*महाराष्ट्र के सबसे लोकप्रिय तालुका में 3 महीने के लिए पर्यटन पर प्रतिबंध; किले और झरने नो एंट्री जोन घोषित*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई
*महाराष्ट्र के सबसे लोकप्रिय तालुका में 3 महीने के लिए पर्यटन पर प्रतिबंध; किले और झरने नो एंट्री जोन घोषित*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई
【मुंबई/रिपोर्ट स्पर्श देसाई】मानसून के मौसम के दौरान सार्वजनिक सुरक्षा की रक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में महाराष्ट्र के रायगढ़ तालुका राज्य के सबसे अधिक देखे जाने वाले क्षेत्रों में से एक के अधिकारियों ने 22 जून से 30 सितंबर 2025 तक पर्यटन पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। इसमें रायगढ़ व तोरण जैसे लोकप्रिय किलों और पानशेत,वरसगांव, गुंजावनी बांध और मधे घाट झरने जैसे प्राकृतिक स्थलों तक पहुंच पर प्रतिबंध शामिल हैं। भोर उप-विभागीय अधिकारी डॉ.विकास खुरात द्वारा जारी यह आदेश आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 और भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 की धारा 163 के अंतर्गत आता है। इसका उद्देश्य भारी वर्षा,कोहरे,भूस्खलन और फिसलन भरे ट्रेकिंग पथों के कारण होने वाली दुर्घटनाओं को रोकना है। ऐसी स्थितियाँ जो मानसून के दौरान और भी बदतर हो जाती हैं। 22 जून को इन गंतव्यों की ओर जाने वाले कई पर्यटकों को वापस भेज दिया गया हैं क्योंकि प्रतिबंध तत्काल प्रभाव से लागू हो गया हैं। जिससे स्थानीय प्रशासनिक और सुरक्षा टीमों में हलचल मच गई हैं।
-आदेश के तहत लगाए गए प्रमुख प्रतिबंध :
रायगढ़,तोरणा,लिंगाना जैसे किलों या अन्य पहाड़ी रास्तों पर ट्रैकिंग,प्रवेश वर्जित है। तेजी से बहते पानी में तैरना या पैदल चलना तथा झरनों पर चढ़ना प्रतिबंधित है। सेल्फी लेने, वीडियोग्राफी करने या खतरनाक या संकीर्ण स्थानों पर वाहन रोकने पर सख्त प्रतिबंध । प्राकृतिक पर्यटन स्थलों पर शराब के सेवन, रखने और बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है। सार्वजनिक या प्राकृतिक क्षेत्रों में प्लास्टिक और कांच का कचरा फैलाना दंडनीय है। प्रतिबंधित क्षेत्रों में चेतावनी बोर्ड लगाए गए हैं। वन अधिकारियों,आपदा प्रतिक्रिया टीमों और बापू साबले और आकाश कचरे जैसे हेरिटेज गार्डों द्वारा प्रमुख प्रवेश बिंदुओं पर गश्त करके सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। पर्यटकों से आग्रह है कि वे अपनी सुरक्षा के लिए इन उपायों का सम्मान करें तथा इस अस्थिर मौसम के दौरान पर्यावरण को संरक्षित रखने में मदद करें।【Photo Courtesy Google】
★ब्यूरो रिपोर्ट स्पर्श देसाई√•Metro City Post•News Channel•#महाराष्ट्र#नो एंट्री# बारिश#किले और झरने
Comments