*राहुल गांधी की ED के सामने हुई पेशी पर कांग्रेस भड़की थी,क्या है नेशनल हेराल्ड मामला ?जाने, कुछ तथ्य*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई

*राहुल गांधी की ED के सामने हुई पेशी पर कांग्रेस भड़की थी,क्या है नेशनल हेराल्ड मामला ?जाने, कुछ तथ्य*/रिपोर्ट स्पर्श देसाई

【मुंबई/ रिपोर्ट स्पर्श देसाई】 नेशनल हेराल्ड मामले में कल कांग्रेस नेता राहुल गांधी से पूछताछ हुई थी। बताया जा रहा है कि राहुल गांधी का बयान PMLA एक्ट के सेक्शन 50 के तहत रिकॉर्ड हुआ होगा । राहुल से पूछताछ में ईडी के 3 अफसर शामिल होंगे । राहुल गांधी से जवाब देने से पहले शपथ ली गई होगी कि वे सभी सवालों का सच सच जवाब देंगे । ईडी के असिस्टेंट डायरेक्टर रैंक के अफसर राहुल गांधी से सवाल किया होगा । एक अफसर राहुल गांधी के जवाबों को टाइप करता होगा । वहीं तीसरा डिप्टी डायरेक्टर रैंक का अफसर कार्रवाई की निगरानी करता होगा । राहुल गांधी की इस पूछताछ को लेकर दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस नेता के आवास से लकर जांच एजेंसी के दफ्तर तक सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए थे । राहुल के आवास एवं ईडी दफ्तर की सुरक्षा बढ़ाई गई थी । वहीं कांग्रेस मुख्यालय पर कल सुबह कांग्रेस नेता जमा हुए थे और राहुल के समर्थन में नारेबाजी की गई थी। पुलिस ने नारेबाजी कर रहे इन नेताओं तथा महिला कार्यकर्ताओं को भी हिरासत में लिया गया था । तुगलक रोड थाने में हरीश रावत सहित कांग्रेस के इन नेताओं से मिलने के लिए पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी पहुंची थी । नेशनल हेराल्ड मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारी राहुल गांधी से पूछताछ कर रहे हैं । कांग्रेस के बड़े नेताओं को अलग-अलग थानों में हिरासत में रखा गया था । कांग्रेस का आरोप है कि सरकार झूठे मामले में गांधी परिवार को फंसा रही है । रणदीप सुरजेवाला ने पूछा कि कांग्रेस के सत्याग्रह से सरकार डर क्यों रही है?

*राहुल से पूछे गए होंगे ये सवाल*
- आपकी AJL में क्या पॉजिशन थी?
- आपकी यंग इंडिया में क्या भूमिका है?
- आपके नाम पर शेयर क्यों हैं?
- क्या आपने शेयर होल्डर्स के साथ पहले कभी मीटिंग की, अगर नहीं , तो क्यों?
- कांग्रेस ने यंग इंडिया को लोन क्यों दिया?
- कांग्रेस नेशनल हेराल्ड को पुनर्जीवित क्यों करना चाहती थी?
- क्या आप कांग्रेस द्वारा दिए गए लोन के बारे में जानकारी दे सकते हैं?
- क्या आप AJL और नेशनल हेराल्ड की संपत्तियों के बारे में जानकारी दे सकते हैं?

*ईडी दफ्तर पहुंचे थे राहुल गांधी*
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नेशनल हेराल्ड मामले में राहुल गांधी और सोनिया गांधी को पूछताछ के लिए बुलाया था। राहुल गांधी को 2 जून को पेश होना था लेकिन वे विदेश में थे, ऐसे में उस वक्त पूछताछ में शामिल नहीं सके थे । अब वे 13 जून सोमवार को ईडी के सामने पेश हुए थे। उधर सोनिया गांधी कोरोना संक्रमित होने की वजह से अब तक ईडी के सामने पेश नहीं हुई हैं । अब उन्हें 23 जून को पूछताछ के लिए बुलाया गया है ।

नेशनल हेराल्ड प्रकरण वर्तमान समय (2015) में जारी मुकदमा है । जिसे भारत के प्रसिद्ध राजनेता सुब्रमण्यम स्वामी ने सोनिया गाँधी, राहुल गांधी एवं उनकी कम्पनियों एवं उनसे सम्बन्धित अन्य लोगों के विरुद्ध आरम्भ किया है। इस मामले में गांधी परिवार को एक बहुत बड़ा झटका तब लगा जब प्रवर्तन निदेशालय नें 64 करोड़ रूपए की सम्पत्ति को स्थायी रूप से कुर्क कर दिया था। ये सम्पत्तियाँ हरियाणा के पंचकुला में हैं ।

