नकली नोट बनाने वाली गैंग से पुलिस रिमाण्ड के दौरान पूछताछ में 03 अन्य नामों का हुआ खुलासा, तीनों आरोपी इंदौर क्राइम ब्रांच की गिरफ्त में / रिपोर्ट स्पर्श देसाई
【मुंबई / रिपोर्ट स्पर्श देसाई】
नकली नोट बनाने वाली गैंग से पुलिस रिमाण्ड के दौरान पूछताछ में 03 अन्य नामों का हुआ खुलासा, तीनों आरोपी आये इंदौर क्राइम ब्रांच की गिरफ्त में ।
आरोपीगणों से कुल 1 लाख 20 हजार रुपये के नकली नोट हुए बरामद। गिरफ्तार आरोपियों में बडवानी का सिनेमा व्यवसायी भी है शामिल । अपनी टाकीज में नकली नोट छपाई के लिये लगह उपलब्ध कराने के साथ ही व्यवसायी ने गिरोह को उपलब्ध कराये थे छपाई में उपयोगी सभी उपकरण। नोट खपाने वाले साथियों को भी दबोचा गया ।
भारतीय मुद्रा की करेंसी के नकली नोट, खपाने की फिराक में घूमते हुये पकड़ी गई गिरोह के तीनों आरोपियों फिरोज पिता अजीज खान, अकरम पिता रमजान मंसूरी, गोलू उर्फ शहजाद अली पिता रफीक अली को थाना किशनगंज के अपराध क्रमाँक 192/2020 धारा 489 ए, 489 बी, 489 सी व 120 बी भादवि के प्रकरण में दिनांक 19.03.2020 से 24.03.2020 तक पुलिस रिमाण्ड पर लिया गया है ।जिनसे विवेचना के विभिन्न पहलुओं पर पूछताछ में ज्ञात तथ्यों तथा संलिप्त अन्य आरोपियों की धरपकड़ करने हेतु क्राइम ब्रान्च की टीम सक्रिय थी।
पूर्व में गिरफ्तार किये गये आरोपियों ने पुलिस रिमाण्ड के दौरान की गई पूछताछ पर बताया था कि दाउद खान पिता गन्नी मोहम्मद उम्र 50 साल निवासी ग्राम राजपुर कलाली मोहल्ला बडवानी ने उन्हें निमेष जैन पिता नरेन्द्र कुमार जैन उम्र 44 साल नि. महेन्द्र टाकिज बडवानी हाल पता फ्लैट नं 704 स्टरलिंग स्कायलाईन, बिचोली, हप्सी रोड, इंदौर नामक व्यक्ति से मिलवाया था । जिसे आरोपी फिरोज ने नकली नोट छापने के प्लान के बारे मे बताया था कि उसके पास एक अच्छी टीम है जो बहुत अच्छी क्वालिटी के नकली नोट छाप लेती हैं। आरोपी फिरोज ने निमेष को बताया था कि नकली नोट छापने के लिये उच्च क्वालिटी के प्रिंटर, लेपटाप व एक बडी एलईडी टीवी की आवश्यक्ता है तो निमेष जैन ने लालच मे आकर इस प्लान मे शामिल हो गया था । उसने फिरोज को एक महंगी प्रिंटिंग मशीन, लेपटाप, एलईडी टीवी, एक मोबाईल फोन आदि उपलब्ध करा दिया था । उपरोक्त सभी उपकरणों का पेमेंट भी निमेष जैन व्दारा किया गया था ।
बाद निमेष जैन ने बडवानी में उसके स्वामित्व की महेन्द्र टाकिज मे एक रुम दिया था ।जिसमे गिरोह के सदस्य, सुनील, रमजान, फिरोज व निमेष आदि व्दारा मिलकर करीब 25 दिन तक नकली नोटों की छपाई की थी । गिरफ्ताशुदा आरोपीगणों में से फिरोज ने पुलिस रिमाण्ड के दौरान बताया कि उन्होंनें दाउद खान, निमेश जैन व साफि निवासी ग्राम राजपुर नामक व्यक्तियों को बड़ी राशि के नकली नोट बाजार में खपाने के लिये दिये थे।
क्राईम ब्रांच इंदौर की टीम द्वारा बड़वानी जिले में पहुंचकर उपरोक्त तीनों आरोपियां की तलाश की गई जिसमें पता साजी कर, आरोपी (1) दाउद खान पिता गन्नी मोहम्मद उम्र 50 साल नि. ग्राम राजपुर कलाली मोहल्ला बडवानी से 2000 रुपये के 5 नकली नोट बरामद की गई । ( 2 )आरोपी साफि पिता मुसाजी खत्री उम्र 40 साल निवासी ग्राम राजपुर बडवानी केे कब्जे से 200 रुपये के नकली नोटों की 5 गड्डी कुल राशि 01 लाख रुपये जब्त किए गए । (3 )आरोपी निमेष जैन पिता नरेन्द्र कुमार जैन उम्र 44 साल निवासी महेन्द्र टाकिज बडवानी हाल पता फ्लैट नं 704 स्टरलिंग स्कायलाईन, बिचोली, हप्सी रोड ,इंदौर को 2000 रुपये के पाँच नकली नोट सहित गिरफ्तार किया गया था ।
गिरफ्तार किये गय तीनों आरोपीगणों को दो दिन के लिये पुलिस रिमांड पर लिया गया है। प्रकरण में वर्तमान में आरोपी रमजान, सुनील तथा श्रीराम गुप्ता फरार चल रहे हैं जिनके पकड़ में आने पर कई तथ्यों का खुलासा हो सकेगा क्योंकि नकली नोट छापने में महारत हासिल रखने वाला आरोपी सुनील अभी भी फरार चल रहा है। उपरोक्त तीनों फरार आरोपियों की सरगर्मी से तलाश जारी है। आरोपी दाउद खान पेशे से इलेक्ट्रीशियन है, आरोपी साफि, खरगोन मे साडी की दुकान चलाता है तथा आरोपी निमेष जैन वर्तमान मे इंदौर मे रहकर वीडियो एडिटिंग का काम कर रहा है। उपरोक्त आरोपियों ने कबूल किया कि ऐशो आराम पूरे करने के उद्देष्य से उन्होंनें नकली नोट बनाने वाली गिरोह का दामन थामा था। आरोपी निमेष की बडवानी मे महेन्द्र टाकिज तथा राजपुर मे त्रिमुर्ति नाम से टाकीज है। निमेष ने पूछताछ मे स्वीकार किया कि उसने लालच मे आकर आरोपी फिरोज के कहने पर गिरोह को नकली नोट बनाने हेतु उपकरण दिलाये गये थे तथा उन्हे नकली नोट छापने के लिये अपने महेन्द्र टाकिज मे रुम दिया था।
रिपोर्ट स्पर्श देसाई √●Metro City Post # MCP●News Channel ◆ के लिए...
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