श्रीमद् विजय वल्लभ सुरीश्र्वरजी म.सा 65 वीं पुण्यतिथि परअंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा सम्राट अशोक जी गेमावत ने संगीत भरी महफिल सजाई /रिपोर्ट स्पर्श देसाई
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मुंबई /रिपोर्ट स्पर्श देसाई
मुम्बई के भाया के मोतिसा जैन मंदिर में चातुर्मास विराजित वर्तमान गच्छाधिपति आचार्य श्रीमद् विजय धर्मधुरंधर सुरीश्र्वरजी म.सा की निश्रा में पंजाब केसरी पूज्य जैनचार्य श्रीमदविजय वल्लभ सूरीश्वर जी म सा की समाधी स्थल पर गुरुदेव की 65 वीं पुण्यतिथि के दिन भव्य भक्ति संध्या का आयोजन किया गया। जिसमें अंतरराष्ट्रीय, प्रतिष्ठा सम्राट,बाली रत्न, शब्दों के बादशाह, सुप्रसिद्ध संगीतकार अशोक जी गेमावत, एवं सुप्रसिद्ध संगीतकार विनित भाई गेमावत ने अपन मधुर वाणी में संगीत के माध्यम से गाते हुए बताया कि "वल्लभ तुने ज्योत जलाई शिक्षा की"और मधुर वाणी से एक से एक जोरदार प्रस्तुती दी। इस अवसर पर गेमावत जी ने बताया कि यह वह गुरू है जिन्होंने, पंजाब, गोडवाड,में वरकाणा उम्मेदपुर,फालना,विधयावाडी में शिक्षा, धार्मिक संस्कार जेसी संस्था की ज्योत जलाकर हजारों छात्रों का जीवन तारणे का अगर किसी गुरु ने काम किया है । वो मेरे वल्लभ गुरु है ऐसे गुरू के उपकार को सुखाया नहीं जा सकता था। गेमावत ने बताया कि श्री वरकाणा जैन पढ़ें हुए विधार्थी लंदन, दुबई, अमेरिका, काफी देशों में वल्लभ का नाम रोशन कर रहे हैं। इस समय मोतिसा जैन मंदिर के ट्रस्टी, महावीर मानव सेवा ग्रुप मुम्बई के संस्थापक विक्रम कुशलराजजी सुराणा,श्री वरकाणा जैन मित्र मण्डल के अध्यक्ष महिपाल जैन, मुकेश जैन ,भरत गांधी,प्रम गुरू भक्त भरत जैन , अशोक जैन और रमेश जैन आदि उपस्थित रहे थे ।
रिपोर्ट : स्पर्श देसाई ♥ Metro City Post # MCP ♥ News Channel के लिए. . .
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