*जिसका अस्तित्व ही मिट गया उस रशियन जासूसी संस्था केजीबी के बारे में जाने*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई

*जिसका अस्तित्व ही मिट गया उस रशियन जासूसी संस्था केजीबी के बारे में जाने*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई


【मुंबई/रिपोर्ट स्पर्श देसाई】केजीबी यानि की  "कोमिटेट गैसुदार्स्टवा बेज़ोपास्नोस्ती" (सुरक्षा के लिए समिति)। सोवियत संघ की जासूसी और सुरक्षा एजेंसी थी। इसकी स्थापना 1954 में हुई थी और यह एक प्रमुख खुफिया और सुरक्षा संगठन था। केजीबी का मुख्य कार्य विदेशी खुफिया जानकारी एकत्र करना,घरेलू सुरक्षा बनाए रखना और राजनीतिक विरोध को दबाना था। दौरान केजीबी ने कई प्रमुख घटनाओं में भाग लिया था जैसे कि अंतरराष्ट्रीय जासूसी,प्रतिरोध आंदोलनों पर निगरानी और सोवियत संघ के भीतर राजनीतिक रुखों को नियंत्रित करना। इसके सदस्यों को व्यापक अधिकार दिए गए थे और यह एजेंसी आतंकवाद,आपराधिक गतिविधियों और देशद्रोह के मामलों में सक्रिय रही हालांकि साल1991 में सोवियत संघ के विघटन के साथ केजीबी का अस्तित्व समाप्त हो गया था लेकिन इसके कुछ कार्य और संरचनाएँ रूस की मौजूदा सुरक्षा सेवाओं जैसे कि एफएसबी (फेडरल सिक्योरिटी सर्विस) में समाहित हो गईं थी।


केजीबी (KGB) का पूरा नाम "कमिटेट फॉर स्टेट सिक्योरिटी" (Committee for State Security) है। यह सोवियत संघ की एक प्रमुख सुरक्षा और खुफिया एजेंसी थी। जिसे सन1954 में स्थापित किया गया था। केजीबी का मुख्य उद्देश्य राज्य की सुरक्षा,आंतरिक सुरक्षा और विदेशी खुफिया गतिविधियों का संचालन करना था। 

•केजीबी के प्रमुख कार्य:
-खुफिया गतिविधियाँ: केजीबी ने विदेशी देशों में जासूसी और खुफिया जानकारी इकट्ठा करने का कार्य किया।
-आंतरिक सुरक्षा: यह सोवियत संघ के भीतर राजनीतिक विरोधियों, dissidents और अन्य संभावित खतरों की निगरानी करता था।
-सैन्य और आतंकवाद विरोधी कार्य: केजीबी ने सैन्य खुफिया और आतंकवाद विरोधी अभियानों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
-प्रोपगैंडा और मनोवैज्ञानिक युद्ध: यह एजेंसी सोवियत संघ के हितों के लिए प्रोपगैंडा और मनोवैज्ञानिक युद्ध का संचालन करती थी।


•केजीबी का संगठन:
केजीबी में विभिन्न विभाग थे, जिनमें से कुछ प्रमुख थे:
-विदेशी खुफिया विभाग: जो विदेशी देशों में जासूसी करता था।
-आंतरिक सुरक्षा विभाग: जो आंतरिक सुरक्षा और राजनीतिक निगरानी का कार्य करता था।
-सैन्य खुफिया विभाग: जो सैन्य मामलों से संबंधित खुफिया जानकारी इकट्ठा करता था।

•केजीबी का अंत:
सोवियत संघ के विघटन के बाद साल 1991 में केजीबी को भंग कर दिया गया था। इसके स्थान पर कई नई एजेंसियाँ स्थापित की गईं । जैसे कि एफएसबी (FSB) जो आंतरिक सुरक्षा का कार्य करती है और एसवीआर (SVR) जो विदेशी खुफिया कार्यों के लिए जिम्मेदार है। केजीबी का इतिहास और कार्यप्रणाली आज भी कई शोध और चर्चाओं का विषय है और यह शीत युद्ध के दौरान की राजनीति और सुरक्षा के संदर्भ में महत्वपूर्ण है।

जिस केजीबी (KGB) जिसका पूरा नाम "कमिटेट फॉर स्टेट सेक्योरिटी" (Committee for State Security) था। उसने सोवियत संघ के लिए जासूसी और सुरक्षा की थी। इसकी स्थापना 1954 में हुई थी और यह 1991 में सोवियत संघ के विघटन के साथ समाप्त हो गई। केजीबी का मुख्य कार्य राज्य सुरक्षा, आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई और विदेशी खुफिया जानकारी जुटाना था।

•केजीबी की संरचना और कार्य:
-खुफिया संचालन: केजीबी का एक महत्वपूर्ण कार्य अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खुफिया जानकारी जुटाना था। यह विभिन्न देशों में जासूसों और स्रोतों के माध्यम से जानकारी हासिल करता था।

-अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा: केजीबी बाहरी खतरों,विशेष रूप से पश्चिमी देशों से संभावित खतरों की निगरानी करता था। इसके विशेष एपरेशंस विभाग को गुप्त कार्रवाइयों के लिए जिम्मेदार ठहराया जाता था।


-अंतर्विभागीय सुरक्षा: यह संगठनों और व्यक्तियों पर नजर रखने के अलावा देश के भीतर सुरक्षा बनाए रखने के लिए कॉम्यूनिस्ट पार्टी और सरकार के खिलाफ किसी भी विरोध या खतरे का सामना करता था।

-आपराधिक जांच: केजीबी ने आपराधिक मामलों की जांच भी की। विशेष रूप से उन मामलों में जो राज्य सुरक्षा को खतरे में डाल सकते थे।

• प्रमुख कार्य:
- राजनीतिक सुरक्षा: यह पुलिस और सुरक्षा बलों के साथ मिलकर राजनीतिक तनाव और उपद्रव पर नियंत्रण रखने का कार्य करता था।
-जासूसी: केजीबी ने विदेशी जासूसों और विरोधियों की पहचान करने और उन्हें समाप्त करने का कार्य किया।
- मनोवैज्ञानिक युद्ध: यह समाज में प्रचार और मनोवैज्ञानिक रणनीतियाँ भी चलाती थी, ताकि जनता में सरकार के प्रति विश्वास बनाए रखा जा सके।

•विवाद और आलोचना:
केजीबी को कई बार मानवाधिकारों के उल्लंघन और विरोधियों के खिलाफ अत्यधिक कार्रवाई करने के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा। इसके कुछ कार्यों में प्रताड़ना, अपहरण और हत्या के आरोप शामिल हैं। 

•उत्तराधिकारी:
सोवियत संघ के विघटन के बाद केजीबी के कई कार्यों को अन्य एजेंसियों ने संभाला जिनमें रूस की संघीय सुरक्षा सेवा (FSB) शामिल है। जो मुख्य रूप से आंतरिक सुरक्षा और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के लिए जिम्मेदार है।

•आखिर में:
केजीबी एक शक्तिशाली और विवादास्पद एजेंसी थी। जिसने सोवियत संघ के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके कार्यों का प्रभाव न केवल देश के अंदर ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी महसूस किया गया था।

★ब्यूरो रिपोर्ट स्पर्श देसाई√•Metro City Post•News Channel•#केजीबी#



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