क्या कोरोना की वजह से ट्रम्प अगला राष्ट्रपति चुनाव हार जाएंगे? कया अमेरिका कोरोना से मुक्त हो सकता है ? / रिपोर्ट स्पर्श देसाई
मुंबई/ रिपोर्ट स्पर्श देसाई
लेबनान के अलमयादीन टीवी चैनल की वेबसाइट पर कोरोना और अमरीका में राष्ट्रपति चुनाव के बारे में क़ासिम इज़्ज़ुद्दीन का एक लेख प्रकाशित हुआ है जो पढ़ने योग्य है।
क़ासिम इज़्ज़ुद्दीन लिखते हैः अमरीका सब से पहले के नारे के साथ चुनाव जीतने वाले अमरीकी राष्ट्रपति के सामने अब एक बहुत बड़ी चुनौती है जो उनके सभी सपनों को चकनाचूर कर सकती है।
अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के इस दावे पर कि अमरीका, कोरोना के फैलाव को रोक लेगा, वाशिंग्टन पोस्ट ने लिखा कि चीन और ईरान सहित बहुत से देश, कोरोना पर लगाम लगाने में सफल हए हैं लेकिन इन देशों में अमरीका का नाम नहीं है।
अमरीका की नाकामी की मुख्य वजह, ट्रम्प का घंमडी होना है और वह हर चीज़ को अपने से नीचे देखते हैं। उससे अधिक कड़वी सच्चाई यह है कि ट्रम्प मानवता और मानव समाज के लिए हर खतरे को, धन और लाभ कमाने का साधन समझते हैं और श्वेत वर्ण के लोगों को हर प्राकृतिक आपदा से सुरक्षित समझते हैं। ट्रम्प की इस अंधविश्वास के विपरीत, कोरोना की वजह से अमरीकी अर्थ व्यवस्था, टूट फूट की कगार पर है और ट्रम्प के लिए यही दुख की बात है क्योंकि सन 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में उन्होंने अमरीका की अर्थ व्यवस्था के सहारे पर ही जीत का विश्वास रखे हुए थे और इसे अपने लिए तुरुप का पत्ता समझते थे।
ट्रम्प ने अमरीका में कोरोना के प्रवेश पर इस वायरस को गंभीरता से नहीं लिया बल्कि एक इंटरव्यू में तो उन्होंने इसका मज़ाक भी उड़ाया लेकिन लेकिन जब अमरीका मैं फैलने लगा तो उन्होंने क़दम पीछे हटाए और अमरीका में अपाकालीन स्थिति की घोषणा करते हुए 50 मिलयन डॉलर का बजट भी कोरोना के फैलाव को रोकने से विशेष किया था। उन्होंने मजबूर होकर, कोरोना के खिलाफ चीन की लड़ाई की तारीफ की लेकिन इस वायरस के खिलाफ ईरान के सराहनीय संघर्ष पर चुप्पी साधे रखी।
ट्रम्प के लिए अब देर हो चुकी है, सच्चाई से बचने की उनकी कोशिश, न अमरीकी अर्थ व्यवस्था को बचा सकती है और न ही राष्ट्रपति चुनाव में उनकी जीत को सुनिश्चित कर सकती है।
ट्रंप कोरोना वायरस के बारे में ईरान और चीन के विपरीत यह नज़रिया रखते हैं कि उससे खतरा उसी समय है जब उसके लक्षण नज़र आ जाएं लेकिन सच्चाई यह है कि उसके लक्षण नज़र आएं या न आएं उनकी हार के लक्षण नज़र आ गये हैं अगर कोरोना वायरस से वह अमरीकी अर्थ व्यवस्था को नहीं बचा पाए तो फिर उसका प्रभाव चुनाव परिणाम पर ज़रूर पड़ेगा लेकिन फिलहाल जिस तरह से कोरोना अमरीकी अर्थ व्यवस्था को रौंद रहा है उससे तो यही लगता है कि ट्रम्प के आर्थिक खुशहाली के सारे वादे और सपने चकनाचूर हो जाएंगे। Q.A.
रिपोर्ट स्पर्श देसाई √●Metro City Post # MCP●News Channel ◆ के लिए...
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