*गर्मी की लहर कम करने के लिए उत्तर भारत पर प्री मानसून के मंत्र*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई
*गर्मी की लहर कम करने के लिए उत्तर भारत पर प्री मानसून के मंत्र*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई
【मुंबई/रिपोर्ट स्पर्श देसाई】उत्तर भारत और राष्ट्रीय राजधानी के कुछ हिस्सों में पिछले कुछ दिनों से लू चल रही है। पूरे क्षेत्र में उच्चतम तापमान 46.4 डिग्री सेल्सियस नजफगढ़ में दर्ज किया गया था। ये सभी पॉकेट हीट वेव की स्थिति में पलट गए हैं। मई के महीने में कुछ गरज के साथ बारिश हुई थी और तेज हवाओं के साथ बारिश हुई थी। जून में शुष्क मौसम की स्थिति फिर से वापस आ गई थी और अधिकांश भाग एक साथ कई दिनों तक भीषण गर्मी से बह गए थे। एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ और इससे प्रेरित चक्रवाती परिसंचरण 15 से 20 जून के बीच पूरे क्षेत्र में चलेगा। 13 और 14 जून को भी पृथक गतिविधि की उम्मीद की जा सकती है। 15 जून से प्रसार और तीव्रता में वृद्धि होगी और 18 और 19 जून 2020 को चरम पर पहुंचने की उम्मीद है। स्थानीय गर्मी तीव्र मौसम गतिविधि का समर्थन करेगी । जिससे 18 और 20 जून के बीच तेज तूफानी स्थिति पैदा होगी। गतिविधि के दौरान तेज गड़गड़ाहट और तेज बिजली गिरने से उड़ान संचालन प्रभावित होगा। तेज और तेज हवाओं के कारण पेड़ गिर सकते हैं और कोई भी ढीली वस्तु खतरनाक रूप से उड़ सकती है। हालांकि अगले कुछ दिनों में उत्तरी भागों में मौसम की गतिविधियां संभव हैं ।
छोटी अवधि के लिए सड़क और हवाई यातायात बुरी तरह प्रभावित होगा। पारेषण लाइनों में व्यवधान और बिजली की कटौती भी साथ में हो सकती है। इस अवधि के दौरान राष्ट्रीय राजधानी,उत्तरी भागों और पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश की तलहटी से लू की स्थिति कम होगी। राजस्थान के उत्तर और पूर्वी हिस्सों में भी भीषण गर्मी से राहत मिलेगी और दिन के तापमान में भारी गिरावट आएगी। राष्ट्रीय राजधानी के लिए लंबे समय तक गीला मौसम भी बेसब्री से प्रतीक्षित मानसून की शुरुआत होगी।【Photo Courtesy Google】
★ब्यूरो रिपोर्ट स्पर्श देसाई√•Metro City Post•News Channel• #मौसम विभाग
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