*राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में तेज वर्षा के बाद बाढ़ जैसी स्थिति, केरल में भी तेज बारिश*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई
*राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में तेज वर्षा के बाद बाढ़ जैसी स्थिति, केरल में भी तेज बारिश*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई
【मुंबई/रिपोर्ट स्पर्श देसाई】राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में तेज वर्षा के बाद बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गयी है। सांगरिया और रावतसर में पानी निकालने के लिए पम्प का उपयोग किया गया। जिलाधिकारी नाथमल डिडेल ने सरकारी और निजी स्कूलों में एक दिन का अवकाश घोषित किया है। आंगनवाड़ी भी बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं। रावतसर में 127 मिलीमीटर जबकि सांगरिया में 105 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई थी।
दो दिन बाद मानसून का अगला दौर शुरू होगा । इस 4 अगस्त को उदयपुर में भारी बरसात की आशंका, फतहसागर छलकने की ओर हैं । दोनों मदार बांधों से फतहसागर झील में लगातार आवक हो रही है। उदयपुर में बुधवार से मानसून का चौथा दौर शुरू होगा। पिछले एक सप्ताह से उदयपुर सहित पूरे मेवाड़ में मानसून धीमा पड़ गया था मगर अब 3 अगस्त से मानसून का चौथा दौर शुरू होगा। इससे पहले एक अगस्त सोमवार सुबह से ही बादल छाए रहे थे। मौसम विभाग का अनुमान है कि मंगलवार को बादल छाए रहने और बिजली कड़कने की घटनाएं हो सकती है। वहीं 3 अगस्त से बारिश का दौर शुरू होने के साथ 4 अगस्त को उदयपुर में भारी बरसात हो सकती है। फतहसागर अब छलकने से महज 1.5 फीट दूर हैं । इधर बरसात नहीं होने के बावजूद मदार बांधों से हो रही आवक के चलते फतहसागर का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। सोमवार सुबह तक फतहसागर 11.6 फीट पर पहुंच गया। अब यह अपनी कुल भराव क्षमता से महज 1.5 फीट खाली है। छोटे और बड़े मदार बांध से लगातार हो रही पानी की आवक के चलते मदार नहर का जलस्तर 2.2 फीट है। जिससे फतहसागर में लगतार आवक हो रही है हालांकि पिछले दिनों और किसी झील या बांध में आवक नहीं हुई है।
अगले दौर से पिछोला के भरने की उम्मीदें हैं।
मानसून सीजन में इस बार पिछोला के कैचमेंट क्षेत्र में बरसात बेहद कम हुई है। इसके चलते पिछोला झील में पानी की आवक नहीं हुई। यही वजह है कि पिछोला अब भी लगभग 5 फीट खाली है। जबकि आमतौर पर पिछोला झील फतहसागर से पहले भरती है। वहीं पिछोला को भरने वाले देवास और मादड़ी बांध भी अबतक खाली हैं। ऐसे में मानसून के अगले दौर से इस हिस्से में बरसात की उम्मीद है। जिससे पिछोला सहित इस क्षेत्र के बांधों में आवक हो सके। उदयसागर, देवास,बड़ी सहित कई बांध नहीं भरे हैं। उदयपुर में जुलाई के महीने में अच्छी बरसात से कई बांध और झीलें भर गई मगर अब भी कई प्रमुख झीलें खाली हैं। इनमें उदयसागर,बड़ी,वल्लभनगर,पिछोला,देवास, मादड़ी,आकोदड़ा,मानसी वाकल और गोवर्धन सागर प्रमुख हैं। जल संसाधन विभाग उम्मीद कर रहा है कि इस मानसूनी सीजन में बड़ी को छोड़कर बाकी सभी बांध पूरे भर सकते हैं। इससे पूरे साल उदयपुर में पानी की किल्लत नहीं होगी।
केरल में तेज वर्षा जारी रहने के कारण कल सात जिलों में शिक्षण संस्थान बंद कर दिया है। केरल में तेज वर्षा जारी रहने के कारण कल सात जिलों में शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे। तिरुवनंतपुरम,कोल्लम,पत्तनमथिट्टा, एर्नाकुलम,कोट्टायम,अलप्पुझा और इडुक्की जिलों में कल तक के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है।
मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने आज एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की थी । बैठक के बाद श्री विजयन ने कहा कि पूरे राज्य के जिला और तालुक मुख्यालयों में 24 घंटे नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के दलों को भूस्खलन की संभावना वाले पहाड़ी इलाके में तैनात किया गया है। बल की और टीम जल्द ही राज्य में पहुंचेंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में विभिन्न बांधों की सुरक्षा और जल स्तर का आकलन किया गया है। इस बीच अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन से विभिन्न हिस्सों में सामान्य जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। कई लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। मौसम विभाग ने बृहस्पतिवार तक राज्य में तेज वर्षा की आशंका व्यक्त की है। केरल में तेज वर्षा के कारण कई हिस्सों से भूस्खलन और बाढ़ भी आई हुई हैं साथ में केरल में तेज वर्षा के कारण कई हिस्सों से भूस्खलन और बाढ़ की ख़बर है। कोल्लम और पथनमथिट्टा जिलों में वर्षा से जुड़ी घटनाओं में एक स्थानीय पर्यटक के मारे जाने और एक युवक के बह जाने की खबर मिली है। तिरुवनन्तपुरम, एर्नाकुलम और इड्डुकी समेत 7 जिलों के लिये आज ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। लोगों से सतर्क रहने को कहा गया है। मौसम विभाग ने मध्य-दक्षिण बंगाल की खाड़ी पर बने चक्रवाती दबाव के कारण आज से राज्य में वर्षा और तेज होने की चेतावनी दी है। मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है।【Photo Courtesy Google】
★ब्यूरो रिपोर्ट स्पर्श देसाई√•Metro City Post•News Channel•#बारिश # तापमान
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