*कांग्रेस ने बुलाया सत्याग्रह*
उधर राहुल गांधी की पेशी से पहले कांग्रेस ने सत्याग्रह बुलाया था । कांग्रेस के कार्यकर्ता देशभर में ईडी के दफ्तरों के सामने विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं । इतना ही नहीं दिल्ली में देशभर से आए कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता जुटे हैं । कांग्रेस कार्यकर्ता लगातार झुकेगा नहीं और सत्यमेव जयते जैसे नारे लगा रहे हैं ।

इस मामले में कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी को ED ने समन किया है लेकिन सोनिया गांधी इस समय कोविड पॉजिटिव हैं और अस्पताल में भर्ती हैं ।
ED के सामने राहुल गांधी की पेशी को कांग्रेस ने शक्ति प्रदर्शन से जोड़ दिया था। कांग्रेस का आरोप है कि इस मामले में पार्टी के सीनियर नेताओं को बेवजह केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा परेशान किया जा रहा है । कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि राहुल गांधी किसी भी हालत में झुकेंगे नहीं । राहुल गांधी की ईडी के सामने पेशी पर भड़की थी कांग्रेस,रणदीप सुरजेवाला बोले थे- कायर है मोदी सरकार । राहुल गांधी की ईडी के सामने पेशी से पहले कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी । इसमें रणदीप सुरजेवाला ने कहा था कि कांग्रेस शांतिपूर्ण प्रदर्शन करेगी । उन्होंने कहा कि पुलिस की तैनाती से पता चलता है कि मोदी सरकार कांग्रेस से डर गई है और कायर मोदी सरकार के खिलाफ रण होगा । फिर एक बार गांधीवादी सत्याग्रह का आगाज होगा ।

सुरजेवाला बोले थे कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को झुकाने के लिए पीएम मोदी पिछले 8 साल से एड़ी चोटी का जोर लगा रही है लेकिन राहुल गांधी और कांग्रेस का हर नेता और कार्यकर्ता देश के साधारण व्यक्ति,मध्यम वर्ग, गरीब और दलित की आवाज उठाने के अपने कर्तव्य पर अडिग हैं । रणदीप सिंह सुरजेवाला यही नहीं रुके थे उन्होंने आगे कहा था कि नरेंद्र मोदी सरकार कायर है और उसने अघोषित आपातकाल लगा रखा है । उन्होंने कहा था कि प्रवर्तन निदेशालय बीजेपी का इलेक्शन मैनेजमेंट डिपार्टमेंट है । बीजेपी कांग्रेस को दबाना चाहती है । उन्होंने आगे कहा था कि हम न डरेंगे, न झुकेंगे और लोकतंत्र के लिए लड़ते रहेंगे ।

नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस की योजना है कि राहुल गांधी समेत पार्टी के सभी नेता पार्टी मुख्यालय 24 अकबर रोड से प्रदर्शन करते हुए ED ऑफिस तक गए थे और केंद्र सरकरार के खिलाफ प्रचंड विरोध जताया था । नेशनल हेराल्ड मामले के इर्द-गिर्द चल रही राजनीति को जानने से पहले ये समझना जरूरी है कि नेशनल हेराल्ड केस आखिर है क्या?

*क्या है नेशनल हेराल्ड केस?*
नेशनल हेराल्ड समाचार पत्र आजादी के पहले का अखबार है । इस अखबार की शुरुआत इंदिरा गांधी के पिता और देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने 1938 में की थी । नेशनल हेराल्ड का प्रकाशन एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड ( Associated Journals Limited) नाम की कंपनी करती थी । इस कंपनी की स्थापना 1937 में की गई थी और नेहरू के अलावा 5000 स्वतंत्रता सेनानी इसके शेयरहोल्डर्स थे । ये कंपनी दो और दैनिक समाचार पत्रों का प्रकाशन करती थी । उर्दू में कौमी आवाज और हिन्दी में नवजीवन । यह कंपनी किसी एक व्यक्ति के नाम पर नहीं थी । आजादी की लड़ाई के दौरान नेशनल हेराल्ड स्वतंत्रता सेनानियों की आवाज को स्थान देने वाला प्रमुख मुखपत्र बन गया । इस पत्र का उद्देश्य कांग्रेस में उदारवादी धड़े के विचारों और चिंताओं और संघर्ष को मंच प्रदान करना था । नेहरू इस अखबार में संपादकीय लिखते थे और ब्रिटिश सरकार की नीतियों की कड़ी समीक्षा,आलोचना करते । अंग्रेजी सत्ता को अखबार का ये तेवर चुभने लगा । आखिरकार 1942 में अंग्रेजों ने इस समाचार पत्र को प्रतिबंधित कर दिया था।

