दिल्ली के चुनाव खत्म हूए... अब आगे क्या ?


   
              ◆Photo Courtesy Google◆



                    मुंबई / रिपोर्ट स्पर्श देसाई


दिल्ली की गिनती एक संपन्न राज्य में होती है । राज्यों के मुकाबले दिल्ली की जनता की वार्षिक आमदनी तीन गुना ज्यादा है । वह इस विधानसभा चुनाव से एक बात स्पष्ट हुई है । इसके बावजूद दिल्ली की जनता स्वास्थ्य , शिक्षा, बिजली, जल मे सरकार की तरफ से राहत , जीवन यापन के लिए जरूरी समझती है । इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि देश के दूसरे राज्यों में जहां आमदनी तीन गुना कम है । वहां इन आवश्यकताओं का महत्व किस तरह होगा ? फ्री के लालच प्रश्न कहीं टिकता  नहीं है, बल्कि लोगों के जीवन स्तर में सुधार के लिए इन सेवाओं का कितना ज्यादा महत्त्व है । यह प्रश्न ज्यादा महत्वपूर्ण बन कर उभरा है I केंद्र सरकार भी एक वेलफेयर राज्य की तरह पिछले छह वर्ष से कार्य कर रही है । आयुष्मान आदि योजनाएं चल रही है, जिसे और ज्यादा व्यापक बनाया जाना चाहिए । निश्चित रूप से केंद्र और राज्य दोनों की तरफ से शिक्षा और स्वास्थ्य  बिल्कुल फ्री होना चाहिए । अच्छा रहता आजादी के बाद ऐसा हो जाता ,क्योंकि इंग्लैंड के संविधान को ही हमने फॉलो किया । जहां यह दोनों सुविधाएं फ्री है और इनके साथ अन्य सुविधाएं जनता को जीवन स्तर ऊंचा उठाने के लिए आवश्यक है और निश्चित रूप से सभी राज्य अब इस और अग्रसर होंगे I 
हमारा असंगठित जेम्स ज्वेलरी क्षेत्र 5 से 6 करोड़ लोगों के जीवन यापन का क्षेत्र है । क्षेत्र के ज्यादातर लोग अभावग्रस्त है । हमारे इस क्षेत्र को भी राज्यों द्वारा इन मूलभूत सुविधाओं के साथ-साथ कारोबारी वेलफेयर योजना शुरू कर क्षेत्र में समृद्धि करके अर्थव्यवस्था को नई स्व रोजगारों का सृजन करते समृद्ध बनाया जाना चाहिए I ऐसा इंडिया ज्वेलर्स फोरम के चैयरमेन राकेश कुमारने बताया था । 



 जो डोमेस्टिक काउंसिल फार जेम एंड ज्वैलरी, वाणिज्य मंत्रालय, भारत सरकार के सदस्य हैं ।

रिपोर्ट स्पर्श देसाई √●Metro City Post # ●News Channel ◆के लिए...

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