*भारतीय कश्मीर में स्वायत्तता की वापसी के मुद्दे पर क्षेत्रीय चुनावों में मतदान*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई
*भारतीय कश्मीर में स्वायत्तता की वापसी के मुद्दे पर क्षेत्रीय चुनावों में मतदान*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई
【मुंबई/रिपोर्ट स्पर्श देसाई】भारतीय कश्मीर क्षेत्र के विशेष दर्जे को बहाल करने की मांग करने वाली पार्टियों और भारत की मुख्य सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा के बीच मुकाबला है। कश्मीर के बडगाम जिले में विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के दौरान मतदान केंद्र के बाहर मतदान करने के लिए कतार में खड़ी महिलाएँ दिखी थी। भारत प्रशासित कश्मीर में क्षेत्रीय सरकार चुनने के लिए दूसरे चरण का मतदान हो रहा है। साल 2019 में नई दिल्ली द्वारा विवादित हिमालयी क्षेत्र की अर्ध-स्वायत्त स्थिति को समाप्त करने के बाद से पहले स्थानीय सरकार के चुनाव में मतदान करने के लिए कश्मीरी बुधवार 25 सितंबर को मतदान केंद्रों के बाहर कतार में खड़े थे। इस क्षेत्र के 8.7 मिलियन पंजीकृत मतदाताओं ने दूसरे दौर के लिए तैयारी की थी इसलिए सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी। अधिकारियों ने कहा कि मतदान केंद्र सुबह 7 बजे (01:30 GMT) खुल गए थे।
पिछले चुनावों के विपरीत मतदान अधिक होने की उम्मीद है । जब भारतीय शासन का विरोध करने वाले और स्वतंत्रता या पड़ोसी पाकिस्तान के साथ विलय की मांग करने वाले अलगाववादियों ने मतदान का बहिष्कार किया था। उच्च बेरोजगारी दर और साल 2019 के बदलावों पर गुस्सा चुनाव प्रचार में जोश भर रहा है। क्षेत्रीय दलों ने स्वायत्तता की बहाली के लिए लड़ने का वादा किया है। भारत की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने एक प्रमुख क्षेत्रीय समूह के साथ गठबंधन किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जिसने क्षेत्र के शासन में साल 2019 के बदलावों की देखरेख की थी । उनका कहना है कि उन्होंने शांति और तेजी से आर्थिक विकास का एक नया युग शुरू किया है । क्षेत्रीय दल इस दावे पर जोरदार विवाद करते हैं। सुरक्षा चुनौतियों के कारण तीन चरणों में होने वाले चुनाव के पहले चरण में मतदान 18 सितंबर को हुआ था । जिसमें 61 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। 40 वर्षीय तारिक अहमद ने एक निजी समाचार एजेंसी से कहा कि 10 साल पहले हुए पिछले चुनाव के बाद से हम भगवान की दया पर छोड़ दिए गए थे। किसी ने हमसे हमारी समस्याओं के बारे में नहीं पूछा गया। मुझे खुशी है कि यह चुनाव हो रहा है। मुझे उम्मीद है कि हमें अपना प्रतिनिधि मिलेगा जिसके साथ मेरे जैसे गरीब लोग रोजमर्रा के मुद्दे उठा सकें। स्वायत्तता खोने के बाद भारत के कश्मीर में पहला क्षेत्रीय चुनाव हैं।【Photo by Google】
★ब्यूरो रिपोर्ट स्पर्श देसाई√•Metro City Post•News Channel•#कश्मीर#चुनाव#विधानसभा
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