पोसाणा निवासी आर्यन कुमार दिक्षा लेकर बने हितबोधि विजयजी म.सा./ रिपोर्ट स्पर्श देसाई
मुंबई/ रिपोर्ट स्पर्श देसाई
महाराष्ट्र के अकोला तीर्थ में राजस्थान के पोसाणा निवासी मुकेशजी मुलानी के सुपुत्र मुमुक्षु आर्यन कुमार ने अकोला अंतरिक्ष पार्श्वनाथ तीर्थ (महाराष्ट्र ) में हाल के दिनों में दीक्षा ग्रहण की। मुमुक्षु ने आचार्य भगवंत अजितशेखर सुरिश्र्वरजी म.सा तथा, आचार्य विमलबोधि सुरिश्र्वरजी म.सा के सानिध्य में दीक्षा ग्रहण की । आर्यनकुमार (महाराष्ट्र) में अंग्रेजी माध्यम में 12 वी कक्षा में अध्ययन रत थे। वर्तमान समय में जहां लोग महंगे मोबाइल और इंटरनेट जैसी आधुनिक सुविधाओं के पीछे भागते है और धर्म से विमुख हो रहे है। वहीं अपने आत्मकल्याण करने की भावना से पोसाणा निवासी मुमुक्षु आर्यनकुमार ने भौतिक सुख-सुविधाओं को छोड़कर संयम पथ ग्रहण किया है । मुमुक्षु के पिता मुकेशजी मुलानी, माता संतोष मुलानी परिवाजनों ने उसकी इच्छा को स्वीकार किया और दीक्षा की अनुमति प्रदान की। दीक्षा से पूर्व मुमुक्षु आर्यनकुमार ने अनेक राज्य और शहरों में आशीर्वाद लेने के लिए 70 दिन के अंदर 20 हजार से ज्यादा किलोमीटर की यात्रा की थी । बाद में आर्यनकुमार दीक्षा लेकर जिनशासन के नूतन दीक्षित अणगार बने । आर्यनकुमार को मुलानी परिवार ने अजितशेखर सुरिश्र्वरजी म.सा तथा, आचार्य विमलबोधि सुरिश्र्वरजी म.सा को अर्पण किया था । और आचार्य ने मुमुक्षु का हितबोधि विजयजी नामकरण किया था । मुकेशजी संतोष मुलानी के 2 पुत्र थे। जिसमें एक पुत्र मुमुक्षु आर्यनकुमार ने दीक्षा लेने की इच्छा जताई तो परिवारजन ने बच्चे की इच्छा को स्वीकार करते हुए उसे दीक्षा लेने की अनुमति दी थी ।
●रिपोर्ट स्पर्श देसाई ● Metro City Post News Channel●के लिए....
Comments