*महाराष्ट्र माजरा क्या है? फ्लोर टेस्ट से गायब रहे 11 कांग्रेस MLAs,अशोक चव्हाण बता रहे यह कारण*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई
*महाराष्ट्र माजरा क्या है? फ्लोर टेस्ट से गायब रहे 11 कांग्रेस MLAs,अशोक चव्हाण बता रहे यह कारण*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई
【मुंबई/ रिपोर्ट स्पर्श देसाई】महाराष्ट्र के नए सीएम एकनाथ शिंदे ने एक और अग्निपरीक्षा पास करते हुए विधानसभा में भी बहुमत परीक्षण पास कर लिया है। सोमवार को हुए फ्लोर टेस्ट में एकनाथ शिंदे को 164 वोट मिले हैं। हालांकि इस दौरान विपक्ष के कई विधायक वोट नहीं डाल पाए जिनमें राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण भी शामिल हैं। बताया जा रहा है कि करीब 11 विधायक विधानसभा पहुंचते समय ट्रैफिक में फंस गए थे।
दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण सहित 11 कांग्रेस विधायकों के सोमवार को हुए फ्लोर टेस्ट में वोट डालने में विफल रहने के बाद पार्टी के कुछ नेताओं ने चिंता जताई। इतना ही नहीं इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक नेताओं ने इसे उनकी लापरवाही बताया गया। हालांकि दूसरी तरफ अशोक चव्हाण ने बताया की वे ट्रैफिक में फंस गए थे। चव्हाण ने कहा कि हमें दो या तीन मिनट की देरी हुई और गेट बंद कर दिए। अशोक चव्हाण के अलावा जिन लोगों ने वोट नहीं डाला उनमें प्रणति शिंदे, जितेश अंतापुरकर, विजय वड्डेतिवार, जीशान सिद्दीकी, धीरज देशमुख,कुणाल पाटिल,राजू आवाले,मोहन हम्बर्दे,शिरीष चौधरी और माधवराव जावलगांवकर शामिल हैं। महाराष्ट्र कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि उनकी अनुपस्थिति से यह चर्चा शुरू हो गई थी कि उनमें से कुछ अन्य दलों के संपर्क में हो सकते हैं। विधायकों के इस समूह द्वारा यह व्यवहार बहुत चौंकाने वाला है। यह उनकी लापरवाही को दर्शाता है। हालांकि महाराष्ट्र के प्रभारी AICC सचिव एच के पाटिल ने कहा कि आठ विधायक देर से आए और लॉबी में इंतजार करने लगे। वे बारिश और यातायात में फंस गए होंगे। कभी-कभी ऐसा हो जाता है।
वहीं एक अन्य वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ने बताया कि फ्लोर टेस्ट के दौरान सही से तैयारी नहीं की गई यहां तक कि सदस्यों की उपस्थिति की निगरानी करने वाला भी कोई नहीं था। बांद्रा के विधायक सिद्दीकी ने कहा कि हमने सोचा था कि पहले बहस होगी और फिर मतदान होगा लेकिन मतदान पहले शुरू हुआ। कोई मीटिंग नहीं हुई थी और हमें 11 बजे पहुंचने के लिए कहा गया। ट्रैफिक की वजह से मैं भी देरी से पहुंचा और हम लॉबी में थे। हमने स्पीकर को हमें अंदर जाने की अनुमति देने के लिए एक नोट भेजा लेकिन हमें कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। इसके अलावा प्रणति शिंदे ने भी वोट नहीं डाला। प्रणति सुशील शिंदे की बेटी हैं। बता दें कि एकनाथ शिंदे को बहुमत साबित करने के लिए विधायकों के 144 मत चाहिए थे। पहले फ्लोर टेस्ट ध्वनि मत के जरिए होना था, लेकिन विपक्ष के हंगामे के चलते नहीं हो पाया। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने हेड काउंट के जरिए मतदान कराया। इसमें विधानसभा के एक-एक सदस्य से पूछा गया कि वह किसके साथ हैं? इस वोटिंग में एकनाथ शिंदे के पक्ष में 164 विधायकों ने वोट डाला। विपक्ष में केवल 99 वोट ही पड़े।
