*गुजरात के पूर्व गृह मंत्री विपुल चौधरी गिरफ्तार, करोड़ों के भ्रष्टाचार का लगा है आरोप*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई
*गुजरात के पूर्व गृह मंत्री विपुल चौधरी गिरफ्तार, करोड़ों के भ्रष्टाचार का लगा है आरोप*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई
【 मुंबई/रिपोर्ट स्पर्श देसाई】गुजरात के पूर्व गृह मंत्री विपुल चौधरी को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने गिरफ्तार कर लिया। उन पर दूध सागर डेयरी मेहसाणा के चैयरमेन रहते करोडों के भ्रष्टाचार का आरोप है । अब तक 500 करोड रु तक के भ्रष्टाचार के 31 मामले सामने आए हैं। एसीबी ने मनी लॉन्ड्रिंग की आशंका जताई है, प्रवर्तन निदेशालय की टीम भी जांच में शामिल हो सकती है।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो एसीबी के संयुक्त निदेशक मकरंद चौहाण ने बताया कि पूर्व ग्रहमंत्री विपुल चौधरी मेहसाणा की दूध सागर डेयरी के चैयरमेन रहते फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पत्नी गीताबेन, पुत्र पवन चौधरी व चार्टर्ड अकाउंटेंट शैलेष परीख के नाम से कंपनियां बनाकर मिल्क कूलर, सूत की बोरियों की खरीद आदि में वित्तीय अनियमितताएं की है। विपुल चौधरी व सीए शैलेष को एसीबी ने प्राथमिक पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया है। सहकारी रजिस्ट्रार की ओर से पूर्व में की गई जांच में वित्तीय अनियमितता के 31 मामले सामने आए हैं। माना जा रहा है कि चौधरी की वित्तीय अनियमितता का आंकडा 500 करोड के पार हो सकता है।
जिला कॉ ओपरेटिव रजिस्ट्रार ने डेयरी के स्पेशल ऑडिट का आदेश दिया जिसके विरोध में चौधरी ने उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था लेकिन वर्ष 2018 में हाईकोर्ट ने ऑडिट के आदेश दिये थे। सहकारी विभाग ने दो टीमें बनाकर डेयरी का ऑडिट कराया था। दोनों टीमों ने 14-14 मामलों में वित्तीय अनियमितता उजागर की थी। इसकी रिपोर्ट अपराध शाखा को भेजी गई जहां उसके अध्ययन के बाद यह मामला एसीबी को सौंप दिया गया था।
मकरंद चौहाण ने बताया कि प्राथमिक जांच में मनी लॉन्ड्रिंग होने की बात भी सामने आई है। उल्लेखनीय है कि चौधरी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय भी जांच कर सकता है। चौधरी बीते कुछ माह से उत्तर गुजरात में अर्बुदा सेना बनाकर आंजणा चौधरी समाज को एकजुट कर विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे। चौधरी, मुख्यमंत्री शंकरसिंह वाघेला की सरकार में ग्रहमंत्री रहे थे। वे गुजरात कॉ ओपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फैडरेशन के भी चैयरमेन रह चुके हैं।【Photo Courtesy Google】
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