*आंध्र प्रदेश में भारी बारिश के बाद प्रमुख नदियां उफान पर, बाढ़ का खतरा बढ़ा,राजस्थान और बंगाल में भी बारिश*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई

*आंध्र प्रदेश में भारी बारिश के बाद प्रमुख नदियां उफान पर, बाढ़ का खतरा बढ़ा,राजस्थान और बंगाल में भी बारिश*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई

【मुंबई/रिपोर्ट स्पर्श देसाई】 ऊपरी जलग्रहण क्षेत्रों में पिछले दो दिनों में नदी के जलस्तर में कमी आने के बाद भारी बारिश होने से आंध्र प्रदेश में गोदावरी नदी में बाढ़ का खतरा 17 अगस्त बुधवार को फिर से बढ़ रहा है । भारी बारिश के परिणामस्वरूप राजामहेंद्रवरम के पास डोवालेस्वरम में सर आर्थर कॉटन बैराज में पानी का प्रवाह बढ़कर 14.42 लाख क्यूसेक (प्रति सेकंड जल प्रवाह का घन फुट) हो गया है । पड़ोसी तेलंगाना के भद्राचलम में गोदावरी में जलस्तर लगभग 15 लाख क्यूसेक दर्ज किया गया,जो खतरे के तिसरे निशान 54.5 फुट के स्तर को पार कर गया । एलुरु में राहत कार्यों के लिए तैनात किया गया । अगले कुछ घंटों में कॉटन बैराज में और अधिक बाढ़ का पानी आने की संभावना है । राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कहा कि दूसरा चेतावनी संकेत कॉटन बैराज पर बना हुआ है,जबकि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की तीन टीम को बाढ़ प्रभावित जिलों अल्लूरी सीताराम राजू,बीआर आंबेडकर कोनसीमा और एलुरु में राहत कार्यों के लिए तैनात किया गया है । एसडीएमए के प्रबंध निदेशक बी आर आंबेडकर ने एक विज्ञप्ति में कहा कि बाढ़ कम होने तक नदी के तटीय इलाकों के लोगों को सतर्क रहना होगा । इस बीच कृष्णा नदी में श्रीसैलम जलाशय से बुधवार को सुबह 3.95 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है । बारिश के कारण प्रचुर मात्रा में पानी का प्रवाह हो रहा । आंध्र प्रदेश जल संसाधन सूचना प्रबंधन प्रणाली के आंकड़ों से पता चलता है कि नागार्जुन सागर बांध से लगभग इतनी ही मात्रा में बाढ़ का पानी छोड़ा जा रहा है । नागार्जुन सागर के नीचे डॉ के.एल.राव सागर पुलीचिंतला में पानी का आंतरिक प्रवाह 3.75 लाख क्यूसेक और बाहरी प्रवाह 3.56 लाख क्यूसेक दर्ज किया गया था । विजयवाड़ा के प्रकाशम बैराज में 2.93 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है । राज्य के अन्य हिस्सों में, श्रीकाकुलम जिले में नागावली और वामसाधारा नदियों में भी जलग्रहण क्षेत्र में भारी बारिश के कारण प्रचुर मात्रा में पानी का प्रवाह हो रहा है । श्रीकाकुलम के गोट्टा बैराज में बाढ़ का प्रवाह बढ़कर 54,853 क्यूसेक हो गया, जिसके बाद पहला चेतावनी संकेत दिया गया।

दौरान राजस्‍थान में भी कई जगह भारी बारिश की खब़र हैं। 21 अगस्त से फिर शुरू होगा नया दौर। कम दबाव का नया क्षेत्र बनने के कारण राजस्‍थान के अनेक हिस्‍सों में बीते 24 घंटे में भारी से अति भारी बारिश हुई है । इस दौरान सबसे अधिक 173 म‍िलीमीटर बारिश प्रतापगढ़ के अरनोद में हुई । मौसम विभाग के अनुसार राज्‍य में बारिश का दौर अभी जारी रहेगा । विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटों में राज्‍य के प्रतापगढ़,सिरोही,झालावाड़, उदयपुर,डूंगरपुर,जयपुर,बांसवाड़ा,पाली एवं जालौर जिलों में कहीं-कहीं भारी से अति भारी बारिश दर्ज की गई है ।17 अगस्त बुधवार सुबह साढ़े आठ बजे तक सर्वाधिक 173 म‍िलीमीटर बारिश अरनोद में दर्ज की गई थी। उसने बताया कि इसके अलावा माउंट आबू में 169.0 म‍िमी., झालावाड़ के डग में 157.0 मिमी., उदयपुर के कोटड़ा में 132.0 म‍िमी.,आबू रोड 130.0 में म‍िमी., डूंगरपुर के साबला में 119.0 म‍िमी.,सिरोही के श‍िवगंज में 113.0 म‍िमी.,प्रतापगढ़ में 110.0 म‍िमी, प‍िंडवाड़ा में 108 म‍िली एवं डूंगरगढ़ के च‍िकाली में 99 म‍िलीमीटर बारिश हुई थी । इस दौरान राजधानी जयपुर सहित लगभग पूरे राज्‍य में हल्‍की से मध्‍यम बारिश हुई थी। पश्चिमी राजस्थान के जिलों में अगले 24 घंटे मानसून सक्रिय रहने की प्रबल संभावना ।मौसम विभाग के अनुसार वर्तमान में पूर्वी राजस्थान के ऊपर बना गहरा कम दबाव का तंत्र पश्चिमी राजस्थान के ऊपर पहुंच गया है ।अगले 12 घंटों में इसके कमजोर होकर धीरे-धीरे पश्चिम दिशा की ओर आगे बढ़ने की प्रबल संभावना है । उसने बताया कि इससे पूर्वी राजस्थान के अधिकतर भागों में बुधवार से बारिश में कमी होगी  लेकिन पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर,बाड़मेर,जैसलमेर, जालौर,बीकानेर,नागौर एवं आसपास के जिलों में अगले 24 घंटे मानसून सक्रिय रहने की प्रबल संभावना है । जोधपुर संभाग के जिलों में बुधवार को कहीं-कहीं भारी से अति भारी बारिश भी होने की संभावना है । 21 अगस्त से बारिश का नया दौर शुरू होगा । इसके अनुसार, 18 अगस्त से पश्चिमी राजस्थान के जैसलमेर एवं बाड़मेर को छोड़कर ज्यादातर भागों में बारिश की गतिविधियों में तेजी से कमी आएगी । अधिकतर भागों में मौसम शुष्क रहने एवं छुटपुट स्थानों पर बारिश होने की सम्भावना रहेगी । बहरहाल बंगाल की खाड़ी में 19 अगस्त को एक और कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है । इसके असर से पूर्वी राजस्थान के कुछ भागों में 21 अगस्त से बारिश का नया दौर शुरू होगा।

