महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में पारा लुढ़कने की उम्मीद है और ठंड महसूस की जाएगी / रिपोर्ट स्पर्श देसाई
मुंबई / रिपोर्ट स्पर्श देसाई
राज्य से मानसून की बारिश के बाद बिन मानसून की बारिश हुई। वर्तमान में शुष्क मौसम की स्थिति निर्मित हो गई है। इससे ठंड के लिए अनुकूल स्थिति बन गई है। पारा हर साल पुणे और पश्चिमी महाराष्ट्र में अच्छी तरह से गिरता है। वर्तमान में कश्मीर में बर्फबारी हो रही है क्योंकि इससे राज्य में पर्यावरण प्रभावित होगा। कश्मीर की तरह हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भी भारी बर्फबारी हो रही है उससे देश के उत्तरी हिस्से में ठंड की वृद्धि होगी।मौसम विभाग ने जानकारी दी थी कि मानसून लगभग एक महीने लेट आयेगा । मॉनसून जो शुरू में थोड़ा बासी था, फिर पूरे राज्य में भारी बारिश का कोहराम छा गया था। हालांकि कोल्हापुर, पुणे और मुंबई में पिछले कुछ दशकों में सबसे अधिक बारिश हुई है। आने वाला मानसून महाराष्ट्र से बहुत तेज गति से निकल रहा था और डर था कि बारिश होगी। मौसम विभाग ने भी मानसून के बाद फिर से बारिश लौटने के लिए अक्टूबर की गर्मी की भविष्यवाणी की थी। लेकिन इसका ज्यादा असर नहीं हुआ। बाद में मानसून विदर्भ, मराठवाड़ा और कोंकण के अधिकांश हिस्सों से बाहर निकल गया।
मानसून तीन महीने से अधिक समय तक बना रहा। लौटते हुए मानसून ने पुणे में हाहाकार मचा दिया था । कभी-कभी कुछ घंटों के लिए पुणे में बाढ़ आ जाती थी। कई स्थानों और सोसायटीयों में पानी भर जाता दिखाई दिया जाता था। 14 से अधिक मारे गए और अरबों की हानि हो गई थी ।कोल्हापुर में बाढ़ ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए थे । वर्ष में कुछ दिनों तक बारिश हुई और कई जिले जलमग्न हो गए। मौसम विभाग ने बताया था कि बारिश की वृद्धि जलवायु परिवर्तन के कारण हुई थी ।
रिपोर्ट स्पर्श देसाई ●Metro City Post News Channel●के लिए....
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