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*रशियन सेना रेड आर्मी का कहर जर्मनों पर टूटा था,नाज़ियों को बनाया था निशाना*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई

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 *सेना रेड आर्मी का कहर जर्मनों पर टूटा था,नाज़ियों को बनाया था निशाना*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई 【मुंबई / रिपोर्ट स्पर्श देसाई】रेड आर्मी (लाल सेना) सोवियत संघ की सशस्त्र सेना थी। जिसकी स्थापना साल 1918 में रूसी गृहयुद्ध के दौरान बोल्शेविक सरकार द्वारा की गई थी। यह सेना सोवियत संघ की कम्युनिस्ट पार्टी के नियंत्रण में थी और इसका मुख्य उद्देश्य गृहयुद्ध में बोल्शेविकों के विरोधियों को हराना और सोवियत सत्ता को स्थापित करना था।  रेड आर्मी ने द्वितीय विश्व युद्ध (साल 1939-1945) में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। जहाँ इसे अक्सर "सोवियत सेना" के रूप में जाना जाता था। इस युद्ध में रेड आर्मी ने नाज़ी जर्मनी की सेना (वेहरमाच्ट) के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी और पूर्वी मोर्चे पर निर्णायक योगदान दिया था। स्टालिनग्राद की लड़ाई और कुर्स्क की लड़ाई जैसे महत्वपूर्ण युद्धों में रेड आर्मी ने नाज़ी सेना को हराया था। जिसने यूरोप में युद्ध का रुख बदल दिया। नाज़ी जर्मनी और रेड आर्मी के बीच संघर्ष को "पूर्वी मोर्चा" कहा जाता है ।  जो द्वितीय विश्व युद्ध का सबसे बड़ा और सबसे खूनी मोर्चा था। नाज़ी जर्मनी...

*सेना रेड आर्मी का कहर जर्मनों पर टूटा था,नाज़ियों को बनाया था निशाना*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई

 *सेना रेड आर्मी का कहर जर्मनों पर टूटा था,नाज़ियों को बनाया था निशाना*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई 【मुंबई / रिपोर्ट स्पर्श देसाई】रेड आर्मी (लाल सेना) सोवियत संघ की सशस्त्र सेना थी। जिसकी स्थापना साल 1918 में रूसी गृहयुद्ध के दौरान बोल्शेविक सरकार द्वारा की गई थी। यह सेना सोवियत संघ की कम्युनिस्ट पार्टी के नियंत्रण में थी और इसका मुख्य उद्देश्य गृहयुद्ध में बोल्शेविकों के विरोधियों को हराना और सोवियत सत्ता को स्थापित करना था।  रेड आर्मी ने द्वितीय विश्व युद्ध (साल 1939-1945) में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। जहाँ इसे अक्सर "सोवियत सेना" के रूप में जाना जाता था। इस युद्ध में रेड आर्मी ने नाज़ी जर्मनी की सेना (वेहरमाच्ट) के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी और पूर्वी मोर्चे पर निर्णायक योगदान दिया था। स्टालिनग्राद की लड़ाई और कुर्स्क की लड़ाई जैसे महत्वपूर्ण युद्धों में रेड आर्मी ने नाज़ी सेना को हराया था। जिसने यूरोप में युद्ध का रुख बदल दिया। नाज़ी जर्मनी और रेड आर्मी के बीच संघर्ष को "पूर्वी मोर्चा" कहा जाता है ।  जो द्वितीय विश्व युद्ध का सबसे बड़ा और सबसे खूनी मोर्चा था। नाज़ी जर्मनी...

*स्पार्टा के सैनिकों को "स्पार्टन्स" कहा जाता था और वे अपनी युद्धकला के लिए प्रसिद्ध थे*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई

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*स्पार्टा के सैनिकों को "स्पार्टन्स" कहा जाता था और वे अपनी युद्धकला के लिए प्रसिद्ध थे*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई 【मुंबई/ रिपोर्ट स्पर्श देसाई】स्पार्टा प्राचीन ग्रीस का एक प्रसिद्ध शहर-राष्ट्र था । जिसे विशेष रूप से उसके सैन्य बल और कठोर जीवनशैली के लिए जाना जाता है हालांकि यह ध्यान देना महत्वपूर्ण है कि स्पार्टा रोमन साम्राज्य का हिस्सा नहीं था । यह एक ग्रीक पोलिस थी । जो मुख्य रूप से एशिया माइनर के प्रशांत क्षेत्र में स्थित थी। स्पार्टा की प्रमुख विशेषता उसके वीर योद्धा और सेना थी। यहाँ के लोग अत्यधिक अनुशासित और संगठित थे और उनका पूरा जीवन सैन्य सेवा के चारों ओर घुमता था। स्पार्टा में लड़कों को बहुत छोटी उम्र से ही सैन्य प्रशिक्षण दिया जाता था। जिसे "अगोगे" कहा जाता था। यह प्रणाली उन्हें शारीरिक रूप से मजबूत बनाने के साथ-साथ मानसिक और नैतिक रूप से मजबूत बनाने के लिए विकसित की गई थी। स्पार्टा के योद्धाओं का प्रशिक्षण कठिन और कठोर था। वे सामूहिक रूप से रहते थे और उन्हें कठिनाइयों का सामना करने के लिए प्रशिक्षित किया जाता था। स्पार्टा के सैनिकों को "स्पार्टन्स...

