*साइक्लोन "असानी" रिपोर्ट:भीषण चक्रवात में बदला 'असानी'; पश्चिम बंगाल, ओडिशा और आंध्र प्रदेश में तूफान और बारिश का अलर्ट*/ रिपोर्ट स्पर्श देसाई
*साइक्लोन "असानी" रिपोर्ट:भीषण चक्रवात में बदला 'असानी'; पश्चिम बंगाल, ओडिशा और आंध्र प्रदेश में तूफान और बारिश का अलर्ट*/ रिपोर्ट स्पर्श देसाई
【मुंबई/ रिपोर्ट स्पर्श देसाई】बंगाल की खाड़ी में प्रवेश करने के बाद साइक्लोन "असानी" ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने ओडिशा, बंगाल और आंध्र प्रदेश में तूफानी बारिश का अलर्ट जारी किया है। IMD ने कहा था कि 9 मई सोमवार सुबह से यह तूफान गंभीर चक्रवात का रूप ले लेगा। IMD के मुताबिक साइक्लोन "असानी" का असर सबसे अधिक कार निकोबार से लगभग 610 किमी उत्तर-पश्चिम में, पोर्ट ब्लेयर से 500 किमी पश्चिम में,विशाखापत्तनम से 810 किमी दक्षिण-पूर्व और पुरी से 880 किमी दक्षिण-दक्षिण पूर्व में देखने को मिलेगा।
*90 से 125 किमी/घंटे की रफ्तार से चलेंगी हवाएं*
IMD ने अनुमान जताया है कि जिस रफ्तार से तूफान ने बंगाल की खाड़ी में प्रवेश किया हैं । ऐसे में 9 मई को बंगाल और ओडिशा में 90 किमी/घंटे और 10 मई को 125 किमी/घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी। इस दौरान तूफानी बारिश भी होगी। ओडिशा के पूरी स्थित समुद्री तट पर मछुआरों ने अपनी नावों को पलटना शुरू कर दिया है।
*ओडिशा के 4 पोर्ट डेंजर जोन घोषित*
ओडिशा रिलीफ कमिश्नर पीके जेना ने बताया कि राज्य के 4 पोर्ट पारा द्वीप,गोपालपुर,धमरा और पुरी को डेंजर जोन घोषित किया गया है। इन इलाकों में NDRF और ODARF की तैनाती की गई है। हमने समुंद्री इलाकों में सभी मछुआरों के लिए चेतावनी जारी कर दी है।
*ममता बनर्जी ने 3 दिन तक सभी कार्यक्रम रद्द किए*
पश्चिम बंगाल में तूफान के खतरे को देखते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं। 9, 10 और 11 मई को ममता बनर्जी नवान्न (सचिवालय) से साइक्लोन "असानी" की मॉनिटरिंग करेगी। रविवार को मौसम केंद्र कोलकाता ने अंदेशा जताया था कि अंत समय में तूफान का डायरेक्शन बदल सकता है और यह बंगाल के किसी समुद्री तटों से टकरा सकता है।
*झारखंड-बिहार समेत इन राज्यों पर होगा असर*
चक्रवाती तूफान "असानी" का असर ओडिशा के अलावा बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, आंध्र प्रदेश समेत कई राज्यों में देखने को मिल सकता है। मौसम विभाग ने इन राज्यों के लिए भी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। असानी तूफान का बिहार में भी पड़ेगा असर, कई जिलों में होगी बारिश । मौसम विभाग ने मछुआरों को बुधवार तक समुद्र में न जाने का अलर्ट जारी किया है।
*साल 2022 का पहला साइक्लोन*
असानी इस साल का पहला चक्रवाती तूफान है। इससे पहले 2021 में 3 चक्रवाती तूफान आए थे। दिसंबर 2021 में साइक्लोन "जावद" आया था। वहीं, सितंबर 2021 में साइक्लोन "गुलाब" ने दस्तक दी थी, जबकि मई 2021 में साइक्लोन "यास" ने बंगाल, बिहार समेत कई राज्यों में कहर बरपाया था।