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आदित्य ठाकरे समेत शिवसेना के कई विधायक सदन से गए । एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार ने विधानसभा में विश्वास मत के आंकड़े को हासिल कर लिया है। इस दौरान आदित्य ठाकरे समेत शिवसेना के कई विधायक विश्वास मत के बाद सदन से चले गए।
शिंदे सरकार के समर्थन में पड़े थे 164 वोट,एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार ने विधानसभा में विश्वास मत के दौरान बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया था। एकनाथ शिंदे के पक्ष में 164 मत मिले थे। वहीं विपक्ष के पक्ष में 99 वोट पड़े। हालांकि इस दौरान तीन विधायक विधानसभा की कार्यवाही से नदारद रहे।
शिंदे सरकार के समर्थन में पड़े थे 164 वोट ।
विधानसभा में विश्वास मत के दौरान एकनाथ शिंदे को उनके पक्ष में 164 मत मिले थे। अब विपक्ष की बेंच से विश्वास मत के खिलाफ मतों की गिनती की जाएगी।
उद्धव ठाकरे गुट को लगा था बड़ा झटका ।
उद्धव ठाकरे गुट को बड़ा झटका लगा था। एक और विधायक श्यामसुंदर शिंदे विश्वास मत से ठीक पहले एकनाथ शिंदे समूह में शामिल हो गए थे। बता दें कि शिवसेना के दो विधायक पाला बदल चुके थे।
महाराष्ट्र विधानसभा की कार्यवाही जारी हुई थी।
महाराष्ट्र विधानसभा की कार्यवाही जारी थी। भाजपा के सुधीर मुनगंटीवार और शिवसेना के भरत गोगावाले ने विश्वास मत का समर्थन किया था। ध्वनि मत के बाद विश्वास मत के प्रस्ताव पर विपक्ष ने वोट के बंटवारे की मांग की थी। फिलहाल अध्यक्ष ने मांग की अनुमति दी थी और सदस्यों को गिनती के लिए खड़े होने के लिए कहा था।
उद्धव गुट पहुंचा हैं सुप्रीम कोर्ट । एकनाथ शिंदे गुट के व्हिप को मान्यता देने की महाराष्ट्र विधानसभा के नवनियुक्त अध्यक्ष की कार्रवाई को उद्धव ठाकरे गुट ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। सुप्रीम कोर्ट ने मामले की सुनवाई 11 जुलाई को तय की है। ठाकरे समूह की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि नवनियुक्त अध्यक्ष के पास व्हिप को मान्यता देने का कोई अधिकार क्षेत्र नहीं है और कार्रवाई शीर्ष अदालत के समक्ष कार्यवाही की यथास्थिति को बदल रही है। महाराष्ट्र विधानसभा की कार्यवाही शुरू । महाराष्ट्र विधानसभा की कार्यवाही शुरू हो गई थी। शिंदे सरकार आज सदन में बहुमत परीक्षण साबित करना था। फ्लोर टेस्ट से पहले उद्धव गुट को लगा था बड़ा झटका । उद्धव ठाकरे गुट के शिवसेना विधायक संतोष बांगर महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे और उनके गुट के विधायकों के साथ चले गए। बता दें कि बांगर उसी दिन सुबह होटल से शिंदे गुट के विधायकों के साथ निकले थे और उनके साथ विधानसभा पहुंचे थे।
शिवसेना नेता संजय राउत का बयान ।
शिवसेना नेता संजय राउत ने भाजपा और शिंदे गुट गठबंधन पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि भाजपा और शिंदे गुट का गठबंधन एक अस्थायी व्यवस्था है, वे लोगों के पास नहीं जा सकेंगे। वे शिवसेना में शेर थे। कसाब के पास भी इतनी सुरक्षा नहीं थी लेकिन जब वे मुंबई पहुंचे तो उनके पास थी। आप किससे डरते है ?
