*कश्मीर में फिर पलायन! अनंतनाग की पंडित कॉलोनी खाली, हत्याओं के बाद 90% कश्मीरी पंडितों ने रातोंरात घर छोड़ा, बोले- सब्र टूट गया*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई
*कश्मीर में फिर पलायन! अनंतनाग की पंडित कॉलोनी खाली, हत्याओं के बाद 90% कश्मीरी पंडितों ने रातोंरात घर छोड़ा, बोले- सब्र टूट गया*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई
(मुंबई/रिपोर्ट स्पर्श देसाई)घाटी में लगातार हो रही हत्याओंं के बाद कश्मीरी पंडित अपना घर छोड़कर जाने लगे हैं । PM पैकेज से मिले अनंतनाग के मट्टन स्थित पंडित कॉलोनी में सन्नाटा पसरा है । कश्मीरी पंडित रंजन ज्योतिषी ने कहा कि अनंतनाग स्थित मट्टन की कश्मीरी पंडित कॉलोनी से 90% लोग जा चुके हैं । लोगों के सब्र का बांध टूट चुका है, जिसके बाद रात में ही वे पलायन कर गए । यह कॉलोनी PM पैकेज योजना के तहत बनाई गई है और यहां कश्मीरी पंडित समुदाय के सरकारी कर्मचारी रहते हैं लेकिन पिछले कुछ दिनों से हो रही हत्याओं के बाद सभी अपने घर की ओर निकल गए हैं । हालात ठीक होने के बाद ही इनकी लौटने की संभावनाएं हैं ।
इधर अनंतनाग और कुलगाम के कई इलाकों में कश्मीरी पंडितों ने स्थानीय प्रशासन से सुरक्षा की मांग की है । जिससे वे घाटी छोड़ सुरक्षित जगहों पर जा सकें । कश्मीर में राहुल भट्ट की हत्या के बाद से ही पंडितों का प्रदर्शन जारी है । अनंतनाग में रहने वाले कश्मीरी पंडित अविनाश ने बताया कि जब तक सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं होते हैं, तब तक हमें यहां से हटाने की व्यवस्था की जाये ।
टारगेट किलिंग पर गृह मंत्रालय में बैठकों का दौर जारी है । गृह मंत्री अमित शाह के अलावा जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, NSA अजीत डोवाल, रॉ चीफ,आर्मी चीफ,जम्मू-कश्मीर के DGP दिलबाग सिंह, केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला, CRPF के महानिदेशक कुलदीप सिंह और SSB के प्रमुख शामिल हुए थे।
दौरान घाटी छोड़कर न जाएं हम सब साथ हैं- नमाज के बाद मौलवियों की कश्मीरी पंडितों से अपील की गई थी। पिछले कुछ दिनों से घाटी में आतंकी लगातार कश्मीरी पंडितों समेत गैर मुस्लिम लोगों को अपना निशाना बना रहे हैं । घाटी में बढ़ती हिंसा की वजह से लोगों के साथ-साथ सरकार की भी चिंता बढ़ गई है । जम्मू-कश्मीर में रह रहे अल्पसंख्यक हिन्दुओं में दहशत पैदा हो गई है. हर कोई दहशतगर्दों की नापाक हरकतों की कड़ी निंदा कर रहा है । घाटी में रहने वाले अमन पसंद मुसलमान भी अब कश्मीरी पंडितों के समर्थन में खड़े हो गए हैं.
32 साल के इतिहास में पहली बार, बीते शुक्रवार को घाटी के तकरीबन हर प्रमुख मस्जिदों से नमाज के बाद आतंकियों को कड़ा संदेश दिया गया कि इस्लाम में मासूम लोगों का कत्ल गुनाह है । संदेश में कश्मीरी पंडितों और आम लोगों की हो रही हत्याओं की भी कड़ी निंदा की गई थी।
नवभारत टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक जुमे के नमाज के बाद प्रमुख मौलाना और मुफ्तियों ने कश्मीरी पंडितों और अन्य हिन्दू अल्पसंख्यकों को भरोसा दिलाया कि वे सब उनके साथ हैं । लिहाजा वे कश्मीर छोड़कर न जाएं । मौलाना और मुफ्तियों ने यह भी कहा कि वे मासूम लोगों के कत्ल से बेहद दुखी हैं और हिंसा की वे कड़ी निंदा करते हैं । वहीं जुमे की नमाज के बाद बारामूला में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने शांति मार्च भी निकाला था। बारामूला के अलावा कुलगाम,शोपियां, श्रीनगर,बांदीपोरा और कुपवाड़ा स्थित मस्जिदों से भी अल्पसंख्यक हिंदूओं के खिलाफ हो रही हिंसा की कड़ी निंदा की गई थी। (Photo Courtesy Google)
~ब्यूरो रिपोर्ट स्पर्श देसाई √•Metro City Post•News Channel•#पलायन
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