*आरबीआई लाभांश से सरकार को रक्षा बजट में मदद मिलेगी*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई
*आरबीआई लाभांश से सरकार को रक्षा बजट में मदद मिलेगी*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई
【मुंबई/रिपोर्ट स्पर्श देसाई】वर्ष 2025-26 के बजट में रक्षा व्यय सकल घरेलू उत्पाद का 1.4 प्रतिशत निर्धारित किया गया है लेकिन भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के आधार पर इसमें वृद्धि हो सकती है। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा सरकार को किया गया रिकॉर्ड अधिशेष हस्तांतरण,सार्वजनिक वित्त पर रक्षा व्यय में किसी भी संभावित वृद्धि के प्रभाव को कुछ हद तक संतुलित कर देगा। जबकि केंद्रीय बैंक ने आरबीआई के अधिशेष हस्तांतरण के साथ-साथ राष्ट्रीयकृत बैंकों और वित्तीय संस्थानों से लाभांश से वित्त वर्ष 26 के केंद्रीय बजट में अनुमानित राशि से 13,000 करोड़ रुपये अधिक की घोषणा की हैं। बाजारों ने 31,000 करोड़ रुपये से 80,000 करोड़ रुपये अधिक की उम्मीद की थी। यदि बाजार की अपेक्षाएं पूरी होतीं तो सरकार के पास अन्य शीर्षों, विशेषकर पूंजीगत पर अनुमानित व्यय को प्रभावित किए बिना उच्च रक्षा व्यय को पूरा करने के लिए पर्याप्त धनराशि होती तथा राजकोषीय घाटे के लक्ष्य को पूरा करने में भी मदद मिलती। वित्त वर्ष 2026 के बजट में रक्षा व्यय सकल घरेलू उत्पाद का 1.4 प्रतिशत अनुमानित किया गया था लेकिन भारत और पाकिस्तान के बीच एक और संघर्ष की स्थिति में यह बढ़ सकता है। यदि रक्षा व्यय में सकल घरेलू उत्पाद का 0.25 प्रतिशत भी वृद्धि की जाए तो इसका अर्थ होगा 89,000 करोड़ रुपए की अतिरिक्त राशि।
धन संबंधी मामले (ट्रिलियन रुपये में) यद्यपि अधिशेष हस्तांतरण पर आरबीआई का निर्णय साल 2024- 2025 (वित्त वर्ष 25) के लिए घोषित किया गया था लेकिन यह वित्त वर्ष 26 में सरकारी खजाने में आएगा।
जब तक अंतरिम लाभांश की घोषणा नहीं की जाती आमतौर पर ऐसा ही होता है। पिछले चार सालों से राष्ट्रीयकृत बैंक और वित्तीय संस्थान भी सरकार को लाभांश दे रहे हैं। उच्चतम लाभांश को देखें तो वित्त वर्ष 26 में आरबीआई द्वारा सरकार को दिया गया लाभांश निरपेक्ष रूप से सबसे अधिक है और कुल गैर-कर राजस्व के प्रतिशत के रूप में भी सबसे अधिक है। जिसमें केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों से प्राप्त लाभांश,ब्याज प्राप्तियां और उपयोगकर्ता शुल्क भी शामिल हैं हालाँकि राजस्व प्राप्तियों के प्रतिशत के रूप में लाभांश वित्त वर्ष 20 से कम है। राजस्व प्राप्तियों का अधिकांश हिस्सा कर प्राप्तियों से प्राप्त होता है। जिनके इस वर्ष अच्छे रहने की उम्मीद है । जब तक कि अर्थव्यवस्था में मंदी न आ जाए।【Photo Courtesy Google】
★ब्यूरो रिपोर्ट स्पर्श देसाई√•Metro City Post•NewsChannel•#आरबीआई#रक्षाबजट#लाभांश
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