*भविष्य के साइक्लोन के नाम अभी से तय*
चक्रवात *असानी* श्रीलंका द्वारा दिया गया एक नाम है जिसका अर्थ सिंहली में 'क्रोध' होता है। "असानी" के बाद बनने वाले चक्रवात को "सितारंग" कहा जाएगा, जो थाईलैंड द्वारा दिया गया नाम है। भविष्य में जिन नामों का इस्तेमाल किया जाएगा उनमें भारत के "घुरनी", *प्रोबाहो*, *झार* और *मुरासु*, *बिपरजॉय* (बांग्लादेश), *आसिफ* (सऊदी अरब), *दीक्सम* (यमन) और *तूफान* (ईरान) और "शक्ति" (श्रीलंका) शामिल हैं।
हालांकि चक्रवात असानी गंभीर चक्रवाती तूफान में बदला हैं इसलिए आंध्र प्रदेश, ओडिसा और पश्चिम बंगाल में कल से तेज वर्षा की आशंका हैं । भीषण चक्रवाती तूफान असानी दक्षिणी बंगाल की खाडी के पश्चिम मध्यवर्ती और आस-पास के क्षेत्र से पश्चिम
उत्तर-पश्चिम की ओर मुड़ गया। अगले 48 घंटों में इसके और कमजोर पड़ने तथा चक्रवाती तूफान में परिवर्तित हो जाने की आशंका है। बंगाल की खाड़ी में उठे भीषण समुद्री तूफान असानी के कारण एक सौ 20 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चल रही हैं। तूफान आज दोपहर 25 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से आंध्र प्रदेश और ओडिसा की ओर बढ़ा था लेकिन इसके अगले दो दिनों में धीरे-धीरे कमजोर पड़ जाने का अनुमान है। इसके प्रभाव से पश्चिम बंगाल के गांगेय क्षेत्र में कल से लेकर शुक्रवार तक सामान्य वर्षा होने की आशंका है। तटवर्ती जिलों, पूर्वी मेदनीपुर, दक्षिण-24 परगाना और उत्तर 24 परगाना में तेज वर्षा होने का अनुमान है। प्रशासन ने इन जिलों में तूफान बचाव शेल्टरों, स्कूलों और अन्य भवनों में खाद्य सामग्री तथा अन्य बचाव सामग्री की समुचित व्यवस्था की है। सभी तटवर्ती क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे पूर्वी-मध्य और दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी तथा अंडमान सागर में न जाएं। समुद्री तूफान को देखते हुए कोलकाता नगर निगम ने अपने सभी कर्मचारियों और आपदा प्रबंधन टीमों को सतर्क कर दिया है।
राज्य कृषि विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे धान की पकी फसल की कटाई और गहाई के बाद उसे गोदामों में भंडारित करें। किसानों को सब्जियों और तिलहन की फसलों की रक्षा करने की भी सलाह दी गई है, ताकि एकत्र जल की शीघ्र निकासी की जा सके। उनसे कहा गया है कि वे मौसम पूर्वानुमानों की अद्यतन जानकारी रखें और उसी के अनुसार फसलों की संरक्षा करें।
समुद्री तूफान असानी उत्तरी आंध्र प्रदेश-ओडिसा तट से निरंतर पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा है। मौसम विभाग ने कहा है कि तूफान आंध्र प्रदेश या ओडिसा में नहीं पहुंचेगा फिर भी "असानी" के कल तट के करीब आने के कारण ओडिसा के तटवर्ती जिलों में तेज वर्षा होने की आशंका है।【Photo Courtesy Google】
★ब्यूरो रिपोर्ट स्पर्श देसाई√•Metro City Post•News Channel•#तूफान असानी
Comments