भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए कांग्रेस और एनसीपी शिवसेना का समर्थन करेंगे? / रिपोर्ट स्पर्श देसाई

              ◆   Photo Courtesy Google◆                                                                                      


                    मुंबई / रिपोर्ट स्पर्श देसाई


 महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे लगभग स्पष्ट हो गए हैं। भारतीय जनता पार्टी को 105 सीटें मिली हैं। शिवसेना के पास 56, एनसीपी के 54 और कांग्रेस के 44 हैं। क्या भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए कांग्रेस और एनसीपी शिवसेना का समर्थन करेंगे? राज्य भर में इस पर चर्चा चल रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि अप्रत्याशित परिणाम सामने आए थे। महाराष्ट्र में सत्ता कौन स्थापित करेगा? बहुत संभावनाएं हैं। इन संभावनाओं के बारे में सोचेंगे । हम अपने सहपाठियों के साथ इस पर चर्चा करेंगे।

शिवसेना और हमारी सोच अलग है, लेकिन शिवसेना अगर हमारे  साथ आती है तो बीजेपी से बेहतर है।  शिवसेना को समर्थन क्यों नहीं? विपक्ष निश्चित रूप से इसके बारे में सोचेगा। ये सिर्फ संभावनाएं हैं। जिसे आपनकार नहीं सकते ।

पृथ्वीराज चव्हाण कराड को दक्षिणी निर्वाचन क्षेत्र से बड़े अंतर से चुना गया है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के अतुल भोंसले को हराया हैं । जीत के बाद, पृथ्वीराज चव्हाण ने एक निजी चैनल को मुलाकात देते हुए यह  बात कही थी । इस समय, उन्होंने स्थापना की संभावनाओं के बारे में बात कही थी ।


परिणाम के बारे में, पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि भाजपा ने विरोध प्रदर्शन को समाप्त करने के लिए पूरी कोशिश की थी, लेकिन वे सफल नहीं रहे। उन्होंने हमारे यहां से गये आदमियों को चुनावों में उतारा था । उन्होंने "सौदेबाजी" के सिद्धांत का उपयोग करके विरोधियों को कुचलने की कोशिश की हैं । इसलिए चुनाव के दौरान, हमें नए उम्मीदवारों की तलाश करनी थी, इसलिए, हमारी सीटें कम कर दी गईं थी ।

◆ रिपोर्ट स्पर्श देसाई √●Metro City Post # MCP●News Channel● के लिए...


Comments

Popular posts from this blog

*मुंबई में अगले तीन दिन भारी बारिश, कल जल प्रलय हो सकता है मुंबई में भारी बारिश का अनुमान, बाढ़ जैसे हालात बन सकते हैं*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई

*तेलंगाना में 300 करोड़ रुपये का 200 किलो सोना और 105.58 करोड़ की नकदी जब्त*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई

*संचार के द्वारपाल: समाचारों को प्राथमिकता देने में पत्रकार की महत्वपूर्ण भूमिका*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई