*गुरुवार को एयर इंडिया दुर्घटना में मरने वालों की संख्या 270 हो गई, डीवीआर और ब्लैक बॉक्स मिला*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई

*गुरुवार को एयर इंडिया दुर्घटना में मरने वालों की संख्या 270 हो गई, डीवीआर और ब्लैक बॉक्स मिला*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई



【मुंबई/ रिपोर्ट स्पर्श देसाई】अहमदाबाद से उड़ान भरने के कुछ सेकंड बाद ही ब्रिटेन जाने वाला विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें 242 यात्रियों में से एक को छोड़कर सभी की मौत हो गई । गुरुवार को एयर इंडिया दुर्घटना में मरने वालों की संख्या 270 हो गई है। जो देश के इतिहास में अपनी तरह की सबसे घातक आपदाओं में से एक है। विमान मेडिकल कॉलेज के छात्रावास से टकरा गया। जिससे विमान में सवार एक व्यक्ति बच गया। 


अधिकारियों ने शनिवार 14 जून को मीडिया को बताया कि खोज और बचाव कर्मियों ने शुक्रवार देर रात घटनास्थल से और शव बरामद किए । जिससे मृतकों की संख्या और बढ़ गई थी। अधिकारियों ने पहले शवों की संख्या 265 बताई थी। अहमदाबाद के सिविल अस्पताल के डॉ.धवल गामेट ने शनिवार को संवाददाताओं को बताया कि विमान दुर्घटना स्थल से अब तक लगभग 270 शव सिविल अस्पताल लाए गए हैं। उन्होंने कहा कि एकमात्र जीवित बचे व्यक्ति को उसके कुछ घावों के कारण निगरानी में रखा गया है। शनिवार को भारत के सार्वजनिक प्रसारक दूधदर्शन को दिए एक साक्षात्कार में जीवित बचे भारतीय मूल के 40 वर्षीय यूके नागरिक रमेश विश्वशकुमार ने कहा कि दुर्घटना के कुछ सेकंड बाद ही वह विमान से “बाहर कूद गए” जब उन्हें महसूस हुआ कि उनकी सीट के पास कुछ जगह है। उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास नहीं हो रहा था कि वह जलते हुए विमान से जिंदा बाहर निकल आए हैं। जबकि उन्होंने अपने आसपास लोगों को मरते हुए देखा था। 

पीड़ितों के परिवार अभी भी अपने प्रियजनों के शव प्राप्त करने का इंतजार कर रहे हैं। दुर्घटना में मारे गए कई यात्रियों के एक रिश्तेदार ने शुक्रवार को आरटी को बताया कि उन्होंने अहमदाबाद पहुंचने पर डीएनए प्रोफाइलिंग के लिए अपना खून दिया था लेकिन अभी तक मृतक के बारे में कोई खबर नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि मैं कल से यहां हूं  क्षति की सीमा के कारण शवों को सौंपने की प्रक्रिया धीमी रही है। एक अधिकारी ने अखबार को बताया कि कुछ शव इतने जल गए हैं कि उनकी पहचान नहीं हो पा रही है।


 एयर इंडिया द्वारा संचालित यह विमान अहमदाबाद से उड़ान भरने ही वाला था कि उसने ऊंचाई खो दी और एक मेडिकल कॉलेज के छात्रावास में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इंजन की विफलता और खराब दृश्यता को संभावित कारणों के रूप में उद्धृत किया गया है हालांकि सटीक कारण की अभी भी जांच की जा रही है। भारत के नागरिक उड्डयन महानिदेशालय के अधिकारी शुक्रवार को प्राप्त उड़ान डेटा और कॉकपिट रिकॉर्डिंग की जांच कर रहे हैं। इस बीच नई दिल्ली के विमानन नियामक ने एयर इंडिया को अपने बोइंग 787-8/9 विमान का तुरंत रखरखाव करने को कहा है। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय द्वारा जारी एक अधिसूचना के अनुसार इसमें पिछले दो हफ्तों में सभी टेक-ऑफ मापदंडों और विमान की जांच की समीक्षा शामिल है। 



दौरान अहमदाबाद हवाई अड्डे के पास विमान दुर्घटना के एक दिन बाद गुजरात आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने शुक्रवार 13 जून को एयर इंडिया के विमान के मलबे से एक डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर (डीवीआर) व ब्लैक बॉक्स बरामद होने की घटना सामने आई थी। घटनास्थल पर मौजूद गुजरात एटीएस के एक अधिकारी ने मीडिया को बताया कि यह एक डीवीआर है । जिसे हमने मलबे से बरामद किया है। फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) की टीम जल्द ही यहां आएगी और डिवाइस की जांच करेगी। जिससे दुर्घटना के कारणों के बारे में महत्वपूर्ण सुराग मिल सकते हैं। विमान में कैसे काम करता है यह डीवीआर?विमान के अंदर लगा डीवीआर सीसीटीवी सिस्टम की तरह काम करता है। यह विमान में लगे कई कैमरों से वीडियो कैप्चर करता है। डीवीआर केबिन में बैठे यात्रियों की फुटेज भी रिकॉर्ड करता है। इससे पायलट को बाहर का नजारा देखने में मदद मिलती है। डीवीआर को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यह विमान के हर पल को रिकॉर्ड कर सके।

डीवीआर और ब्लैक बॉक्स में क्या अंतर है ? वो देखें तो किसी भी विमान की सुरक्षा के लिए दो डिवाइस सबसे महत्वपूर्ण होती हैं। एक ब्लैक बॉक्स और दूसरा होता है डीवीआर। ब्लैक बॉक्स में फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर होता है। इनका काम कॉकपिट की आवाजों को रिकॉर्ड करना होता है। दूसरी ओर डीवीआर विमान में वीडियो रिकॉर्ड करता है। जो उड़ान मापदंडों और कॉकपिट की आवाज़ों के साथ साक्ष्य प्रदान करता है। विमान में डीवीआर सुरक्षा की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है। यह डीवीआर किसी भी घटना से पहले और बाद में हुईज गतिविधियों को समझने में मदद करता है। अहमदाबाद त्रासदी के बाद मुंबई से लंदन जाने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट वापस लौटी 16 फ्लाइट्स डायवर्ट की गई थी। अब कैसे काम करता है डीवीआर यह देखें तो विमान में डीवीआर को बिना रुके लगातार वीडियो रिकॉर्ड करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह पूरी उड़ान के दौरान बिना किसी रुकावट के वीडियो फुटेज रिकॉर्ड करता है। ये डिवाइस बहुत मजबूत हैं। इन्हें किसी भी परिस्थिति में नष्ट नहीं किया जा सकता है। इन्हें इसलिए भी डिजाइन किया गया है क्योंकि जब कोई विमान उड़ रहा होता है तो वीडियो डेटा बहुत महत्वपूर्ण होता है। उससें आगे की जांच शुरु हो गई हैं।【Photos Courtesy Google】

★ब्यूरो रिपोर्ट स्पर्श देसाई√•Metro City Post•News Channel• #एयर इंडिया दुर्घटना
#ब्लेक बॉक्स#डीवीआर # मरनेवालों की संख्या

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