अमरीका में कोरोना का क़हर, राष्ट्रपति ट्रम्प पूरी तरह फ़ेल, तीन राज्यों के गवर्नरों ने संभाली कमान / रिपोर्ट स्पर्श देसाई
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【मुंबई / रिपोर्ट स्पर्श देसाई】
अमरीका में कोरोना से मचे हाहाकार के बीच सीएनएन ने अपने लेख में राष्ट्रपति ट्रम्प की कड़ी आलोचना की है कि वह इस संकट से निपटने में पूरी तरह नाकाम रहे हैं ।
लेखक का कहना है कि जब सन 1930 के दशक में भयानक मंदी आई और तत्कालीन अमरीकी राष्ट्रपति हर्बर्ट हूवर उचित नीतियां अपनाने में नाकाम हो गए थे तो न्यूयार्क के तत्कालीन गवर्नर फ़्रैंकलिन रोज़वेल्ट ने स्टेट लेवल पर आक्रामक क़दम उठाए और इमरजेन्सी रिलीफ़ प्रोग्राम जैसे कई बड़े फ़ैसले किए ताकि बेरोज़गारी को कंट्रोल किया जा सके।
ठीक वही स्थिति इस समय भी पैदा हो गई है। दसियों लाख अमरीकियों की जान ख़तरे में पड़ गई है। कोरोना महामारी लगातार अमरीकियों की जान ले रही है और अमरीकी अर्थ व्यवस्था वाक़ई कराहने लगी है तो इन हालात में राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प लगातार ग़लत जानकारियां फैला रहे हैं और मीडिया पर प्रहार कर रहे हैं जबकि मीडिया सही टाइम पर जनता को सटीक जानकारी पहुंचाने के लिए मेहनत कर रहा है।
मगर इस बीच कुछ दूसरे लोग हैं जो गंभीर और घातक शून्य को भरने के लिए काम कर रहे हैं। कैलीफ़ोर्निया में गवर्नर गैविन न्यूसम ने बहुत जल्दी इस राज्य में क्लब और बार बंद कर दिए हैं और 65 साल या उससे अधिक उम्र के लोगों को आदेश दिया कि घर से बाहर न निकलें। न्यूसम ने फिर पूरे राज्य के लिए यही आदेश दे दिया जिससे चार करोड़ लोग प्रभावित हुए। इस प्रकार के फ़ैसले कोई भी नहीं करना चाहता क्योंकि इससे लोकप्रियता प्रभावित होती है लेकिन यह ज़रूरी है। न्यूसम का यह आदेश जारी हुआ तो उसके बाद न्यूयार्क, न्यू जर्सी और कनेक्टीकट ने भी इसी प्रकार के फ़ैसले किए।
न्यूयार्क के गवर्नर एंड्रयू कूमो ने कोरोना वायरस का प्रसार रोकने के लिए तत्काल गंभीर और कड़े फ़ैसले किए। उन्होंने बहुत साफ़ शब्दों में बताया कि हालात कहां पहुंच चुके हैं और इनसे निपटने की योजना क्या है। कूमो जब भी मीडिया के सामने आए साफ़ ज़ाहिर हुआ कि उनके पास जानकारियों की भरमार है। उन्होंने साबित किया कि वह जंग के हालात वाली लीडरशिप के मालिक हैं।
कूमो ने ट्रम्प के बिल्कुल विपरीत अंदाज़ में काम किया। पिछले सप्ताह जब ट्रम्प से पत्रकारों ने कहा कि वह पूरे देश के स्तर पर लोगों के टेस्ट की सुविधा उपलब्ध कराने में नाकाम रहे हैं तो ट्रम्प ने कहा कि मैं यह ज़िम्मेदारी हरगिज़ स्वीकार नहीं करूंगा ।जबकि कूमो ने न्यूयार्क के लाक डाउन के सारे नुक़सान को स्वीकार करते हुए कहा कि मैं इसकी ज़िम्मेदारी लेता हूं, अगर किसी को किसी से शिकायत है तो वह मुझे ब्लेम करे। इस फ़ैसले के लिए मैं ही ज़िम्मेदार हूं।
ओहायो में जब केवल पांच मामलों की पुष्टि हुई थी तो रिपब्लिकन गवर्नर माइक डीवाइन ने चेतावनी दे दी कि वास्तविक संख्या इससे बहुत ज़्यादा हो सकती है। उन्होंने फ़ौरन स्कूल बंद कर दिए और 100 से अधिक लोगों के एकत्रित होने पर रोक लगा दी। उन्होंने टास्क फ़ोर्सेज़ बना दीं जिनमें गैर सरकारी लोगों को शामिल किया और तत्काल विशेषज्ञों से परामर्श का सिलसिला शुरू कर दिया ताकि यह पता चले कि कैसे कोरोना से निपटना है।
तीनों ही गवर्नर अतीत में बहुत से ग़लत फ़ैसले कर चुके हैं लेकिन इन तीनों के साथ ही कुछ और राज्यों के गवर्नरों ने इस समय यह साबित किया है कि वह संकट के समय में नेतृत्व संभालने की क्षमता रखते हैं।
राष्ट्रपति चुनाव सामने हैं और कोरोना की महामारी बढ़ती जा रही है तो अमरीकियों को गवर्नरों पर ही भरोसा करना पड़ेगा।
रिपोर्ट स्पर्श देसाई √●Metro City Post # MCP●News Channel ◆ के लिए...
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