रजा फाउंडेशन ने 20 अगस्त को- मुंबई के विधायकों का रिपोर्ट कार्ड 2024- जारी किया*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई


*मुंबई में प्रजा फाउंडेशन ने 20 अगस्त को 'मुंबई के विधायकों का रिपोर्ट कार्ड 2024' जारी किया*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई

【मुंबई/रिपोर्ट स्पर्श देसाई】मुंबई में प्रजा फाउंडेशन ने 20 अगस्त, 2024 को 'मुंबई के विधायकों का रिपोर्ट कार्ड 2024' जारी किया। यह रिपोर्ट कार्ड विधायकों के पिछले वर्ष के प्रदर्शन का आकलन करता है। इसमें वर्ष 2023 के बजट सत्र से वर्ष 2024 के बजट सत्र के बीच की अवधि को शामिल किया गया है। इस बार रिपोर्ट कार्ड का दायरा बढ़ाया गया है। जिसमें विधानसभा में कम-से कम तीन सालों तक सेवा देने वाले विधायकों के समेकित प्रदर्शन के साथ-साथ 14वीं महाराष्ट्र राज्य विधानसभा 2024 के बजट सत्र तक के पूरे कामकाज का आकलन किया गया है। जिसमें कामकाजी दिनों की संख्या का विशेष रूप से निरीक्षण किया गया। इस रिपोर्ट कार्ड में शीर्ष स्थान प्राप्त करने वाले तीन विधायकों में 82.92% के साथ विधायक अमीन पटेल सबसे पहले स्थान पर हैं। उनके बाद 78.71% के साथ विधायक सुनील प्रभु दुसरे स्थान पर हैं। जबकि 76.51% के साथ विधायक वर्षा गायकवाड तीसरे स्थान पर हैं। सबसे श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले इन तीनों विधायकों ने विचार-विमर्श मंचों पर अपनी संवैधानिक जिम्मेदारियों से वाकिफ है।.वो अच्छी तरह निभाते हुए यह अंक हासिल किए हैं, अर्थात उन्होंने सबसे अधिक संख्या में नागरिकों की समस्याओं को उठाया है और विधानसभा सत्रों में सबसे ज्यादा उपस्थिति दर्ज की है। जब राजनीतिक दलों के प्रदर्शन का मूल्यांकन उनके विधायकों के प्रदर्शन के आधार पर किया गया, तो इसमें भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस 72.56% के साथ पहले स्थान पर रही। 60.08% के साथ भारतीय जनता पार्टी को दूसरा स्थान प्राप्त हुआ।

