*आरबीआई ने रेपो दर में 50 आधार अंकों की कटौती कर इसे 5.5% किया*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई
*आरबीआई ने रेपो दर में 50 आधार अंकों की कटौती कर इसे 5.5% किया*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई
【मुंबई/रिपोर्ट स्पर्श देसाई】आरबीआई ने 6 जून शुक्रवार को विकास को बढ़ावा देने के लिए रेपो दर में अपेक्षा से अधिक 50 आधार अंकों की कटौती की। जो वित्त वर्ष 2025 में चार साल के निचले स्तर 6.5 प्रतिशत पर आ गई है। ब्याज दरों में कटौती के बाद प्रमुख नीतिगत दर घटकर तीन वर्ष के निम्नतम स्तर 5.5 प्रतिशत पर आ गई। जिससे आवास,ऑटो और कॉर्पोरेट ऋण लेने वालों को राहत मिली। यह तीन वर्षों में सबसे कम रेपो दर है। रेपो दर वह दर जिस पर बैंक आरबीआई से धन उधार लेते हैं । पिछली बार 5 अगस्त 2022 को 5.40 प्रतिशत थी। आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा कि विकसित हो रहे व्यापक आर्थिक और वित्तीय विकास तथा आर्थिक परिदृश्य के विस्तृत आकलन के बाद मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने रेपो दर में 50 आधार अंकों की कटौती करने का निर्णय लिया है। फरवरी 2025 से आरबीआई ने नीतिगत दर में 100 आधार अंकों की कटौती की है। अप्रैल में अपनी पिछली नीति समीक्षा में भी उसने रेपो दर में 25 आधार अंकों की कटौती कर इसे 6 प्रतिशत कर दिया था।
उन्होंने कहा कि रेपो में शीघ्रता से 100 आधार अंकों की कटौती के बाद मौद्रिक नीति के पास विकास को समर्थन देने के लिए सीमित गुंजाइश बची है। कोविड-19 के बाद यह पहली बार है कि आरबीआई ने फरवरी 2020 से लगातार तीन बार ब्याज दरों में कटौती की है हालांकि मल्होत्रा ने चालू वित्त वर्ष के लिए जीडीपी का पूर्वानुमान 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा है। अच्छे मानसून की उम्मीदों के चलते मुद्रास्फीति का अनुमान 4 प्रतिशत से घटाकर 3.7 प्रतिशत कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि एमपीसी का मानना है कि ब्याज दरों में कटौती से विकास को बढ़ावा मिलेगा। दर निर्धारण पैनल ने अपना रुख ''समायोज्य'' से बदलकर तटस्थ कर दिया।
दौरान 2025-26 में कैसी रहेगी भारत की ग्रोथ के बारे में RBI ने बताया अपना अनुमान। आरबीआई ने शुक्रवार को कहा कि वित्त वर्ष 2025-26 में भारत की जीडीपी ग्रोथ 6.5% रहेगी। आरबीआई ने वित्त वर्ष 2025-26 के हर तिमाही के लिए भी जीडीपी ग्रोथ के अनुमान दिए हैं। जिसके मुताबिक पहली तिमाही में 6.5% दूसरी तिमाही में 6.7%, तीसरी तिमाही में 6.6% और चौथी तिमाही में 6.3% की वृद्धि दर रह सकती है। RBI ने रेपो रेट में 50 बेसिस पॉइंट्स की कटौती की घोषणा की । RBI ने की रेपो रेट में 50 बेसिस पॉइंट्स की कटौती मसलन घट जाएंगी लोन की ब्याज दरें। आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने शुक्रवार को कहा कि मौद्रिक नीति समिति ने रेपो रेट में 50 बेसिस पॉइंट्स की कटौती करते हुए इसे 5.5% करने का फैसला किया है। आरबीआई ने इस साल फरवरी और अप्रैल में रेपो रेट में 25 बेसिस पॉइंट्स की कटौती की थी। रेपो रेट कम होने से लोन की ब्याज दरें घट जाएंगी। आरबीआई एमपीसी की बैठक 4 जून से 6 जून तक आयोजित की गई । क्या होता है रेपो रेट और इसमें कटौती का आपके लोन पर क्या असर पड़ेगा? वो देखें तो मौद्रिक नीति समिति ने रेपो रेट में 50 बेसिस पॉइंट्स की कटौती की है और अब रेपो रेट घटकर 6% से 5.5% पर आ गया है। रेपो रेट वह दर होती है जिस पर आरबीआई कमर्शियल बैंकों को लोन देता है। इसके कम होने से आपके होम लोन, पर्सनल लोन और कार लोन की ईएमआई कम हो जाती है। रेपो रेट में यह इस साल की तीसरी कटौती है।
आखिर में रेपो रेट पर RBI के इस फैसले के बाद करीब 200 अंक चढ़ा सेंसेक्स। आरबीआई द्वारा रेपो रेट में 50 बेसिस पॉइंट्स की कटौती करते हुए इसे 5.5% करने का फैसला किए जाने के बाद बीएसई पर सेंसेक्स 193 अंक चढ़कर 81,634.97 हो गया है। इससे पहले भारतीय शेयर मार्केट की कारोबारी हफ्ते के आखिरी दिन शुक्रवार को सपाट शुरुआत हुई। सुबह 9:15 बजे सेंसेक्स 128 अंक तक गिरा गया था। आरबीआई ने इस साल फरवरी और अप्रैल में रेपो रेट में 25 बेसिस पॉइंट्स की कटौती की थी ।【Photo Courtesy Google】
★ब्यूरो रिपोर्ट स्पर्श देसाई√•Metro City Post•News Channel• #आरबीआई#रेपोरेट#भारत
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