*22 अक्टूबर मंगलवार देर रात महाविकास अघाड़ी में विधानसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे को लेकर बैठक हुई*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई
*22 अक्टूबर मंगलवार देर रात महाविकास अघाड़ी में विधानसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे को लेकर बैठक हुई*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई
【मुंबई/रिपोर्ट स्पर्श देसाई】महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले महाविकास अघाड़ी में सीट शेयरिंग फॉर्मूले (एमवीए) को लेकर चल रही खींचतान खत्म होती दिख रही है। 22 अक्टूबर मंगलवार देर रात महाविकास अघाड़ी में सीट बंटवारे को लेकर बैठक हुई। 280 से अधिक सीटों पर सर्वसम्मति सामने आई। अब सिर्फ 4-5 सीटों पर फैसला होना बाकी है अगर यह दरार सुलझ गई तो बुधवार को तीनों पार्टियां संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी घोषणा कर सकती हैं।
- कौन सी पार्टी कितनी सीटों पर लड़ेगी चुनाव?
कयास लगाए जा रहे हैं कि राज्य में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी सबसे ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ेगी । एक रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस को 105 सीटें मिलने की संभावना है साथ ही उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी शिवसेना) को 95 सीटें और एनसीपी (शरद समूह) को 85 सीटें मिलने की संभावना है। इस बीच समाजवादी पार्टी के 3 सीटों पर चुनाव लड़ने की संभावना हैं हालांकि अभी तक इस बारे में कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।
-यहां कोई आम सहमति नहीं है...
महाविकास अघाड़ी में अभी तक विदर्भ में जगह आवंटन पर सहमति नहीं बन पाई है। ऐसी अटकलें हैं कि कांग्रेस नागपुर पश्चिम,कामठी, गोंदिया और भंडारा से चुनाव लड़ सकती है। जबकि शिवसेना को वानी और रामटेक के साथ 9 सीटें और मिलने की संभावना है । विदर्भ में शरद पवार की एनसीपी को 11 से 12 सीटें मिलने की संभावना है।
-मुंबई की 3 और विदर्भ की 12 सीटों के लिए कांग्रेस-यूबीटी होंगे आमने-सामने...
महा विकास अघाड़ी में सीटों के बंटवारे को लेकर रस्साकशी अभी खत्म नहीं हुई है। रिपोर्टस के अनुसार गठबंधन में मुंबई की तीन और पूर्वी विदर्भ की 15 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) ने दावा ठोका है। इनमें से अधिकतर ऐसी सीटें हैं,जहां कांग्रेस-शिवसेना के विधायक नहीं हैं। इस विवाद को सुलझाने के लिए अघाड़ी में कई राउंड की मीटिंग हो चुकी है, मगर समाधान नहीं निकला। दावेदारी के कारण कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले और शिवसेना सांसद संजय राउत में नोकझोंक भी हुई। आज फिर इस मुद्दे को सुलझाने के लिए मीटिंग होगी, जिसमें एनसीपी (एसपी) अध्यक्ष शरद पवार, यूबीटी सेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे और एआईसीसी महासचिव रमेश चेन्निथला शामिल होंगे। सूत्रों के अनुसार महाविकास अघाड़ी में मुंबई की भायखला, बांद्रा (ईस्ट) व वसोर्वा सीट पर पेच फंसा है। पिछले चुनाव में भायखला सीट पर शिवसेना,बांद्रा ईस्ट से कांग्रेस और वसोर्वा से बीजेपी को जीत मिली थी। गढ़चिरौली, नागपुर साउथ,रामटेक,भंडारा और गोंदिया समेत विदर्भ की जिन 12 सीटों को पर विवाद है। उनमें भी अघाड़ी के खाते में सिर्फ दो सीटें आई थीं। साल 2019 के विधानसभा चुनाव में पूर्वी विदर्भ की 12 सीटों में 6 पर बीजेपी, 4 पर निर्दलीय, एक-एक पर कांग्रेस और एनसीपी को जीत मिली थी। शिवसेना उन सीटों पर दावा कर रही है । जिसे पिछले चुनाव में गठबंधन के दौरान बीजेपी ने जीती थी। इस बीच महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि कांग्रेस को आवंटित 96 सीटों पर चर्चा पूरी हो गई है। सीट बंटवारे के फॉमूर्ले पर आगे की चर्चा के लिए शरद पवार और उद्धव ठाकरे के साथ मंगलवार को मीटिंग हुई थी। अघाड़ी में अबतक यह तय हुआ है कि एनसीपी (एसपी) 80 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है । जबकि यूबीटी शिवसेना लगभग 90 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और सबसे अधिक सीटें कांग्रेस को आवंटित की जाएगी। संजय राउत से नोकझोंक की खबरों के बीच नाना पटोले ने कहा कि एमवीए के भीतर कोई मतभेद नहीं है। बीजेपी जानबूझकर विपक्षी दलों के बारे में अघाड़ी में मतभेद जैसी अफवाह फैला रही है। उन्होंने दावा किया कि विधानसभा चुनावों में भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ेगा और शिंदे सरकार चली जाएगी।
अघाड़ी लोकसभा चुनाव में महाविकास आगे नजर आ रहे थे। महाराष्ट्र की 48 सीटों में से महाविकास अघाड़ी ने 30 सीटें जीतीं थी। जबकि महायुति केवल 17 सीटें जीतने में सफल रही। कांग्रेस ने 17 सीटों पर चुनाव लड़ा और उनमें से 13 पर जीत हासिल की। शिवसेना (यूबीटी) ने 21 में से 9 सीटें जीतीं थीं। जबकि शरद पवार की एनसीपी ने 10 सीटों पर चुनाव लड़ा और 8 सीटें जीतीं थी। महाविकास अघाड़ी ने अब वही ऑपरेशन विधानसभा में दोहराने की तैयारी कर ली है। 22 अक्टूबर मंगलवार देर रात महाविकास अघाड़ी में सीट बंटवारे को लेकर बैठक हुई उसमें दूसरे भी अहम निर्णय लिए गए थे।【Photos by Google】
★ब्यूरो रिपोर्ट स्पर्श देसाई√•Metro City Post•News Channel•#चुनाव#महाराष्ट्र#महाविकास अघाडी#सीट#बटवारा
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