*बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण को लेकर राहुल गांधी ने चुनाव आयोग की आलोचना की*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई
*बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण को लेकर राहुल गांधी ने चुनाव आयोग की आलोचना की*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई

【मुंबई/ रिपोर्ट स्पर्श देसाई】विपक्षी दलों ने दावा किया है कि चल रही इस प्रक्रिया से नागरिकता संबंधी दस्तावेज़ों के अभाव में करोड़ों पात्र भारतीय नागरिक मताधिकार से वंचित हो जाएँगे।कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार 17 जुलाई 2025 को दावा किया कि चुनाव आयोग बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के नाम पर वोट चुराते हुए "रंगें हाथों" पकड़ा गया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार 17 जुलाई 2025 को दावा किया कि चुनाव आयोग बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के नाम पर वोट चुराते हुए "रंगें हाथों" पकड़ा गया है और पूछा कि क्या चुनाव आयोग पूरी तरह से भाजपा की ''चुनावी चोरी शाखा''बन गया है। बिहार में मतदाता सूची तैयार करने में मतदाताओं को घेरना चुनाव आयोग हमेशा से कहता रहा है कि 22 साल बाद हो रहा यह पुनरीक्षण मतदाता सूची से अपात्र लोगों और डुप्लिकेट प्रविष्टियों को हटा देगा और कानून के अनुसार मतदान के पात्र लोगों को भी शामिल करेगा। श्री गांधी ने अजीत अंजुम का एक पोस्ट साझा किया। जिनके यूट्यूब चैनल पर बिहार में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) पर एक श्रृंखला चल रही है। कांग्रेस ने एनआरसी और बिहार में एसआईआर के बीच तुलना की। बिहार में चुनाव आयोग ''एसआईआर'' के नाम पर वोट चुराते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया है। और जो इसका पर्दाफ़ाश करेगा, उसके ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज की जाएगी । श्री गांधी ने X पर हिंदी में एक पोस्ट में कहा कि क्या चुनाव आयोग अभी भी ''चुनाव आयोग'' है या यह पूरी तरह से भाजपा की ''चुनावी चोरी'' शाखा बन गया है? ऐसा लोकसभा में विपक्ष के नेता ने कहा। सुप्रीम कोर्ट ने भारत के चुनाव आयोग को बिहार मतदाता सूची संशोधन के लिए आधार,ईपीआईसी, राशन कार्ड पर विचार करने को कहा। श्री अंजुम पर स्थानीय प्रशासन द्वारा बेगूसराय जिले में सांप्रदायिक तनाव फैलाने का आरोप लगाया गया है। उन्होंने आरोप से इनकार किया था और अपने खिलाफ दर्ज एक प्राथमिकी का स्क्रीनशॉट साझा किया था। विपक्षी दलों ने दावा किया है कि चल रही इस कवायद से नागरिकता दस्तावेजों के अभाव में करोड़ों पात्र भारतीय नागरिक मताधिकार से वंचित हो जाएँगे। बुधवार 16 जुलाई 2025 को मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) ज्ञानेश कुमार ने बिहार के पात्र मतदाताओं को एसआईआर के दौरान मतदाता सूची की "अति आवश्यक" सफाई में उनकी सक्रिय भागीदारी के लिए धन्यवाद दिया। श्री कुमार की टिप्पणी इस साल के अंत में राज्य में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले एसआईआर के पीछे की मंशा पर सवाल उठाने वाली कई याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा सुनवाई की पृष्ठभूमि में आई है।【Photo Courtesy Google】
★ब्यूरो रिपोर्ट स्पर्श देसाई√•Metro City Post•News Channel•#राहुल गांधी#विपक्ष# बिहार#चुनाव#भाजपा#चुनावआयोग
Comments