प्रजा के मिलींद म्हस्के ने निष्कर्ष निकालते हुए कहा कि महाराष्ट्र में विधायी कामकाज का एक समृद्ध इतिहास रहा है और यह लंबे समय से विधायी कामकाज के संचालन के लिए एक आदर्श रहा है हालांकि हाल के वर्षों में राज्य ने असामान्य राजनीतिक उथल-पुथल का अनुभव किया है। दो प्रमुख राजनीतिक दलों के बीच विभाजन और राज्य सरकार में बदलाव ने राज्य के राजनीतिक समीकरणों और विधायी प्रदर्शन को काफी प्रभावित किया है। जैसा कि हम 15वीं विधानसभा की ओर देखते हैं। हम आशा करते है कि विधानसभा का प्रदर्शन बेहतर होगा।14वीं विधानसभा में कुल मिलाकर विधायकों का प्रदर्शन देखा जाए तो बड़ी चिंताजनक तस्वीर सामने आती है। 13वीं विधानसभा की तुलना में कुल मिलाकर विधायकों के प्रदर्शन में काफी गिरावट आई है। पिछले कुछ सालों में राज्य को जिन चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। उसे देखते हुए यह प्रवृत्ति विशेष रूप से चिंताजनक है। सबसे कम अंक पाने वाले विधायकों के प्रदर्शन में सबसे अधिक गिरावट देखी गई है। 13वीं विधानसभा में सबसे कम अंक पाने वाले 5 विधायकों का औसत अंक 48.13% था। जबकि 14वीं विधानसभा के सबसे निचले पायदान वाले 5 विधायकों का औसत अंक केवल 34.81% है। प्रदर्शन में इस तरह की गिरावट बड़ी चिंता का विषय है क्योंकि इससे जाहिर होता है कि ये विधायक जनता के प्रतिनिधि के रूप में अपनी संवैधानिक जिम्मेदारियों को नहीं निभा रहे हैं । ऐसा प्रजा फाउंडेशन के सीईओ मिलिंद म्हस्के ने आगे कहा।
14वीं विधानसभा में कामकाजी दिनों की संख्या में भारी कमी, सही मायने में एक बड़ी चिंताजनक प्रवृत्ति के तौर पर सामने आई है। 14वीं विधानसभा में वर्ष 2019 के शीतकालीन सत्र से लेकर वर्ष 2024 के बजट सत्र के बीच सिर्फ 119 दिन ही काम हुआ। 12वीं विधानसभा की तुलना में इस बार 43% की भारी गिरावट देखी गई है। 12वीं विधानसभा वर्ष 2009 के शीतकालीन सत्र से लेकर वर्ष 2014 के बजट सत्र जिसमें 210 दिन काम हुआ था। महाराष्ट्र राज्य विधानसभा अव अपने कामकाजी दिनों की संख्या के मामले में भारत की सभी विधानसभाओं में सातवें स्थान पर है। निःसंदेह कॉविड-19 महामारी ने विधानसभा के कामकाज को प्रभावित किया और इसकी वजह से विचार-विमर्श भी काफी हुआ परंतु प्रजा का मानना है कि जरूरत पड़ने पर टेक्रोलॉजी का लाभ उठाकर इस अवधि के दौरान विचार-विमर्थों का दायरा बढ़ाया जा सकता था। महामारी के दौरान विधायिका की गतिविधियों में बढ़ोतरी होने की स्थिति में इस संकट का सामना अधिक विस्तृत और ज्यादा कारगर तरीके से किया जा सकता था। ऐसा प्रजा फाउंडेशन के एसोसिएट मैनेजर एकनाथ पवार ने कहा । पवार ने आगे कहा कि इन तमाम चुनौतियों के बावजूद विधायकों की लगातार उपस्थिति का यह ट्रेंड बेहद उत्साहजनक रहा है। 14वीं विधानसभा में विधायकों की औसत उपस्थिति 89% रही है। शुरुआत से दो सालों में सबसे ज्यादा उपस्थिति दर्ज की गई। पहले साल (वर्ष 2019 के शीतकालीन सत्र से लेकर वर्ष 2020 के मानसून सत्र तक) में उपस्थिति 93% तक पहुँच गई। जबकि दूसरे साल (वर्ष 2020 के शीतकालीन सत्र से लेकर 2021 के मानसून सत्र तक) में 92% उपस्थिति दर्ज की गई। हालाँकि ये कोविड-19 संकट, कामकाजी दिनों की संख्या में कटौती वाले वर्ष थे। जिससे जाहिर होता है कि संकट की इस घड़ी में विधायकों ने शासन-प्रक्रिया में भाग लेने और विचार-विमर्श करने की तात्कालिक आवश्यकता को महसूस किया लेकिन अगर कामकाजी दिनों की संख्या अधिक होती तो उनके पास ऐसा करने के और ज्यादा अवसर होते।
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-प्रजा फाउंडेशन के अहम मुद्दे:14 वीं विश्वासभा (2019 के सीतकालीन सब से लेकर वर्ष 2024 के बजट सत्र) में कामकाज के दिनों की संख्या 43% घटकर 119 दिन रह गई, जो 12वीं विधानसभा (2009 के शीतकालीन सत्र से लेकर वर्ष 2014 के बजट सत्र) में 210 दिन थी।
-12 वीं विधानसभा में पूछे गये प्रश्नों की संख्या 40,512 श्री, जो 14वीं विधानसभा में 73% घटकर 11,132 रह गयी।
-रिपोर्ट कार्ड वर्ष 2022 से 2024 के बीच पूछे गए प्रश्न पैरामीटर का औसत स्कोर 13.9% के आसपास स्थिर रहा। • रिपोर्ट कार्ड वर्ष 2022 से 2024 के बीच पूछे गए प्रश्न की गुणवत्ता पैरामीटर का औसत स्कोर लगभग 12% के आसपास स्थिर रहा।
-इस रिपोर्ट कार्ड में शीर्ष स्थान प्राप्त करने वाले तीन विधायक इस प्रकार हैं: विधायक अभीन पटेल (क 1 82.92%), विधायक सुनील प्रभु (एक 2-78.71%), विधायक वर्षा गायकवाड (रैंक 3-76.51%)।
-वर्ष 2024 में 34 में से सिर्फ 1 विश्वायक ने ही 80% से अधिक अंक प्राप्त किये।

-प्रजा के बारे मे: प्रजा फाउंडेशन हमारी सरकार को जवाबदेह बनाने के लिए पिछले दो दशकों से काम कर रही हैं। नागरिक सुद्दों पर आँकड़ों का अध्ययन करके और नागरिकों,मीडिया और सरकार और प्रशासनिक निकायों को इसकी जानकारी प्रसारित करके प्रजा जनप्रतिनिधियों के साथ भी काम करती हैं। यह जन-प्रतिनिधियों को उनके कार्य में त्रुटियों को सुधारने में सहायता करने, सूचना की पूर्णता को बढ़ाने और स्थिति में सुधार के लिए उचित उपाय करने के लिए प्रेरित करने के रूप में है। प्रजा का उद्देश्य लोगों के जीवन को सरल बनाना,नागरिकों को अधिकार देना और सरकार को सही स्थिति बताना और साथ ही भारत के नागरिकों के जीवन स्तर में सुधार करना है। प्रजा लोगों की भागीदारी के माध्यम से एक जवाबदेह और कुशल समाज के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध हैं।【Photo by MCP】

★ब्यूरो रिपोर्ट स्पर्श देसाई√•Metro City Post•News Channel•#प्रजा#मुंबई के विधायकों का रिपोर्ट कार्ड 2024'

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