*अमेरिका की सेना ने ईरान पर हमला,अमेरिका के ख़िलाफ़ जवाबी कार्रवाई करने की ईरान ने कसम खाई*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई
*अमेरिका की सेना ने ईरान पर हमला,अमेरिका के ख़िलाफ़ जवाबी कार्रवाई करने की ईरान ने कसम खाई*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई
【मुंबई/ रिपोर्ट स्पर्श देसाई】इजरायल के साथ बढ़ते संघर्ष के बीच अमेरिका की सेना ने ईरान पर हमला किया । अमेरिकी सेना ने तीन ईरानी परमाणु स्थलों पर हमले किए। जिससे इजरायली हमलों के बाद तनाव बढ़ गया। राष्ट्रपति ट्रम्प ने फोर्डो,इस्फ़हान और नतांज़ को निशाना बनाकर ऑपरेशन की घोषणा की। अमेरिकी अधिकारियों ने इस बात पर ज़ोर दिया कि हमलों का उद्देश्य ईरान की परमाणु क्षमताओं को कमज़ोर करना है । जबकि संभावित बातचीत के लिए संचार चैनल खुले रखना है। ईरान ने इन कार्रवाइयों के ख़िलाफ़ जवाबी कार्रवाई करने की कसम खाई है। अमेरिका ने ईरान के तीन परमाणु स्थलों पर हमला करके खुद को इजरायल-ईरान युद्ध में शामिल कर लिया है।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने परमाणु सुविधाओं पर हमलों की घोषणा की। जिसके बारे में उन्होंने दावा किया कि उन्हें "पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया है"। अमेरिका द्वारा लक्षित किए गए स्थलों में फोर्डो,इस्फ़हान और नतांज़ शामिल हैं। ट्रंप ने यह भी चेतावनी दी कि अगर शांति जल्दी नहीं बनी तो अमेरिका अन्य लक्ष्यों पर हमला करने में संकोच नहीं करेगा। रिपोर्टों के अनुसार हमलों का उद्देश्य ईरान की परमाणु हथियार विकसित करने की क्षमताओं को कमज़ोर करना था। इस ऑपरेशन को "ऑपरेशन मिडनाइट हैमर" नाम दिया गया है। यह हस्तक्षेप ईरान पर इजरायल द्वारा किए गए हमलों के एक सप्ताह बाद हुआ है। जिसका उद्देश्य देश के परमाणु कार्यक्रम को नष्ट करना था। इजरायल ने ईरान के कई शीर्ष सैन्य अधिकारियों और परमाणु वैज्ञानिकों को निशाना बनाया। जवाबी कार्रवाई में ईरानी मिसाइलों को तेल अवीव पर हमला करते हुए लॉन्च किया गया। जिसके परिणामस्वरूप कई लोग घायल हो गए। ईरानी अधिकारियों ने क्षेत्र में अमेरिकी,फ्रांसीसी और ब्रिटिश ठिकानों को निशाना बनाने की धमकी दी है। ब्रिटेन ने अतिरिक्त सैन्य सहायता भेजी । इजरायल-ईरान संघर्ष में अमेरिकी हस्तक्षेप के बाद साइप्रस में टाइफून लड़ाकू जेट और वॉयेजर टैंकर भेजे गए।
ईरान के 3 परमाणु ठिकानों पर हमले के बाद ट्रंप ने कहा था। वह आतंकियों को पैदा करने वाला सबसे बड़ा देश है। ईरान के 3 परमाणु ठिकानों पर एयर स्ट्राइक करने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने कहा, "दुनिया की कोई सेना ऐसा नहीं कर सकती जैसा बिती रात अमेरिकी सेना ने किया।" उन्होंने कहा कि ईरान दुनिया में आतंकियों को पैदा करने वाला सबसे बड़ा देश है और उसके परमाणु ठिकाने दुनिया के लिए खतरा बन रहे थे।
''ऑपरेशन मिडनाइट हैमर'' पर US ने कहा कि ईरान की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों ने हमें नहीं देखा था। अमेरिका के जॉइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के चेयरमैन डैन केन ने ''ऑपरेशन मिडनाइट हैमर'' को लेकर कहा है कि ईरान के लड़ाकू विमानों ने उड़ान नहीं भरी। उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि ईरान की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों ने हमें नहीं देखा। अमेरिका ने ईरान के 3 परमाणु ठिकानों पर हमला किया। 25 मिनट में तीनों न्यूक्लियर साइट तबाह करने के बाद अमेरिकी विमान ईरान की सीमा से बाहर निकल आए। ऐसा केन ने कहा था।
अमेरिका ने ईरान के परमाणु ठिकाने पर गिराए थे बी-2 स्टेल्थ बॉम्बर और जीबीयू-57 ए/बी एमओपी बम। अमेरिका ने ईरान के फोर्दो परमाणु ठिकाने पर हमले के लिए बी-2 स्टेल्थ बॉम्बर और जीबीयू-57 ए/बी एमओपी बमों का इस्तेमाल किया था। जीबीयू-57 एमओपी को ज़मीन के अंदर बनाए गए ठिकानों पर हमले के लिए तैयार किया गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के मुताबिक फोर्दो पर 6 बंकर-बस्टर बम जबकि अन्य परमाणु ठिकानों पर 30 टॉमहॉक मिसाइलें दागी गई थी।
दौरान पेंटागन ने कहा कि ईरान के साथ युद्ध नहीं चाहता है अमेरिका । अमेरिका द्वारा ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला किए जाने के बाद अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के मुख्यालय ''पेंटागन'' ने कहा कि अमेरिका ईरान के साथ युद्ध नहीं चाहता है। अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने कहा कि यह मिशन सत्ता परिवर्तन के लिए नहीं था और न ही है। इस हमले के बाद अमेरिका-ईरान के बीच तनाव बढ़ गया है। इज़रायल -ईरान संघर्ष के बीच अमेरिका ने ईरान के 3 परमाणु ठिकानों पर हमला किया था इसलिए ईरान गुस्से में है।
दौरान ईरान के इस्फहान न्यूक्लियर साइट पर तबाही का वीडियो आया सामने आया है। आईडीएफ ने ईरान के इस्फहान न्यूक्लियर साइट पर इज़रायली हमले से हुई तबाही का वीडियो X पर शेयर किया है। यह ईरान की सबसे बड़ी परमाणु सुविधाओं में से एक है। गौरतलब है अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने चेतावनी दी है कि ईरान के बुशहर परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर हमला बड़ी मात्रा में रेडियोऐक्टिविटी रिलीज़ का कारण बन सकता है। ईरान के 3 परमाणु ठिकानों पर हमले के बाद ट्रंप ने कहा कि अगर तुरंत नहीं रुके तो फिर करेंगे अटैक। अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने ईरान के 3 परमाणु ठिकानों पर हमला करने के बाद उसे चेतावनी दी है कि अगर वह तुरंत नहीं रुका तो अमेरिका फिर से हमला करेगा। वहीं ईरान के सरकारी न्यूज़ चैनल ने दावा किया है कि अमेरिकी हमले के पहले ही ईरान के यूरेनियम भंडार को खाली कर दिया गया था। ईरान के 3 परमाणु ठिकानों पर हमले को लेकर ट्रंप ने कहा कि दुनिया की कोई और सेना ऐसा नहीं कर सकती थी।
ईरान के 3 परमाणु ठिकानों पर अमेरिका की एयर स्ट्राइक के बाद इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू का पहला बयान सामने आया कि अमेरिका द्वारा ईरान के परमाणु ठिकानों पर एयर स्ट्राइक किए जाने के बाद इज़रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की तारीफ की है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप और मैं अक्सर कहते हैं ''शांति ताकत के ज़रिए आती है''। पहले ताकत दिखाई जाती है। फिर शांति आती है। ट्रंप और अमेरिका ने पूरी ताकत से कार्रवाई की है। ईरान पर अमेरिकी हमलों की UN ने निंदा की है। यूएन ने कहा कि दुनिया के लिए विनाशकारी हो सकते हैं नतीजे । संयुक्त राष्ट्र ने ईरान के 3 परमाणु ठिकानों पर अमेरिकी हमलों की निंदा की है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने अमेरिकी हमलों के बाद एक बयान जारी कर कहा कि इस बात का जोखिम है कि यह संघर्ष तेज़ी से नियंत्रण से बाहर हो सकता है जिसके नागरिकों,क्षेत्र और दुनिया के लिए विनाशकारी परिणाम हो सकते हैं। इस जोखिम भरे वक्त में यह अहम है कि हम अराजकता के चक्र से बचें। ऐसा गुटेरेस ने कहा।
दौरान ट्रंप के ईरान पर हमले की घोषणा के कुछ मिनटों बाद ही टूथ सोशल हुआ क्रैश हो गया था। अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के ईरान के परमाणु स्थलों पर बमबारी की घोषणा करने के कुछ मिनट बाद उनके सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म टूथ सोशल क्रैश हो गया था। डाउनडिटेक्टर के मुताबिक अमेरिका में 1,700 से अधिक लोगों ने टूथ सोशल के डाउन होने की शिकायत की। बकौल रिपोर्ट्स भारी ट्रैफिक के चलते एपीआई कंजेशन हुआ। जो प्लेटफॉर्म हैंडल नहीं कर पाया।
ट्रंप ने इस हमले को अमेरिका,इज़रायल और वैश्विक समुदाय के लिए ऐतिहासिक क्षण करार दिया था।
इसी दौरान अमेरिका के ईरान पर एयरस्ट्राइक करने पर सोनिया गांधी का बयान आया सामने ईरान पर अमेरिका के एयरस्ट्राइक करने पर कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने कहा कि ईरान की धरती पर इस बमबारी और सुनियोजित तरीके के अंतर्गत की जा रही हत्याओं की कांग्रेस निंदा करती है। उन्होंने कहा कि ईरान पर सैन्य हमलों के खिलाफ भारत की चुप्पी साफ करती है कि मौजूदा सरकार ने अपनी नैतिक और कूटनीतिक परंपराओं को त्याग दिया है। इससे युद्ध और भड़कने की संभावनाएं बढ़ गई हैं। इसके गंभीर क्षेत्रीय एवं वैश्विक परिणाम होंगे। ऐसा सोनिया गांधी ने कहा था।【Photos Courtwsy Google】
★ब्यूरो रिपोर्ट स्पर्श देसाई√•Metro City Post•News Channel•#अमेरिका# ईरान# हमला#
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