साल 1945 में इस अखबार को फिर से शुरू किया गया था। साल  1947 में भारत को स्वतंत्रता मिली । नेहरू देश के प्रधानमंत्री बने और उन्होंने अखबार के बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में इस्तीफा दे दिया लेकिन अखबार का प्रकाशन जारी रहा और कई नामी पत्रकार इसके संपादक बने । ये अखबार कांग्रेस की नीतियों के प्रचार-प्रसार का मुखर जरिया बना रहा ।

इस बीच 1962-63 में 0.3365 एकड़ जमीन दिल्ली-मथुरा रोड पर 5-A बहादुर शाह जफर मार्ग पर AJL को आवंटित की गई थी । 10 जनवरी 1967 को प्रेस चलाने के लिए भवन निर्माण के लिए भूमि और विकास कार्यालय (एलएंडडीओ) द्वारा AJL के पक्ष में स्थायी लीज डीड बनाई गई थी । इसमें कहा गया कि बिल्डिंग का और कोई इस्तेमाल नहीं होगा । सुब्रमण्यम स्वामी का आरोप है कि गांधी परिवार हेराल्ड की संपत्तियों का अवैध ढंग से उपयोग कर रहा है ।

- 2012 में बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्रायल कोर्ट में पिटीशन दायर कर आरोप लगाया था कि कुछ कांग्रेसी नेताओ ने गलत तरीके से यंग इंडिया लिमिटेड (YIL) के जरिए एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) का अधिग्रहण किया है। स्वामी का आरोप था कि ये सारा मामला दिल्ली के बहादुर शाह जफर मार्ग स्थित हेराल्ड हाउस की 2000 करोड़ रुपए की बिल्डिंग पर कब्जा करने के लिए किया गया था ।

*समझें पूरा घटनाक्रम?*
- जवाहर लाल नेहरू ने 1938 में Associate Journal Limited नाम से एक कंपनी बनाई । ये कंपनी नेशनल हेराल्ड नाम से एक अखबार पब्लिश करती थी । ये कंपनी अखबार निकालती थी इसलिए इसे कई शहरों में सस्ती कीमतों पर सरकारों से जमीन मिल गई ।

- आरोप ये है कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने मिलकर एक ऐसी कंपनी बनाई, जिसका उद्देश्य बिजनेस करना नहीं, बल्कि अपनी बनाई कंपनी के  जरिए (AJL) को खरीदकर उसकी 2 हजार करोड़ रुपये की संपत्ति को अपने नाम करना था ।

- इसके बाद 26 फरवरी, 2011 को 5 लाख रुपए की लागत से यंग इंडिया कंपनी बनाई गई, जिसमें सोनिया और राहुल की 38-38% की हिस्सेदारी है । बाकी 24% की हिस्सेदारी कांग्रेस नेता मोतीलाल वोरा और ऑस्कर फर्नांडीज के पास थी । दोनों ही अब इस दुनिया में नहीं हैं ।

- यंग इंडिया कंपनी ने एसोसिएट जर्नल लिमिटेड (AJL) की 90 करोड़ की देनदारियों का जिम्मा अपने उपर ले लिया ।

-  बाद में एजेएल के 10-10 रुपए के नौ करोड़ शेयर 'यंग इंडियन' को दे दिए गए और इसके बदले यंग इंडिया को कांग्रेस का लोन चुकाना था । 9 करोड़ शेयर के साथ यंग इंडियन को इस कंपनी के 99% शेयर मिल गए । बाद में कांग्रेस पार्टी ने 90 करोड़ का लोन माफ कर दिया । इस तरह राहुल-सोनिया गांधी की कंपनी 'यंग इंडिया' को (AJL) का स्वामित्व मिल गया । इस केस में सोनिया और राहुल गांधी के अलावा और भी कई कांग्रेसी नेताओं के नाम सामने आए थे । इनमें मोतीलाल वोरा,ऑस्कर फर्नांडीज के अलावा सैम पित्रोदा और सुमन दुबे का नाम भी है । इनमें से मोतीलाल वोरा और ऑस्कर फर्नाडिस अब इस दुनिया में नहीं हैं ।सा.।【Photo Courtesy Google】

★ब्यूरो रिपोर्ट स्पर्श देसाई√•Metro City Post•News Channel•#राहुल गांधी#ईडी

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