छगन भुजबल ने ओबीसी आरक्षण को लेकर फडणवीस को घेरा था ।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता छगन भुजबल ने महाराष्ट्र में उनकी सरकार जाने के बाद एक बार फिर ओबीसी आरक्षण का मुद्दा उठाया था। उन्होंने देवेंद्र फडणवीस को घेरते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट से राज्य में ओबीसी आरक्षण प्राप्त करना अब महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और उनकी सरकार की जिम्मेदारी है। दोनों गुटों ने जारी किया था व्हिप । महाराष्ट्र विधानसभा में एकनाथ शिंदे को सरकार बहुमत साबित करना था। इससे पहले शिंदे और उद्धव गुट ने विधायकों के लिए व्हिप जारी किया था।
फ्लोर टेस्ट से पहले ठाकरे गुट को लगा था बड़ा झटका । महाराष्ट्र विधानसभा में आज मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे बहुमत साबित करना था। विधानसभा में पेश होने वाले विश्वास प्रस्ताव पर शिंदे गुट और ठाकरे गुट आमने-सामने हों गए थे । दोनों ही तरफ से इसके लिए जोरदार तैयारी की हो रही थी। इसकी झलक रविवार को नए विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर के अभिनंदन प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान मिल चुकी थी । उद्धव गुट के 16 विधायकों की बढ़ी मुश्किलें । एकनाथ शिंदे गुट के मुख्य सचेतक भरत गोगावाले ने विधानसभा अध्यक्ष को व्हिप के उल्लंघन के आरोप में पार्टी के 16 विधायकों को निलंबित करने की याचिका दी है। अध्यक्ष कार्यालय ने पुष्टि करते हुए बताया कि 16 विधायकों को निलंबन के लिए नोटिस जारी किया जाएगा।
शिवसेना ने बुलाई थी सभी जिलाध्यक्षों की बैठक ।
शिवसेना ने उसी दिन दोपहर मुंबई के शिवसेना भवन में अपने सभी जिलाध्यक्षों की बैठक बुलाई थी। शरद पवार का बड़ा दावा । शरद पवार ने भविष्यवाणी की है कि एकनाथ शिंदे सिर्फ अगले 6 महीने तक मुख्यमंत्री पद पर रहेंगे। इसके बाद महाराष्ट्र में मध्यावधि चुनाव होंगे। ऐसे में कांग्रेस और शिवसेना समेत सभी पार्टियों को चुनाव के लिए तैयार रहना चाहिए। शिंदे गुट के साथ रहे भाजपा व निर्दलीय विधायक । 288 सदस्यीय वाली महाराष्ट्र विधानसभा में भाजपा के 106 विधायक हैं और शिंदे गुट के 39 बागी विधायकों और कुछ निर्दलीय विधायकों का सरकार को समर्थन हैं। हाल ही में शिवसेना के एक विधायक की मृत्यु के बाद विधानसभा की वर्तमान ताकत घटकर 287 हो गई है। इस प्रकार बहुमत का आंकड़ा 144 रह गया था।
देवेंद्र फडणवीस ने दावा किया था- बहुमत साबित करेगी सरकार । देवेंद्र फडणवीस ने रविवार को दावा किया था कि शिंदे सरकार 166 वोटों के साथ बहुमत साबित करेगी। उन्होंने कहा शिवसेना-भाजपा गठबंधन सरकार विधानसभा के विशेष सत्र के दूसरे दिन बहुमत परीक्षण का सामना करने के लिए तैयार है। सरकार की रणनीति क्या होगी, इस पर सभी की उपस्थिति में हुई बैठक में चर्चा की गई थी।
देवेंद्र फडणवीस का आदित्य ठाकरे को दो टूक जवाब । शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे की बात का जवाब देते हुए उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि मुंबई मेट्रो-3 का कारशेड आरे कालोनी में ही बनेगा क्योंकि इसका 25 फीसद काम पूरा हो चुका है। आदित्य ने रविवार को विधानसभा में यह कहकर इस परियोजना का विरोध किया था।
