ईरान और अमेरिका के टकराव की तारीखें /रिपोर्ट स्पर्श देसाई
• Photo Courtesy by Amar ujala•
मुंबई /रिपोर्ट स्पर्श देसाई
3 जनवरी, 2020 को अमेरिका ने ईरान के टॉप कमांडर कासिम सुलेमानी को बगदाद में ड्रोन हमले में मार गिराने के बाद अमेरिका ने कहा था कि बगदाद में अमेरिकी दूतावास को बंधक बनाने की घटना के बाद ट्रंप ने सुलेमानी को मारने का आदेश दिया था । 7 जनवरी को सुलेमानी के जनाजे में शामिल हुए रेवॉल्यूशनरी गार्ड्स कमांडर मेजर जनरल हुसैन सलामी ने कहा था कि ईरान इसका बदला लेगा और 8 जनवरी को ईरान ने इराक में अमेरिका के दो सैन्य बेस पर 22 मिसाइलें दाग दी । जिसके मद्देनजर ईरान के मुताबिक 80 अमरिकी सैनिक मारे गए । अमेरिका कहता है कि हमें ईरान के इस हमले की जानकारी तीन घंटे पहले ही मिल गई थी इसलिए उस जगह पर जो एक हजार सैनिकों की बटालियन थी वो हमने पहले ही हटाली थी इसलिए कोई हताहत नहीं हुआ । समाचार एजेंसी एपी इस बात की जानकारी के लिए तहकीकात कर रहा है कि कितने अमरिकी सैनिक मारे गए ? अमेरिका के प्रेसिडेंट ट्रम्प ने भी ट्वीट कर के कहा था कि खुश रहो, सब कुशल मंगल है ।
यहां हमने दैनिक जागरण और अमर उजाला के सौजन्य से ईरान अमेरिका के टकराव की तारीख का ब्यौरा दें रहे हैं । आशा करते हैं कि आप को पसंद आयेगा ।
08 अप्रैल, 2019 : अमेरिका ने ईरान के प्रतिष्ठित रेवॉल्यूशनरी गार्ड को आतंकी संगठन का दर्जा दिया। कुद्स फोर्स को भी काली सूची में डाला। 12 मई : खाड़ी में अज्ञात हमले में तीन तेल टैंकर समेत चार जहाज क्षतिग्रस्त हुए। अमेरिका ने ईरान को जिम्मेदार ठहराया। 25 मई : अमेरिका ने ईरान के बढ़ते खतरे से निपटने के लिए पश्चिम एशिया में 1,500 अतिरिक्त सैनिक तैनात करने की बात कही। 20 जून : ईरान के रेवॉल्यूशनरी गार्ड ने अमेरिकी ड्रोन मार गिराने का दावा किया। ट्रंप ने बदले की कार्रवाई को मंजूरी देने के बाद आखिरी पलों में रोका। 24 जून : ट्रंप ने खामेनेई और ईरान के वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों पर कड़े वित्तीय प्रतिबंध का एलान किया। 14 सितंबर : सऊदी के दो बड़े तेल कारखानों पर हवाई हमला हुआ। यमन के ईरान समर्थित लड़ाकों ने हमले की जिम्मेदारी ली। 20 सितंबर : ट्रंप ने ईरान पर अब तक के सबसे कड़े प्रतिबंध लगाए, जिससे ईरान का केंद्रीय बैंक भी प्रभावित हो गया। 15 नवंबर : तेल की बढ़ी कीमतों के विरोध में हुए प्रदर्शनों को अमेरिकी समर्थन मिलने पर ईरान ने जताई कड़ी आपत्ति। 29 दिसंबर : अमेरिका ने इराक में ईरान समर्थक समूह पर हवाई हमला किया। कम से कम 25 लड़ाके मारे गए। 31 दिसंबर : ईरान समर्थक प्रदर्शनकारियों ने बगदाद में अमेरिकी दूतावास को घेरा। ट्रंप ने ईरान को दी चेतावनी। 03 जनवरी, 2020 : अमेरिका ने ईरान के टॉप कमांडर कासिम सुलेमानी को बगदाद में ड्रोन हमले में मार गिराया। अमेरिका ने कहा कि बगदाद में अमेरिकी दूतावास को बंधक बनाने की घटना के बाद ट्रंप ने सुलेमानी को मारने का आदेश दिया था। 07 जनवरी : सुलेमानी के जनाजे में शामिल हुए रेवॉल्यूशनरी गार्ड्स कमांडर मेजर जनरल हुसैन सलामी ने कहा कि ईरान बदला लेगा। 08 जनवरी : ईरान ने इराक में अमेरिका के दो सैन्य बेस पर 22 मिसाइलें दाग दी थी । इसी दौरान इराक़ी मीडिया ने बताया था कि गुरुवार की सुबह राजधानी बग़दाद के ग्रीन ज़ोन में कई राॅकेट आ कर गिर हैं।
इराक़ी मीडिया के अनुसार इराक़ की राजधानी बग़दाद के अलख़ज़रा क्षेत्र या ग्रीन ज़ोन में, जिसमें अमरीकी दूतावास भी स्थित है, कई रॉकेट दाग़े गए हैं जिसके बाद ख़तरे के सायरन बजने लगे। इराक़ी सेना ने भी इस हमले की पुष्टि करते हुए बताया है कि बग़दाद के ग्रीन ज़ोन के अंदर दो कैट्यूशा रॉकेट दाग गए हैं। इराक़ी सेना के अनुसार इस हमले में किसी तरह के नुक़सान की कोई ख़बर नहीं है।
अभी इस संबंध में विस्तृत ब्योरा सामने नहीं आया है। अलख़ज़रा क्षेत्र या ग्रीन ज़ोन, बग़दाद के अति सुरक्षित क्षेत्रों में से एक है जहां विदेशी दूतावास और सरकारी कार्यालय स्थित हैं। (HN)
रिपोर्ट स्पर्श देसाई √•Metro City Post # MCP• News Channel• के लिए...
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