*Metro...लॉस एंजिल्स में जंगल की आग के कारण मरने वालों की संख्या 10 हो गई, कई सैलेब्स के घर जले*/ रिपोर्ट स्पर्श देसाई

*Metro...लॉस एंजिल्स में जंगल की आग के कारण मरने वालों की संख्या 10 हो गई, कई सैलेब्स के घर जले*/ रिपोर्ट स्पर्श देसाई 【मुंबई/ रिपोर्ट स्पर्श देसाई】दक्षिणी कैलिफोर्निया में जंगल की आग के सबसे भयानक प्रकोपों ​​में से एक लॉस एंजिल्स काउंटी क्षेत्र के कई शहरों में लगी आग में कम से कम 10 लोगों के मारे जाने की आशंका है। लॉस एंजिल्स काउंटी क्षेत्र के कई शहरों में जंगल की आग के कारण कम से कम 10 लोगों के मारे जाने की आशंका है। लॉस एंजिल्स काउंटी के शेरिफ रॉबर्ट लूना का कहना है कि यह आग अब तक देखी गई सबसे भयानक आग है। ऐसा लगता है जैसे इन क्षेत्रों में परमाणु बम गिरा हो। लूना ने झिझक के साथ मरने वालों की संख्या को स्वीकार करते हुए कहा कि जब मैं यह कह रहा हूँ, तब भी यह मेरे होंठों से निकल रहा है, मैं उस संख्या को लेकर घबराया हुआ हूँ। एलए शेरिफ ने चेतावनी दी कि निकट भविष्य में यह संख्या बढ़ सकती है। लूना का कहना है कि उन्हें अच्छी खबर की उम्मीद नहीं है और विनाश के विशाल पैमाने के आधार पर उन्हें उम्मीद है कि मरने वालों की संख्या बढ़ती रहेगी।  लॉस एंजिल्स के वेस्ट हिल्स सेक्शन में केनेथ फायर ब्रिगेड...

Metro...उत्तरायण या मकर संक्रांति भारत में एक महत्वपूर्ण त्योहार है,जो हर साल 14 जनवरी को मनाया जाता है*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई

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*Metro...उत्तरायण या मकर संक्रांति भारत में एक महत्वपूर्ण त्योहार है,जो हर साल 14 जनवरी को मनाया जाता है*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई 【मुंबई/ रिपोर्ट स्पर्श देसाई】उत्तरायण या मकर संक्रांति भारत में एक महत्वपूर्ण त्योहार है। जो हर साल 14 जनवरी को मनाया जाता है। यह त्योहार सूर्य के उत्तरायण में प्रवेश करने का प्रतीक है। जो कि सूर्य की किरणों के पृथ्वी पर पड़ने का एक महत्वपूर्ण समय होता है। •उत्तरायण का महत्व: -सूर्य की किरणों का महत्व: उत्तरायण के दौरान सूर्य की किरणें पृथ्वी पर पड़ती हैं। जो कि जीवन और ऊर्जा का स्रोत होती हैं। -कृषि और फसलों का महत्व: उत्तरायण के दौरान किसान अपनी फसलों की कटाई करते हैं और नए फसलों की बुआई करते हैं। -पारिवारिक और सामाजिक महत्व: उत्तरायण एक पारिवारिक और सामाजिक त्योहार है। जिसमें लोग अपने परिवार और मित्रों के साथ मिलते हैं और त्योहार मनाते हैं। -धार्मिक महत्व: उत्तरायण का धार्मिक महत्व भी है क्योंकि यह त्योहार भगवान सूर्य की पूजा के साथ जुड़ा हुआ है। `पंतगोत्सव का महत्व: पंतगोत्सव एक पारंपरिक त्योहार है। जो उत्तरायण के दौरान मनाया जाता है। इस त्योहार में लोग पतं...

*पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के निधन पर यूपी में 7 दिन का राजकीय शोक घोषित,देश के वरिष्ठ नेताओं ने दी श्रद्धांजलि*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई

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*पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के निधन पर यूपी में 7 दिन का राजकीय शोक घोषित,देश के वरिष्ठ नेताओं ने दी श्रद्धांजलि*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई 【मुंबई/ रिपोर्ट स्पर्श देसाई】पूर्व प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह के निधन पर यूपी सरकार ने 26 दिसंबर से 1जनवरी 2025 तक के लिए 7-दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की है। जारी आदेशानुसार इस अवधि में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और कोई भी आधिकारिक मनोरंजन कार्यक्रमों का आयोजन नहीं होगा। सिंह का गुरुवार रात 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया था। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी सिंह के निधन पर दु:ख जताया है । दौरान हिमाचल प्रदेश, साउथ के कुछ राज्यों ने भी राजनीतिक शोक व्यक्त कर राज्य का कामकाज बंद कर करने का एलान किया है। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का निधन की खबर हवा की तरह देश विदेश में फैल गई हैं।उन्होंने दिल्ली एम्स में ली आखिरी सांस ली थी । पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का 26 दिसंबर गुरुवार को रात 09:51मिनट पर निधन हो गया है। तबीयत बिगड़ने के बाद देर शाम उन्हें दिल्ली के AIIMS में भर्ती कराया गया था। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था। वह 92 वर्ष के थे औ...

*MCP...पूर्व प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह का निधन,जाने उनके बारे में विस्तार से*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई

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*MCP...पूर्व प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह का निधन,जाने उनके बारे में विस्तार से*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई 【मुंबई/ रिपोर्ट स्पर्श देसाई】देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह (92) को गुरुवार को दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के आपातकालीन विभाग में भर्ती कराया गया वहां उनका निधन हो गया और वही पर उन्होंने अपनी आखरी सांस ली। डॉक्टर मनमोहन सिंह भारत के एक प्रमुख अर्थशास्त्री और राजनीति के अनुभवी व्यक्ति थे। वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के सदस्य रहे और भारत के 14वें प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया। उनका कार्यकाल साल 2004 से 2014 तक रहा। •प्रारंभिक जीवन और शिक्षा: - जन्म: उनका जन्म 26 सितंबर 1932 को पंजाब के गहरेवाला  में हुआ था। जो अब पाकिस्तान में है । -शिक्षा: उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा पंजाब में प्राप्त की थी। इसके बाद उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से अर्थशास्त्र में स्नातक की डिग्री हासिल की थी। इसके बाद वे इंग्लैंड की कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी और फिर अमेरिका के एमआईटी से अर्थशास्त्र में डॉक्टरेट की डिग्री प्राप्त की थी। •करियर: -अर्थशास्त्री...

*क्रिसमस का धार्मिक महत्व ईसा मसीह के जन्म में निहित है*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई

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*क्रिसमस का धार्मिक महत्व ईसा मसीह के जन्म में निहित है*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई 【मुंबई/ रिपोर्ट स्पर्श देसाई】क्रिसमस इसाईयों का एक प्रमुख समारोह है। जो हर साल 25 दिसंबर को मनाया जाता है। यह दिन विशेष रूप से ईसाई धर्म में ईसा मसीह के जन्म के रूप में मनाया जाता है लेकिन यह अन्य संस्कृतियों में भी लोकप्रिय है। यहाँ क्रिसमस के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें बताई गई हैं: •क्रिसमस का इतिहास: - धार्मिक महत्व: क्रिसमस का धार्मिक महत्व ईसा मसीह के जन्म में निहित है। धार्मिक मान्यता के अनुसार उनकी मां मरियम ने उन्हें बैथलेहम में जन्म दिया था। - - पारंपरिक दिवस: प्रारंभ में क्रिसमस का पर्व 6 जनवरी को मनाया जाता था लेकिन चौथी शताब्दी में इसे 25 दिसंबर को मनाने का निर्णय लिया गया था। • मनाने के तरीके: -क्रिसमस ट्री: लोग अपने घरों में क्रिसमस ट्री सजाते हैं। जिसे अक्सर रंग-बिरंगी लाइट्स और सजावटी सामान से सजाया जाता है। -कार्ड भेजना: दोस्तों और परिवार को क्रिसमस के शुभकामना कार्ड भेजे जाते हैं। -उपहार: इस दिन उपहारों का आदान-प्रदान किया जाता है। लोग खासतौर पर बच्चों को उपहार देते हैं। -खाने-पीने की विश...

