*दशहरा: भारत का सर्वश्रेष्ठ विजय पर्व, बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई
*दशहरा: भारत का सर्वश्रेष्ठ विजय पर्व, बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई
【मुंबई/रिपोर्ट स्पर्श देसाई】दशहरा जिसे विजयादशमी के नाम से भी जाना जाता है। भारत में एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है । जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। यह नवरात्रि उत्सव की समाप्ति का प्रतीक है और अश्विन महीने के शुक्ल पक्ष के दसवें दिन मनाया जाता है।
-दशहरे की पौराणिक कथा
दशहरा की कहानी रामायण से जुड़ी हुई है। जो भगवान राम -एक आदर्श व्यक्ति और रावण -एक दानवीय राजा के बीच एक महाकाव्य संघर्ष की कथा है। रावण ने भगवान राम की पत्नी सीता का अपहरण कर लिया था। जिससे राम अपनी पत्नी को वापस पाने के लिए सेना लेकर लंका पहुंचे। नौ दिनों तक चले भयंकर युद्ध के बाद भगवान राम ने दशवें दिन रावण का वध किया था।
-दशहरे का प्रतीकात्मक महत्व
दशहरा बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। यह हमें याद दिलाता है कि अंततःअच्छाई हमेशा प्रबल होती है। चाहे वह भीतर हो या बाहर की बुराई हो। यह त्योहार साहस दृढ़ संकल्प और धर्म की जीत का भी प्रतीक है।
-दशहरा उत्सव
भारत भर में दशहरा को भव्यता और उत्साह के साथ मनाया जाता है। लोग पारंपरिक वस्त्र पहनते हैं और रावण,मेघनाद और कुंभकर्ण के विशाल पुतले जलाते हैं। यह पुतले बुराई के प्रतीक हैं और उनके जलने से अंधकार और नकारात्मकता पर प्रकाश और सकारात्मकता की जीत का संकेत मिलता है। दशहरा उत्सव में रावण वध का मंचन,रामलीला और दुर्गा पूजा भी शामिल है। देश के कुछ क्षेत्रों में लोग सार्वजनिक समारोहों और जुलूसों में भाग लेते हैं। जहां वे तलवारबाजी और अन्य मार्शल आर्ट प्रदर्शन करते हैं।
-दशहरा की सामाजिक प्रासंगिकता
दशहरा केवल एक धार्मिक त्योहार नहीं है बल्कि इसकी सामाजिक प्रासंगिकता भी है। यह हमें बुराई के सभी रूपों के खिलाफ एकजुट होने और लड़ने की याद दिलाता है। यह हमें साहस, धर्म और सकारात्मकता के मूल्यों को अपनाने के लिए प्रेरित करता है।
-निष्कर्ष
दशहरा भारत में एक महत्वपूर्ण त्योहार है जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। यह रामायण की पौराणिक कथा में निहित है और साहस,धर्म और सकारात्मकता के मूल्यों को दर्शाता है। दशहरा का उत्सव देश भर में उत्साह और भव्यता के साथ किया जाता है और यह हमें बुराई के सभी रूपों के खिलाफ एकजुट होने और लड़ने के लिए प्रेरित करता है। अंततः दशहरा एक आशा और उत्साह का त्योहार है । जो हमें याद दिलाता है कि अच्छाई हमेशा प्रबल होती है।
दशहरा भारत में मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण त्योहार है। जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है । यह त्योहार भगवान राम की रावण पर विजय और देवी दुर्गा की महिषासुर पर विजय की याद में मनाया जाता है । दशहरा के दिन लोग शस्त्र-पूजा करते हैं और नया कार्य प्रारम्भ करते हैं । जैसे कि अक्षर लेखन का आरम्भ,नया उद्योग आरम्भ, बीज बोना आदि । इस दिन स्थान-स्थान पर मेले लगते हैं और रामलीला का आयोजन होता है । दशहरा का सांस्कृतिक पहलू भी है। जो कृषि प्रधान देश भारत में किसानों के उल्लास और उमंग का प्रतीक है ।
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