दोनों गुट ने व्हिप का पालन नहीं होने की शिकायत की ।
विधानसभा के विशेष सत्र के पहले दिन शिवसेना के दोनों गुटों की ओर से उनके मुख्य सचेतकों ने व्हिप का पालन नहीं होने की आपत्ति अध्यक्ष के सामने दर्ज कराई थी। उद्धव गुट के सचेतक सुनील प्रभु ने नए अध्यक्ष का अभिनंदन करते हुए मौखिक रूप से अपने व्हिप का उल्लंघन होने की शिकायत दर्ज कराई थी।
आदित्य ठाकरे का तंज ।
शिवसेना विधायक एवं उद्धव ठाकरे के पुत्र आदित्य ठाकरे ने कहा था कि पिछले 10-15 दिनों में महाराष्ट्र की राजनीति में जो कुछ हुआ, आज के युवा को क्या यह सब अच्छा लगेगा? उन्होंने शिंदे गुट के विधायकों को दी गई सुरक्षा पर तंज कसते हुए कहा कि इतनी सुरक्षा तो 26/11 के आतंकी कसाब को भी नहीं दी गई थी।
विधानसभा में सरकार का पलड़ा भारी ।
महाराष्ट्र विधानसभा में उसी दिन फ्लोर टेस्ट कराया गया। 287 सदस्यों वाली विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 144 था। स्पीकर के चुनाव में भाजपा उम्मीदवार को 164 वोट मिलने से साफ है कि सरकार के पास बहुमत के लिए जरूरी विधायकों से 20 वोट अधिक है। उपमुख्यमंत्री एवं भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि पार्टी के दो विधायक स्वास्थ्य समस्याओं के कारण सदन में नहीं आ सके। विश्वास मत में हम 166 मतों के साथ बहुमत साबित करेंगे।
शिंदे और फडणवीस ने बनाई रणनीति ।
रविवार रात को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शिवसेना विधायकों के अपने धड़े और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस,भाजपा विधायकों एवं पार्टी के अन्य नेताओं के साथ मुंबई के एक होटल में बैठक की थी। इस बैठक में सोमवार को होने वाले फ्लोर टेस्ट को लेकर रणनीति तैयार की गई थी।
एकनाथ शिंदे होंगे शिवसेना विधायक दल के नेता ।
महाराष्ट्र उप सचिव के पत्र में लिखा था कि अध्यक्ष के निर्देश पर विधानसभा सचिवालय ने सूचित किया कि एकनाथ शिंदे शिवसेना विधायक दल के नेता होंगे और भरत गोगावले व्हीप प्रमुख होंगे। विधानसभा अध्यक्ष ने अजय चौधरी की विधायक दल के नेता के रूप में नियुक्ति को खारिज कर दिया गया था।
उद्धव गुट के सामने बड़ी चुनौती ।
शिवसेना के मुख्य प्रवक्ता और सांसद अरविंद सावंत ने विधानसभा अध्यक्ष के फैसले को असंवैधानिक बताया था। उन्होंने कहा था कि इस फैसले को अदालत में चुनौती दी जाएगी। यह निर्णय संविधान और लोकतांत्रिक मानदंडों को रौंदने जैसा है। भाजपा अब निरंकुशता की ओर बढ़ रही है।
शिंदे सरकार का बहुमत परीक्षण हुआ।
एकनाथ शिंदे सरकार सोमवार को महाराष्ट्र विधानसभा में बहुमत परीक्षण से गुजरी थी। इससे ठीक पहले महाराष्ट्र विधानसभा के नवनियुक्त अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने रविवार रात को उद्धव ठाकरे गुट को बड़ा झटका दे दिया था। विधानसभा अध्यक्ष नार्वेकर ने शिवसेना विधायक अजय चौधरी को पार्टी विधायक दल के नेता पद से हटा दिया था।【Photo Courtesy Google】
ब्यूरो रिपोर्ट स्पर्श देसाई√•Metro City Post•News Channel•#महाराष्ट्र सरकार
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