इसी दौरान गंगीय पश्चिम बंगाल में 20 से 22 अगस्त तक कम दबाव का क्षेत्र बनने के कारण भारी बारिश की संभावना हैं। उत्तरी बंगाल की खाड़ी में शुक्रवार को निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है । जिससे सप्ताहांत के दौरान गांगेय पश्चिम बंगाल में व्यापक पैमाने पर बारिश का अनुमान है । कई जिलों में मानसून में कम बारिश हुई है: मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि उत्तरी बंगाल की खाड़ी में दबाव का क्षेत्र बनने के कारण राज्य के तटीय और पश्चिमी जिलों में गत सप्ताह कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई जिससे धान उत्पादक जिलों में किसानों को राहत मिली । इन जिलों में मानसून में कम बारिश हुई है । मौसम कार्यालय ने बताया कि शुक्रवार को उत्तरी बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना के कारण शुक्रवार से रविवार तक गांगेय पश्चिम बंगाल के जिलों में भारी बारिश का अनुमान है । मौसम वैज्ञानिकों ने बुधवार तथा बृहस्पतिवार को पश्चिम बंगाल में एक या दो स्थानों पर बादल गरजने के साथ बारिश का अनुमान जताया है।

राजस्थान में आज भी भारी से अति भारी बरसात संभावना दिखी गई थी । इसके लिएयेलो व ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया था। राजस्थान में मानसून की भारी मेहरबानी बुधवार को भी जारी रहेगी। अब तक पूर्वी राजस्थान में ज्यादा मेहरबान बादल आज पश्चिमी राजस्थान को तरबतर करेंगे। मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर ने इसे लेकर भविष्यवाणी की है। रिपोर्ट के अनुसार आज पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर और जोधपुर संभाग में अधिकांश स्थानों पर बारिश होगी। जबकि पूर्वी राजस्थान के अजमेर,भरतपुर,जयपुर,कोटा व उदयपुर संभाग में कुछ स्थानों पर बरसात होने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार इस दौरान पश्चिमी राजस्थान के तीन जिलों में भारी से अति भारी भी हो सकती है। जिसके लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, कई जिलों में हल्की से भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है।

इन जिलों में बारिश का ऑरेंज अलर्ट : मौसम विभाग के अनुसार आज पश्चिमी राजस्थान में बारिश की संभावना ज्यादा है। मौसम विज्ञान केंद्र के ऑरेंज अलर्ट के अनुसार आज पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर, जैसलमेर व जोधपुर में जिलों बिजली की चमक व बादलों की गरज के साथ भारी से अति भारी बरसात होने की संभावना है। जबकि येलो अलर्ट के अनुसार पूर्वी राजस्थान के राजसमंद व सिरोही के अलावा पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर, जालौर व पाली जिलों में भारी तथा नागौर जिलों में मेघ गर्जन व वज्रपात के साथ हल्की बारिश की संभावना है। ये कहती है स्काईमेट रिपोर्ट :इधर, स्काई मेट रिपोर्ट ने भी प्रदेश में आज बारिश की संभावना जताई है। रिपोर्ट के अनुसार आज दक्षिण राजस्थान सहित पूरे राजस्थान में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है।
कल से करवट लेगा मौसम :मौसम विभाग के अनुसार राजस्थान में तेज बारिश का दौर बुधवार तक ही जारी रहेगा। इसके बाद गुरुवार से मौसम फिर करवट लेगा। जिसके बाद मानसूनी गतिविधियां कम हो जाएगी। इस दौरान कुछेक जगहों पर हल्की बारिश हो सकती है। बाकी ज्यादातर जगहों पर मौसम साफ रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार आगामी कम से कम तीन से चार दिन तक मानसून की निष्क्रियता जारी रहेगी।【Photo Courtesy Google】

★ब्यूरो रिपोर्ट स्पर्श देसाई√•Metro City Post•News Channel•#बारिश

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