लॉक डाउन की आड़ में लूट, जनमानस को बेहद महंगे मिल रहे हैं दैनिक उपभोग के सामान /रिपोर्ट स्पर्श देसाई
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【 मुंबई / रिपोर्ट स्पर्श देसाई】
कथित रूप से पता चल रहा है कि दैनिक उपयोग में आने वाली सभी सामग्री जनता को महंगी मिल रही
हैं। जिसमें सरसों का तेल तक शामिल है,पता चला है कि लॉकडाउन के दौरान जनमानस को लूटने का काम दुकानदारों द्वारा किया जा रहा है।आज पता चला कि क्षेत्र के यूपी लखनऊ जिले के सुनबा गांव में दैनिक उपयोग में आने वाले सामानों की कीमत अलग अलग दुकानों पर अलग-अलग है, जैसे कि सरसो का तेल इसी गांव के बहबरा चौराहे पर दो लीटर 180 रुपए में है तो वहीं गांव के अंदर की दुकानों पर किसी पर 200 तो किसी पर 220 रुपए का दो लीटर सरसों का तेल है। जबकि चौराहे से गांव की दूरी मात्र छः सौ मीटर के लगभग है। वहीं बिहारा गांव में 120 रुपए प्रति लीटर सरसो का तेल बिक रहा है ये लूट के प्रमाण नहीं तो और क्या हैं।यही नहीं 34 रुपये खुदरा मूल्य का मॉर्टिन 35 रुपए का बेचा जा रहा है,जबकि लॉक डाउन से पहले यही मॉर्टिन 30 रुपए में सुनबा में मिलता था और इसी गांव के बहबरा चौराहे पर तब भी 28 रुपए में और आज भी मिल रहा है।सुनबा और बिहारा गांवों से ये खबरें आ रही हैं जिससे साफ हो गया कि परचूरण की दुकानों के मालिकों की नकेल कसना आवश्यक हो गया है। कथित रूप से दुकानदारों को सामान पीछे से महंगे मिल रहे हैं लेकिन तो क्या गांव के भीतर के दुकानदारों को सामान बाहरी मार्केटों से महंगे मिल रहे हैं। चौराहे की दुकानों पर उनसे सस्ता सामान क्यों मिल रहा है बहाना लॉकडाउन का लेकर ये सुनबा बिहारा के दुकानदार मलाई काट रहे हैं बदनाम शासन प्रशासन व सरकार की लॉकडाउन के दौरान महंगाई बढ़ी है,अब यदि जिम्मेदार अधिकारी जन ग्राहक बनकर इन दोनों गांवों के तथा सुनबा के बहबरा चौराहे के दुकानदारों से सामान खरीदेंगे तभी सच सामने आएगा। और सच सामने आने के बाद इस प्रकार लूट करने वाले दुकानदारों पर कड़ी कार्रवाई की आवश्यकता है।
नोंद : यह घटना सिर्फ एक कस्बे, गांव की नहीं, बल्कि पूरे भारत में कई जगहों पर खानपान की सामग्री के ज्यादा दाम वसूले जाते हैं ।【डॉ अंशुमान सिंह गुड्डू की रिपोर्ट पर से । 】
रिपोर्ट स्पर्श देसाई √●Metro City Post● News Channel●के लिए...
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