*इतिहास में जिसे डार्क क्रूजेड कहते वो क्या घर्म यूद्ध था या फिर कुछ और?*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई

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*इतिहास में जिसे डार्क क्रूजेड कहते वो क्या घर्म यूद्ध था या फिर कुछ और?*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई 【मुंबई/रिपोर्ट स्पर्श देसाई】डार्क क्रूजेड एक महत्वपूर्ण सामरिक अभियान था । जो सन 1096 से सन 1099 के बीच हुआ और इसे क्रूसेड्स की श्रृंखला में एक प्रमुख घटना माना जाता है। इसे धार्मिक,राजनीतिक और आर्थिक कारणों से प्रेरित होकर किया गया था। जिसमें ईसाईयों द्वारा पवित्र भूमि विशेषकर यरुशलम पर नियंत्रण पाने का प्रयास शामिल था। यहाँ इस अभियान की कुछ मुख्य विशेषताएँ और घटनाएँ दी गई हैं: • ऐतिहासिक पृष्ठभूमि: -सामाजिक और धार्मिक तनाव: 11वीं सदी में ईसाई और मुसलमानों के बीच तनाव बढ़ रहा था। पवित्र स्थलों जैसे यरुशलम पर मुसलमानों का कब्जा था। जिससे ईसाई समुदाय में असंतोष फैल गया था।    -पोपUUrban II की भूमिका: सन 1095 में पोप उर्बन II ने क्लेरमॉन्ट की परिषद में एक भाषण दिया था। जिसमें उन्होंने ईसाइयों को पवित्र भूमि की पुनः प्रप्ति के लिए युद्ध के लिए प्रेरित किया था। •अभियान का आरंभ: -संगठन: अभियान का नेतृत्व कई प्रमुख नेताओं जैसे गॉडफ्रे ऑफ बुलेन,बोहेमंड ऑफ तलिस और रेमंड IV ऑफ टूलूज़ ने किया था। -मार्...

*फ्रांस में सरकार गिर गई, जब वामपंथी और दक्षिणपंथी दोनों ही दलों के सांसदों ने मिलकर देश के प्रधानमंत्री मिशेल बार्नियर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित किया*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई

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*फ्रांस में सरकार गिर गई, जब वामपंथी और दक्षिणपंथी दोनों ही दलों के सांसदों ने मिलकर देश के प्रधानमंत्री मिशेल बार्नियर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित किया*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई 【मुंबई/रिपोर्ट स्पर्श देसाई】फ्रांस की सरकार अविश्वास प्रस्ताव से गिरी सरकार। अब आगे क्या होगा? 331 सांसदों द्वारा उनके खिलाफ मतदान किए जाने के बाद मिशेल बार्नियर की सरकार गिर गई। जिससे वे आधुनिक फ्रांसीसी राजनीतिक इतिहास में सबसे कम समय तक प्रधानमंत्री रहने वाले प्रधानमंत्री बन गए। प्रधानमंत्री मिशेल बार्नियर को अब राष्ट्रपति मैक्रों को अपना इस्तीफा सौंपना होगा। फ्रांस में 4 दिसंबर बुधवार को सरकार गिर गई । जब वामपंथी और दक्षिणपंथी दोनों ही दलों के सांसदों ने मिलकर देश के प्रधानमंत्री मिशेल बार्नियर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित किया। जिससे यूरोपीय संघ की दूसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति और भी अधिक अराजकता में फंस गई । जिससे उसके बजटीय और आसन्न आर्थिक संकट के और भी बढ़ने का खतरा है। प्रधानमंत्री ने मतदान से ठीक पहले राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि फ्रांस और उसके लोगों की गरिमा के साथ सेवा करना सम्मान की बात ...

*Short...विश्व बैंक ने दुनिया के सबसे गरीब देशों के लिए रिकॉर्ड 100 बिलियन डॉलर के समर्थन की घोषणा की*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई

