18,000 साल पूराना कुते के मरा हुआ शव साइबेरिया में खोजा गया / रिपोर्ट स्पर्श देसाई
मुंबई रिपोर्ट स्पर्श देसाई
साइबेरिया में समय पर जमे हुए खजाने को बाहर निकालने के लिए जाना जाता है। ऊनी मैमथ के नमूनों से लेकर 42,000 साल पुराना, यहां तक कि एक प्राचीन भेड़िया या कुता का सिर अनंत काल में जमे हुए प्राचीन जीवन रूपों का खजाने के रुप में मिला है।
18,000 साल पहले की एक दो महीने पुरानी कैनाइन साइबेरियाई पारमप्रोस्ट में सही-सही संरक्षित स्थिति में इसे खोजा गया है। डाइन मेल में एक रिपोर्ट से पता चला है कि कैनाइन के मूंछ, पलकें, नाक और दूध के दांत अभी भी इस इकविसवीं सदी में बरकरार हैं।
हालांकि शोधकर्ताओं को यकीन नहीं है कि यह एक आइस एज डॉग या भेड़िया है ? वे कहते हैं कि यह एक प्रजाति हो सकती है । जो एक मध्यवर्ती है जैसा कि एक दूसरे में विकसित होता है । ऐसा रिपोर्ट में कहा गया है। दुर्भाग्य से परीक्षणों ने अब तक इसकी प्रजाति की कोई जानकारी नहीं मिल पाई हैं ।
दुनिया की सबसे ठंडी शहर याकुत्स्क के करीब इंडिगीरका नदी के पास जमी हुई जमीन के एक ढेले में गर्मियों में साल 2018 में यह पिल्ला पाया गया था। पिल्ला झपकी लेता दिखाई दिया था ।
रिपोर्ट में मौत के कारण पर यह गया है कि पिल्ला संकट में दिखाई नहीं था बल्के सो रहा था । प्राचीन कैनाइन के नमूने स्वीडिश सेंटर फॉर पेलियोजेनेटिक्स (CPG) को भेजे गए थे ताकि यह स्थापित किया जा सके कि यह एक भेड़िया शावक या कुत्ता था ?
रिपोर्ट के अनुसार, स्वीडिश वैज्ञानिकों ने पुष्टि की कि जानवर 18,000 साल पुराना था । अब तक हमने 2X कवरेज के लिए जीनोम का अनुक्रम किया है, लेकिन हम अभी भी यह नहीं कह सकते हैं कि यह एक भेड़िया या कुत्ता है। रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि पिल्ले को डोगर नाम दिया गया है, जिसे स्थानीय याकूत बोली में डोगर का मतलब दोस्त होता है ।
●रिपोर्ट स्पर्श देसाई ● Metro City Post News Channel●के लिए ...
.
Comments