सायला कस्बे के सुराणा गांव में मंगलवार को दीक्षार्थी आर्यन कुमार के वर्षीदान वरघोड़े का आयोजन हुआ /रिपोर्ट स्पर्श देसाई
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मुंबई/रिपोर्ट स्पर्श देसाई
सायला कस्बे के सुराणा गांव में मंगलवार को दीक्षार्थी आर्यन कुमार के वर्षीदान वरघोड़े का आयोजन किया गया। जानकारी के अनुसार पोषाणा निवासी मुकेश कुमार मुलानी के पुत्र आर्यन कुमार संयम पथ की और अंगीकार हो रहे हैं। जिसके निमित मंगलवार को पारसमलजी भबुतमलजी पालगोता चौहान विनोद कुमार हस्तीमलजी पालगोता चौहान पारसमलजी/मिश्रीमलजी सेठिया जयंतिलालजी रोमाजी छत्रिया बोहरा मुकेश कुमार गणेसाजी सेठिया रमेश कुमार तलसाजी सेठिया की और से आयोजित भव्य वरघोड़े एवं मे श्री कुन्थुनाथ जैन मन्दिर से वर्षीदान वरघोड़े का आयोजन किया गया।जिसमें वरघोड़े में रथ पर सवार दीक्षार्थी आर्यन कुमार मुक्त हस्त से सांसारिक वस्तुओं का त्याग कर रहे थे जिसे पाने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ रहा था। वहीं बेैंड बाजों की धुन पर श्रावक श्राविकाएं भगवान महावीर व दीक्षार्थी के जयकारे लगाते हुए झूमते हुए चल रहे थे। वरघोड़ा जैन मन्दिर से रवाना होते हुए दादाजी मंदिर होकर पोस्ट ऑफिस रोड, होते हुए संतों की गल्ली होते हुए कुन्थुनाथ जैन मन्दिर पहुंचा। मन्दिर में भगवान के दर्शन कर जैन आराधना भवन पहुंचा।आराधना भवन में दीक्षार्थी ने जीवन में मोक्ष की प्राप्ति के लिए मोह, सुख सुविधाओं को त्याग कर परमात्मा के चरणों में जीवन को अर्पित करने की बात कही। सांसारिक सुख को नश्वर बताते हुए मानव जीवन में सच्चे मन से आराधना की बात कही। वहीं जैन पेढ़ी सुराणा व श्री कुन्थुनाथ राजेन्द्र जैन नवयुवक मंडल द्वारा दीक्षार्थी का बहुमान किया गया। इस दौरान चम्पालाल,नरपतराज मूथा,किशोर कुमार मिलियन,जोगराज ,शान्तिलाल संघवी ,पारसमल सेठिया,मुकेश कुमार सेठिया,रमेश कुमार पालगोता,रमेश कुमार सेठिया,रमेश वर्धन,जयंती लाल बोहरा,विनोद कुमार, विक्रम कुशलराजजी सुराणा,नागेश,अंकुश कुमार , राउल,प्रफूल सहित जैन अमित बाफना जैन समाज के लोग मौजूद थे।
पोषाणा निवासी मुकेशजी मुलानी के पुत्र मुमुक्षु आर्यनकुमार ने महज 18 वर्ष की उम्र में ही सांसारिक मोह माया को त्याग कर 1 दिसंबर को अन्तरिक्ष पार्श्वनाथ जैन मंदिर आकोला में होगी । दीक्षा मुमुक्षु ने आचार्य अजित शेखर सुरिश्र्वरजी म.सा तथा, आचार्य विमलबोधि सुरिश्र्वरजी म.सा के सानिध्य में 1 दिसंबर को अन्तरिक्ष पार्श्वनाथ जैन मंदिर आकोला में होगी दीक्षा । मुमुक्षु आर्यनकुमार (हुबली ) में अंग्रेजी माध्यम में 12 वी कक्षा में अध्ययनरत थे। वर्तमान समय में जहां महंगे मोबाइल और इंटरनेट जैसी आधुनिक सुविधाओं के पीछे भागते है और धर्म से विमुख हो रहे है। वहीं अपने आत्मकल्याण करने की भावना से पोषाणा निवासी आर्यनकुमार ने भौतिक सुख-सुविधाओं को छोड़कर संयम पथ ग्रहण करेंगे । मुमुक्षु के पिता मुकेशजी मुलानी, माता संतोष मुलानी परिवाजनों ने उसकी इच्छा को स्वीकार किया और दीक्षा की अनुमति प्रदान की। दीक्षा से पूर्व मुमुक्षु आर्यनकुमार ने अनेक राज्य और शहरों में साठ दिन में दस हजार किलोमीटर यात्रा कर विभिन्न संघों से आशीर्वाद लिया। आर्यनकुमार दीक्षा लेकर जिनशासन के नूतन दीक्षित अणगार बनेंगे । आर्यनकुमार को मुलानी परिवार ने आचार्य विमलबोधि सुरिश्र्वरजी को अर्पण करेंगे।
परिवार ने दी अनुमति : पोषाणा निवासी मुकेशजी मुलानी के दौ पुत्र है। जिसमें एक पुत्र मुमुक्षु आर्यनकुमार ने दीक्षा लेने की इच्छा जताई तो परिवारजन ने बच्चे की इच्छा को स्वीकार करते हुए उसे दीक्षा लेने की अनुमति दी। आर्यनकुमार का एक छोटा भाई अमन हैं । जो जुड़वा भाई है।
श्री कुन्थुनाथ राजेन्द्र नवयुवक मंडल के मुख्य सदस्य विक्रम सुराणा ने बताया कि मुमुक्षु 14 वर्ष की उम्र में अडारिया, 15 वर्ष की उम्र में उपधान मोक्षमाला, 18 वर्ष की उम्र में दीक्षा मुहूर्त और संयम पथ स्वीकार करेंगे। सा लाभार्थी परिवार द्वारा दोपहर को सांझी कार्यक्रम रखा गया था।
•रिपोर्ट स्पर्श देसाई √• Metro City Post #MCP•News Channel •के लिए...
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