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*Short...विश्व बैंक ने दुनिया के सबसे गरीब देशों के लिए रिकॉर्ड 100 बिलियन डॉलर के समर्थन की घोषणा की*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई 【मुंबई/रिपोर्ट स्पर्श देसाई】अंतर्राष्ट्रीय विकास संगठन का कहना है कि इस राशि का उपयोग 78 देशों की सहायता के लिए किया जाएगा । जिन्हें ‘इसकी सबसे अधिक आवश्यकता है’। बाद में पढ़ने के लिए लेखों को सहेजें और अपनी खुद की पढ़ने की सूची बनाएँ। विश्व बैंक ने घोषणा की है कि उसने दुनिया के कुछ सबसे गरीब देशों को ऋण और अनुदान प्रदान करने के लिए करीब 24 बिलियन डॉलर जुटाए हैं। जिसका उपयोग वह कुल व्यय शक्ति में रिकॉर्ड 100 बिलियन डॉलर उत्पन्न करने के लिए कर सकता है। विश्व बैंक के प्रवक्ता ने एक अंतर्राष्ट्रीय समाचार एजेंसी को बताया कि दानकर्ता देशों ने बैंक की रियायती ऋण शाखा, जिसे अंतर्राष्ट्रीय विकास संघ (आईडीए) के रूप में जाना जाता है। उन को फिर से भरने के लिए 23.7 बिलियन डॉलर देने का वादा किया है । जो तीन साल पहले पिछले धन उगाहने के दौर के दौरान दिए गए लगभग 23.5 बिलियन डॉलर से मामूली वृद्धि को दर्शाता है। बैंक इस पैसे का इस्तेमाल वित्तीय बाजारों से उधार लेने के लिए कर सकता ह...

*Short...विश्व बैंक ने दुनिया के सबसे गरीब देशों के लिए रिकॉर्ड 100 बिलियन डॉलर के समर्थन की घोषणा की*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई

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*Short...विश्व बैंक ने दुनिया के सबसे गरीब देशों के लिए रिकॉर्ड 100 बिलियन डॉलर के समर्थन की घोषणा की*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई 【मुंबई/रिपोर्ट स्पर्श देसाई】अंतर्राष्ट्रीय विकास संगठन का कहना है कि इस राशि का उपयोग 78 देशों की सहायता के लिए किया जाएगा । जिन्हें ‘इसकी सबसे अधिक आवश्यकता है’। बाद में पढ़ने के लिए लेखों को सहेजें और अपनी खुद की पढ़ने की सूची बनाएँ। विश्व बैंक ने घोषणा की है कि उसने दुनिया के कुछ सबसे गरीब देशों को ऋण और अनुदान प्रदान करने के लिए करीब 24 बिलियन डॉलर जुटाए हैं। जिसका उपयोग वह कुल व्यय शक्ति में रिकॉर्ड 100 बिलियन डॉलर उत्पन्न करने के लिए कर सकता है। विश्व बैंक के प्रवक्ता ने एक अंतर्राष्ट्रीय समाचार एजेंसी को बताया कि दानकर्ता देशों ने बैंक की रियायती ऋण शाखा, जिसे अंतर्राष्ट्रीय विकास संघ (आईडीए) के रूप में जाना जाता है। उन को फिर से भरने के लिए 23.7 बिलियन डॉलर देने का वादा किया है । जो तीन साल पहले पिछले धन उगाहने के दौर के दौरान दिए गए लगभग 23.5 बिलियन डॉलर से मामूली वृद्धि को दर्शाता है। बैंक इस पैसे का इस्तेमाल वित्तीय बाजारों से उधार लेने के लिए कर सकता ह...

*सीरिया में तख्ता पलट: लेबनान में युद्ध विराम के बीच अलेप्पो में फिर से संघर्ष शुरू*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई

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*सीरिया में तख्ता पलट: लेबनान में युद्ध विराम के बीच अलेप्पो में फिर से संघर्ष शुरू*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई 【मुंबई/ रिपोर्ट स्पर्श देसाई】सीरिया में संघर्ष फिर से शुरू हो गया है। जब इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच युद्ध विराम के दौरान अलेप्पो पर जिहादी हमला हुआ हैं। अलेप्पो का रणनीतिक महत्व इस हमले को सीरियाई सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती बनाता है । जो पहले से ही विदेशी समर्थित विरोध,अवैध अमेरिकी सैन्य उपस्थिति और सीरिया के साथ चल रहे तनाव का सामना कर रही है। सीरियाई विद्रोहियों ने देश के दूसरे सबसे बड़े शहर अलेप्पो पर अचानक हमला किया है। उत्तर-पश्चिम में गांवों पर कब्ज़ा कर लिया है और एक महत्वपूर्ण सड़क को काट दिया है। हाल ही में हुए इस हमले में भारी नुकसान हुआ है। जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए हैं। जिनमें कई नागरिक भी शामिल हैं।जिहादी समूह हयात तहरीर अल-शाम (HTS) के नेतृत्व में विद्रोहियों ने सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद के प्रमुख सहयोगियों,रूस और ईरान की कमज़ोर स्थिति का फ़ायदा उठाया है क्योंकि वे अन्य संघर्षों में शामिल हैं। HTS जो कि अल-कायदा से जुड़ा हुआ है। उसका लक्ष्य कब्जे वाले क्षेत्र...